गिलोय के चमत्कारिक फायदे Giloy ke Fayde

Giloy ke fayde
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गिलोय के चमत्कारिक फायदे  Giloy ke Fayde

 Giloy ke Fayde in Hindi
Giloy ke Fayde in Hindi

Amazing Health Benefits of Giloy in Hindi- Dr.Jagdish Joshi, Lifestyle Expert125

Giloy ke Fayde – गिलोय(Tinospora Xordifolia) एक दिव्य रसायन है |  इसीलिये इसे अमृता भी कहा जाता है| वनस्पति वैज्ञानिकों का कहना है की गिलोय की बेल जिस भी वृक्ष पर फैलती है उसमे उसके गुण आ जाते है | नीम के वृक्ष पर चढी हुई गिलोय की बेल(Giloy Plant) में चमत्कारिक ओषधीय गुण आ जाते है |  इसलिए नीम के वृक्ष पर चढी हुई गिलोय को सर्वे श्रेष्ठ गिलोय कहा जाता है |

गिलोय को आचार्य चाणक्य ओषधियो  का राजा कहते है |हम गिलोय के फायदे के बारे में जानेगे | 

गिलोय को अंग्रेजी में क्या कहते है?(What is Giloy Called in English :

गिलोय को अंग्रेजी में Tinospora Xordifolia कहते है |

गिलोय के फायदे अनेक है | गिलोय के सेवन से हमारी सप्त धातुए (रस, रक्त,मांस, मेद, अस्थि,मज्जा एवं  शुक्र ) शुद्ध होकर बलवान होती है जिससे हमारा शरीर वीर्यवान होकर शक्तिशाली  होता है |

तो आईये हमें गिलोय के बारे में जानते है की  गिलोय का उपयोग कैसे करे? कब करे और किस प्रकार से करे ताकि हमें इसके चिकित्सकीय लाभ मिल जाए | यदि हम गिलोय का प्रयोग करते है तो  हम व हमारा परिवार रोगों से सुरक्षित रहता है  |

क्या गिलोय सिर्फ बाजार में ही मिलती है ? (Is Giloy Available only in the Market):                                                             

हम गिलोय के फायदे के बारे में जानकारी होनी चाहिएगिलोय को बाजार से खरीदने की आवश्यकता ही नहीं है | इसे आप आसानी से अपने बगीचे या घर के आँगन में गमले में भी लगा सकते है | जिस प्रकार हम घरो में तुलसी व मनी प्लांट लगाते है वैसे ही आप गिलोय अपने घर के आँगन में लगा सकते है | इस प्रकार आपको दवाई पर पैसा खर्च करने की आवश्यकता ही नहीं पड़ेगी | किन्तु यदि आप गिलोय(Giloy Plant) नही उगा सकते तो इस बाजार से गोली या पावडर के रूप मे खरीद सकते है | गिलोय के फायदे अनेक है | 

गिलोय की बेल का हर भाग हमारे शरीर को स्वास्थ प्रदान करता है | गिलोय की जड़, गिलोय का तना, गिलोय की पत्ती, गिलोय का पावडर व गिलोय के फल (Benefits of Giloy) सभी हमें स्वास्थ प्रदान करते है  | इन सभी मे अनेक ओषधीय गुण होते है | हम इसे संग्रहित(Store) भी कर के रख सकते है | गिलोय में एंटी आक्सीडेंट, केल्शियम, फास्फोरस व अनेक न्यूट्रीयंट्स पाए जाते है|

गिलोय सेवन के चमत्कारिक लाभ (Giloy ke Fayde):                                                                                                         

गिलोय का सेवन  रक्त को शुध्द करता है | इसका सेवन  बेक्टेरिया से सुरक्षा प्रदान करता  है | पाचन संस्थान को स्वस्थ करता है | गिलोय का सेवन त्वचा को सुन्दरता प्रदान करता है |

गिलोय कितने प्रकार की होती है ?(Giloy ke Fayde) :                                                                                                                             

गिलोय पान के पत्तो के सामान होती है | गिलोय को आयुर्वेद में अमृता भी कहा जाता है |

गिलोय जूस के फायदे (Giloy Juice ke fayde) :                                                                                                              

गिलोय के ताजे पत्ते का रस (Giloy Juice) व आंवले का रस का नियमित रूप से सेवन करने से आँखों की रोशनी बढ़ती है | इसके आँखों की समस्या दूर होती है | गिलोय रस  सेवन से वात, पित्त व कफ रोग से मुक्ति  मिलती है |

गिलोय से क्या-क्या ठीक होता है -(Giloy ke Fayde) :

गिलोय एंटी आक्सीडेंट, एंटी इंफेमलेटरी व एंटी कैंसरस गुण पाए जाते है | गिलोय के प्रयोग से हम अनेक रोगो को दुर कर सकते है

पाचन सम्बंधित रोगों में गिलोय से लाभ (Giloy ke Fayde in Digestive Disorder) :                                                                 

आधा ग्राम गिलोय का पावडर व 1 ग्राम  आंवले का पावडर का नियमित सेवन करने पाचन सम्बंधित समस्याए दूर होती है |

इसके नियमित सेवन से रक्त में प्लेट लेट्स की संख्या बढ़ती है | इसके सेवन से रक्त की कमी की शिकायत भी दूर होती है |

मधुमेह में गिलोय सेवन के फायदे (Giloy Benefits for Sugar):                                                                                             

मधुमेह  में यदि गिलोय  की एक इंच लम्बी डंडी, बेल का  एक पत्ता व 5 ग्राम  हल्दी को पीसकर एक साथ नियमित रूप से  सेवन करने से मधुमेह में आशातीत लाभ होता है | यदि हम आहार सम्बंधित नियमो का पालन करे तो यह लाभ बढ़ जाता है |

गिलोय कैसे पीया जाता है ?:   

गिलोय के पत्ते, गिलोय का ताजा तना, गिलोय की सूखा तना के विभिन्न स्वरूप में सेवन कर सकते है |

गिलोय की तासीर क्या है ?(Giloy ke fayde):                                                                                                                                         

गिलोय की तासीर अर्थात प्रकृति गर्म है |

गिलोय के क्या फायदे है ?( Giloy Benefits):                                                                                                               

गिलोय शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढाती है |  अनेक संक्रामक रोगों के साथ-साथ अनेक प्रकार के बुखार, शरीर दर्द, अनिद्रा, थकान, एसिडिटी, सर्दी खांसी, खून की कमी, केंसर कोशिकाओं को नष्ट करना, रक्त की कमी को दूर करना, शरीर की कमजोरी को दूर करना व अनेक ओषधिय गुण पाए जाते है |

शरीर की इम्युनिटी बढाए (Increase Body Immunity) :                                                                                                       

गिलोय में एंटी आक्सीडेंट तत्व पाए जाते है | जो खतरनाक रोगों से लड़कर शरीर को सुरक्षा प्रदान कर शरीर की इम्युनिटी बढाते है |

गिलोय की गोली लेने के फायदे (Giloy Benefits):                                                                                                       

गिलोय की गोली (Giloy Vati) का सेवन एक तरह से आयुर्वेदिक एंटी बायोटिक का कार्य करती है |

डाबर गिलोय घनवटी के फायदे (Giloy Ghan Vati):                                                                                                        

जिन लोगो के पास गिलोय के पत्ते या डंठल नहीं है वे किसी अच्छी कंपनी की गिलोय घनवटी की गोली ले सकते है | एक वयस्क आदमी इसकी 1-1 गोली का सेवन कर सकता है |

गिलोय के पत्ते के फायदे (Giloy Benefits ):                                                                                                                 

बारिश का मौसम अनेक बीमारियों को आमंन्त्रित करता है | इस मौसम में गिलोय की बेल पर खूब पत्ते लगते है | इन पत्तो को काढा बनाकर या इसके रस का  सेवन शहद, गुड, आंवला व तुलसी के साथ ही कर सकते है तो हम अनेक बीमारियों से सुरक्षित हो जाते है |

गिलोय चूर्ण के फायदे(Giloy Benefits ) :                                                                                                                        

जब आपके पास गिलोय के ताजे पत्ते व इसके डंठल उपलब्ध न हो तो गिलोय के तने  को छोटा-छोटा (2 इंच के टुकड़े) काट के सुखा ले |  जब यह अच्छी तरह से सुख जाए तो इसका पावडर बना ले |  इसके पावडर को नमी से बचाकर सुरक्षित कर ले | जब भी आवश्यक हो इसकी उचित मात्रा का सेवन कर ले | गिलोय पावडर की लाईफ केवल एक वर्ष रहती है | इसके बाद इसके ओषधीय गुण निरंतर कम होने लगते है |

गिलोय का काढा कब पीना चाहिए(Giloy ke Fayde in Hindi ) :                                                                                       

जब भी सर्दी-खांसी या अन्य कोई शारीरिक समस्या  हो तो गिलोय का काढा बनाकर  तुरंत सेवन कर लेना चाहिए |  यदि आप बारिश में भीग गए है तो भी आप तुरंत गिलोय का काढा बनाकर पी सकते है | इसके साथ ही यदि आपको शरीर में दर्द है हरारत है तो भी आप इसका सेवन कर सकते है |

गिलोय कितनी मात्रा में लेना चाहिए ?(Giloy Benefits):                                                                                                    

गिलोय के काढ़े की आधा कप मात्रा का सेवन किया जा सकता है | इसके पत्तो के ताजे रस की 5-10 मि.लि. मात्रा का सेवन किया जा सकता है |

गिलोय का काढा कैसे बनाए? (Giloy ke Fayde in Hindi ):                                                                                           

गिलोय का काढा  सर्दी-खांसी, बुखार, शरीर दर्द व अनेक रोगों की चमत्कारिक ओषधि है | यदि हम इसका सेवन करते है तो निश्चित ही चमत्कारिक लाभ मिलता है |

तो आईये गिलोय का काढा बनाना सीखते है | इसका काढा  बनाने के लिए 500 मिली  पानी में एक अंगुल  गिलोय की हरी डंडी/4-5 गिलोय के पत्ते,  एक छोटा अदरक का टुकड़ा , 8-10  तुलसी के  पत्ते,   2-3 काली मिर्च, 2-3 लोंग, एक चुटकी दाल चीनी, 2 चुटकी मुलेठी का पावडर इन सब को 5-10 मिनिट तक उबाले आपका गिलोय का काढा तैयार हो गया | इसकी  1/4 कप मात्रा दिन में 2 बार सेवन करे |

इस प्रकार आपको अनेक प्रकार के कफ सायरप खरीदने की आवश्यकता ही नही पड़ेगी | क्योकि गिलोय का प्रयोग आपकी कफ की समस्या को जड़ से ही ख़त्म कर देगा |

गिलोय का काढ़ा कितने दिन तक खराब नहीं होता है (Giloy ke Fayde in Hindi)                                                                   

गिलोय का काढ़ा 2-3 दिन तक खराब नहीं होता है | गिलोय की काढ़े को फ्रिज में रखे | जब भी इसका सेवन करे इस गर्म करके ही प्रयोग में लाये | |

सर्दी खासी से सुरक्षा प्रदान करे(Giloy Benefits in Cough and Cold) :                                                                                 

यदि सर्दी-खांसी के आप हमेशा शिकार रहते है तो आप के लिए गिलोय का काढा एक अनमोल दवा है | इसका नियमित सेवन कर आप सर्दी खांसी से बहुत जल्दी मुक्त हो सकते है |

गिलोय तुलसी के फायदे (Benefits of Giloy and Tulsi) :                                                                                                 

सर्दी के मौसम यदि आप सर्दी-खांसी से परेशान होते है तो तुरंत गिलोय के पत्तो को तुलसी के पत्तो के साथ मिलाकर काढा बनाकर सेवन कर सकते है | यदि गिलोय के ताजे पत्ते उपलब्ध हो तो इसे  तुलसी व गिलोय  के पत्तो के रस का सेवन किया जा सकता है |

पातांजली ज्यूस पीने का तरीका (How to Drink Patanjali Giloy Juice) :                                                                              

बाबा रामदेव की कंपनी पातांजली गिलोय के ज्यूस (Patanjali Giloy Juice) का निर्माण करती है | इसके साथ ही यदि आपके पास इसके ताजे पत्ते व इसका हरा तना हो तो आप भी घर बैठे इसे मिक्सी की सहायता से पानी मिलाकर इसका ताजा ज्यूस बना सकते है  |

पातांजली गिलोय के ज्यूस कब पीना चाहिए ?(Giloy ke fayde):    

पातांजली गिलोय ज्यूस सुबह खाली पेट पीना चाहिए |

गिलोय के फायदे बाबा रामदेव(Benefits of Giloy Baba Ramdev) :                                                                                      

बाबा रामदेव अपने योग शिविरों में गिलोय के फायदे  बताते है | बाबा रामदेव गिलोय (Patanjali Giloy) को एक चमत्कारिक ओषधि बताते है |

गिलोय ज्यूस कब पीना चाहिए (When to Drink Giloy Juice) :                                                                                           

गिलोय का ज्यूस सुबह खाली पेट लिया जा सकता है | गिलोय के एक चम्मच रस के साथ  शहद का सेवन करने से मोटापा नियमित रूप से कम होता है | इसका सेवन करने के एक घंटे तक कोई आहार का सेवन नहीं करना चाहिए |

गिलोय ज्यूस कैसे बनाए  (How to Prepare Giloy Juice) :                                                                                                  

 गिलोय का ज्यूस को आसानी से घर पर बनाया जा सकता है | घर पर बनाया गया ज्यूस श्रेष्ठ होता है | क्योकि यह एक दम ताजा होता है | हम इसे दो प्रकार से बना सकते है | इसके 8-10 पत्तो को तोड़ ले | इन्हें अच्छी तरह से धो ले | धोने के बाद मिक्सर में थोड़ा पानी मिलकर पीस ले | इसे आप छोटी खरड या छोटा खल बत्ता में कूटकर भी पीस सकते है | अब इस बिना छाने भी पी सकते है | क्योकि इसकी पत्तिया आसानी से खाई जा सकती है |

इसके साथ ही आप चाहे तो इसके ताजे हरे तने को छोटे-छोटे टुकड़ो में काट ले | अब इसे उपरोक्त विधि के अनुसार पीसकर छान ले |

इसे आप शहद के साथ, हल्दी, आंवला पानी के साथ या इसे अकेले भी ले सकते है |

गिलोय की गोली कैसे खाए (How to Consume Giloy Tablet):                                                                                              

वयस्क व्यक्ति इसकी 1-2 गोली का सेवन कर सकता है | बच्चो को इसकी आधी गोली दी जा सकती है |

गिलोय जूस के लाभ (Health Benefits of Giloy Juice):                                                                                                       

गिलोय का नियमित सेवन चेहरे की झुरिर्यो को दूर करती है| चेहरा चमकने लगता है(Benefits of Giloy Juice) |सांस सम्बंधित रोगों में इसका सेवन चमत्कारिक लाभ देता है |  इसका सेवन अर्थराईटिस, गठिया, सूजन में लाभ देता है | गिलोय किडनी, लीवर से विषाक्त पदार्थो को बाहर निकालती है | इसके ज्यूस का नियमित रूप से सेवन करने से शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता में वृध्दि होती है |

डायबिटीज में गिलोय का उपयोग कैसे करे ? (Dibetics-Giloy ke Fayde in Hindi ):                                                                   

डायबिटीज में गिलोय का चूर्ण /काढ़ा /रस को सदाबहार के फूलो के साथ सेवन किया जा सकता है | 

गिलोय से वजन कम होता है क्या ?                                                                                                                                                           

गिलोय से वजन निश्चित कम होता है | गिलोय का सेवन करने से हमारा मेटा बोलिजम सक्रिय होता है | नीम गिलोय का चूर्ण व त्रिफला चूर्ण सामान मात्रा में मिला ले | इसकी आधा चम्मच मात्रा रात्री को सोने के पूर्व पानी के साथ सेवन कर ले |

गिलोय का रस पीने से क्या फायदा(What are the benefits of Drinking Giloy Juice) :                                                                  

हर व्यक्ति के मन में प्रश्न पैदा होता है की गिलोय का सेवन कितने दिन करना चाहिए? गिलोय का रस कुछ महिनो तक सेवन करने से शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता में वृध्दि करता है |  गिलोय के रस का सेवन हम बारिश व ठण्ड के मौसम में कर सकते है |

गिलोय के पत्ते कैसे खाये? (Giloy ke Fayde ):                                                                                                                     

गिलोय के पत्तो को ताजा सुबह खा सकते है | गिलोय के पत्तो को सुखाकर इसके चूर्ण का भी सेवन किया जा सकता है | गिलोय के पत्तो को तुलसी, सौंठ , काली मिर्च, मुलेठी, लोंग के साथ काढ़ा बनाकर भी सेवन किया जा सकता है | 

गिलोय के फायदे बाबा रामदेव (Giloy benefits Baba Ramdev):                                                                                           

बाबा रामदेव अपने अनेक शिविरों में गिलोय के फायदे के बारे में बताते है | किन्तु हमें अपने घर में ही गिलोय की बेल  को लगाना है | ताकि हमारे देश के परिवारों को नियमित रूप से गिलोय मुक्त में प्राप्त हो जाए | इस प्रकार हमें बिना खर्च के घर में ही दवाई के रूप में गिलोय प्राप्त हो जायेगी |

क्या गिलोय रोज पीना चाहिए (Should you Drink  Giloy Every Day?):                                                                                  

गिलोय के ज्यूस का सेवन केवल कोई रोग या किसी रोग से मुक्ति पाने के लिए कुछ महीनो तक सेवन किया जा सकता है |

गिलोय टेबलेट के फायदे इन हिन्दी(Benefits of Giloy Tablet in Hindi):                                                                                

जिनके पास गिलोय की बेल नहीं होती है उनके लिए गिलोय की टेबलेट बाजार में उपलब्ध है बाजार से गिलोय खरीद सकते है | बाजार में बाबा रामदेव की पातंजलि, डाबर, झंडू, सांडू व अनेक कंपनिया बनाती है | इसकी टेबलेट गिलोय वटी व गिलोय घनवटी के रूप में बाजार में मिलती है | इन टेबलेट का सेवन कर अनेक बीमारियों में लाभ लिया जा सकता है |

गिलोय घनवटी के फायदे (Giloy Ghan Vati ke Fayde ):                                                                                                    

बुखार होने पर गिलोय घनवटी की 1-2 गोली का सेवन किया जा सकता है | बच्चो को इसकी आधी गोली की मात्रा दे सकते है |

गिलोय की लकड़ी के फायदे(Benefits of Giloy Steam-Giloy ke Fayde in Hindi ) :                                                             

गिलोय के तने की डंडी को छोटे –छोटे  टुकड़ो में काट ले |  अब इन्हें काटने के बाद सुखा ले | इन्हें सुखाने के बाद कूटकर व पीसकर छान ले | इस प्रकार आपको गिलोय के पावडर सत्व के रूप में प्राप्त हो जायेगा | इस पावडर का जीवन एक वर्ष होता है | इसलिए इसे एक वर्ष से अधिक के लिए नहीं रखना चाहिए | अन्यथा इसके ओषधीय गुण  नष्ट हो जायेगे |

गिलोय के फल के फायदे (Benefits of Giloy Fruits- Giloy ke Fayde in Hindi):                                                                   

गिलोय के फल में गिलोय के बीज होते है | इन बीजो का प्रयोग गिलोय के पोधे लगाने में किया जा सकता है |

गिलोय क्या काम करता है(What does Giloy do- Giloy ke Fayde in Hindi):                                                                         

गिलोय एक चमत्कारिक ओषधि है | जो शरीर को चमत्कारिक लाभ देती है |

गिलोय कैसे खाए (Giloy kaise khaye- Giloy ke Fayde in Hindi):                                                                                    

गिलोय को गोली के रूप में आसानी से प्रयोग में लाया  जा सकता है | इसे पानी के साथ निगल कर सेवन कर सकते है |

गिलोय को कैसे प्रयोग किया जाता है (Giloy kaise use kiya jata hai) :                                                                                  

 गिलोय का प्रयोग काढ़े, रस, गोली व पावडर के रूप में किया जा सकता है | जैसी इसकी उपलब्धता होती है वैसा इसका प्रयोग करना चाहिए |

गिलोय  का पोधा कैसे उगाए(Giloy kaise ugaye- Giloy ke Fayde in Hindi):                                                                       

गिलोय का पोधा आसानी से उगाया जा सकता है | इसके हरे तने को कलम के रूप में काटकर जमीन पर लगाने से यह आसानी से उग जाता है | इसकी बेल बारिश के मौसम में आसानी से लग जाती है| यदि आप इसके मिट्टी पर लगाए जाने वाले भाग को एलोवेरा के जेल में गीला कर लगाते है तो यह आसानी से उग जाती है |

गिलोय का पेड़ कैसा होता है ? (Giloy ka pad kaisa hota hai):                                                                                             

गिलोय का पेड़ (Giloy Tree) नहीं होता है | गिलोय की बेल होती है | जो किसी भी पेड़ या रस्सी या वायर पर चढ़ जाती है |

गिलोय को कैसे पहचाने (Giloy kaise Pahchane):                                                                                                                

गिलोय को हम आसानी से पहचान सकते है | इसके पत्ते पान के पत्ते के सामान दिखाते है | इसका ताजा तना हरा होता है |  इसकी बेल पुरानी होने पर सफेद सतह हो जाती है | इसकी सही पहचान होने पर ही इसका प्रयोग करे |

गिलोय का पेड़ (Giloy ka pad):                                                                                                                                       

गिलोय का पेड़ नहीं होता है | गिलोय एक बेल के रूप में होती है (Giloy plant) | जिस वृक्ष पर बेल चढ़ती है उस वृक्ष के गुण उसमे आ जाते है |

गिलोय का फल कैसा होता है?(What is the Fruits of Giloy?) :                                                                                             

गर्मी के मौसम में इसके फूल गुच्छे के रूप में आते है |  इसका फल मटर के आकार का अंडाकार आकार का चिकना होता है | इसका फल पकने के बाद लाल रंग का हो जाता है |

गिलोय की गोली कितने की आती है ?(Giloy ke fayde):                                                                                                                         

गिलोय की गोली 100 रुपये की 50 आती है |

गिलोय खाने के नुकसान (Disadvantage of Consuming Giloy) :                                                                                         

छोटे बच्चे को, रोग विशेष जैसे मधुमेह, त्वचा सम्बंधित रोग, ब्लड प्रेशर, बुखार, गर्भावस्था व किसी रोग विशेष की स्थिति में किसी चिकित्सक के परामर्श से ही इसका प्रयोग करे |

गिलोय के फायदे ओर नुकसान इन हिन्दी (Advantage and Disadvantages of Giloy in Hindi):                                                

गिलोय का सेवन शरीर की प्रकृति के अनुसार ही करना चाहिए | जिन लोगो के शरीरके प्रकृति गर्म है या जिन्हें गिलोय का सेवन करने का बाद कब्ज या अन्य कोई परेशानी हो जाती है वे चिकित्सक के परामर्श से ही इसका सेवन करे |

गिलोय सेवन के सम्बन्ध में सावधानी (Disclaimer):                                                                                                                

गिलोय का काढा  अपने शरीर की प्रकृति के अनुसार ही सेवन करे | जिनके शरीर में अत्यधिक गर्मी है जिन्हें अत्यधिक एसिडिटी है | ऐसे लोगो को अपने काढ़े में लॉन्ग व काली मिर्च को नहीं प्रयोग में लाना चाहिए | ताकि काढा अत्यधिक गर्म प्रकृति का न हो जाय | जिनके शरीर में अत्यधिक गर्मी होती है | उन्हें इसके अत्यधिक सेवन से मुंह में छाले हो सकते है |

https://mr.wikipedia.org/wiki/%E0%A4%97%E0%A5%81%E0%A4%B3%E0%A4%B5%E0%A5%87%E0%A4%B2

https://en.wikipedia.org/wiki/Tinospora_cordifolia

 

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