हृदय को स्वस्थ रखने के लिए श्रेष्ठ व्यायाम Exercise for Heart Patient in Hindi

Exercise for Heart Patient in Hindi

Effective Exercise for Healthy Heart

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ह्रदय को स्वस्थ करने के लिए कौन सा व्यायाम करना चाहिए ?Exercise for Heart Patient in Hindi

Exercise for Heart Patient in Hindi
Exercise for Heart Patient in Hindi

Exercise for Heart Patient in Hindi- Dr.Jagdish Joshi, Lifestyle Expert 125

Medically reviewed by – Dr.Jagdish Joshi, Lifestyle Expert, Phd, Vedic Hindu University Florida, America, Experience- 26 years in Health Sector

Exercise for Heart Patient in Hindi – ईश्वर ने हमारा ह्रदय 100 वर्षो के लिए बनाया है | किन्तु आज के समय मे ह्रदय हमारा कभी भी साथ छोड़ देता है | वर्तमान समय में हृदय रोग की समस्या (Heart Disease) एक आम समस्या है | यदि व्यक्ति को उच्च रक्तचाप (High Blood Pressure) की शिकायत है तो व्यक्ति भविष्य में व्यक्ति के हृदय रोग के शिकार होने की पूर्ण संभावना है |हम कौनसे व्यायाम करे? ताकि हमारा हृदय स्वस्थ व शक्तिशाली हो | 

वर्तमान समय में अनेक युवा बिना उच्च रक्तचाप के शिकार हुए भी हृदय रोग के शिकार हो जाते है |(Heart ko Healthy Kaise rakhe) उन्हें असमय एंजोप्लास्ट, बायपास करवाना पड़ता है या स्टेण्ड लगवाना पड़ता है | कई बार तो वे असमय ही ह्रदय रोग के शिकार होकर मृत्यु के मुँह मे चले जाते है |

 

How to Improve Heart Health Quickly यदि व्यक्ति की जीवन चर्या (Lifestyle) सही नहीं है तो निश्चित ही व्यक्ति को ह्रदय रोग का खतरा है | प्राय: देखने में आया है की जिनकी जीवन शैली गलत है, जो शारीरिक श्रम नही करते है | वे ही असमय हृदय रोग के शिकार हो जाते है | क्योकि असक्रियता ही अनेक रोगों का कारण है |

किन्तु यदि हम व्यवस्थित जीवन शैली को अपनाते है(How can I make my heart healthy)  तो निश्चित ही ह्रदय रोग से सुरक्षित जीवन जी पाते है |

हमें अपनी जीवनचर्या में क्या-क्या परिवर्तन करना है?ताकि हम ह्रदय रोग के कारण व उसके निवारण के लिए जीवनचर्या मे आवश्यक सुधार कर पाएगे |

व्यायाम से हृदय कैसे स्वस्थ होता है ?(How does exercise help your Heart):

जब हम नियमित रूप से व्यायाम करते है तो हमें अनेक लाभ मिलते है | रक्त से आक्सीजन खींचने की मांसपेशियों क्षमता में सुधार करता है जैसे हृदय को माँसपेशियो में रक्त की आवश्यकता कम हो जाती है | तनाव हार्मोन्स को कम करता है जो हृदय पर अतिरिक्त बोझ डालते है | हृदय गति और निम्न रक्तचाप को धीमा करने के लिये बीटा ब्लॉगर की तरह से काम करता है |

दिल की कमजोरी के लक्षण (Symptoms of Heart Failure) :

सीने में दर्द बना रहना |

हृदय का तेज गति से धडकना |

श्वास की लम्बाई छोटी होना |

हल्का सिरदर्द बना रहना |

शरीर में सुस्ती रहना |

थोड़ा सा परिश्रम करने पर श्वास फूल जाना |

हमेशा रक्तचाप का बढ़ा रहना |

शरीर में हमेशा थकान बनी रहना |

आप हृदय रोग के शिकार कब हो सकते है ? (When can you be a Victim of Heart Disease) :

यदि आपके शरीर पर अत्यधिक चर्बी जमा है और आप मोटापे के शिकार है |

आपके पेट का आकार बहुत ज्यादा बढ़ा हुआ है |

आपको हमेशा एसिडिटी की शिकायत रहती है |

आनुवांशिक कारणों की वजह से |

अत्यधिक मादक द्रव्यों व मांसाहार का सेवन करना |

यदि आप मधुमेह के शिकार है |

आपका जीवन शारीरिक रूप से पूर्ण तह असक्रिय(Physical Inactive) है |

जन्म से ह्रदय में विकृति का होना |

ये उपरोक्त कारण आपको निश्चित ही भविष्य में हृदय रोग के शिकार बना सकते है |

केवल दवाइयों का सेवन करना ही पर्याप्त नहीं है?(Is it not Enough to just take Medicine-Exercise for Heart Patient in Hindi):

व्यक्ति हृदय रोगों का शिकार होने पर दवाइयों का सेवन करता है | हृदय रोग का शिकार होने पर केवल दवाइयों (Medicine) का सेवन करना ही पर्याप्त नहीं है | आपको दवाईयों के सेवन के साथ-साथ अपनी जीवनचर्या को भी व्यवस्थित करना होगा | तब ही आप हृदय रोग होते हुए स्वस्थ जीवन जी पाएंगे |

मोटापा कैसे ह्रदय रोग को आमंत्रित करता है ?(Exercise for Heart Patient in Hindi):

स्वास्थ विशेषज्ञों के अनुसार यदि आपके शरीर का वजन आदर्श वजन से एक किलो अधिक है तो हमारे हृदय को प्रति किलो वजन के लिए प्रति घंटा 50 किलोमीटर अधिक यात्रा तय करनी पड़ती है | इस प्रकार यदि आपके शरीर वजन सामान्य वजन से 15 किलो अधिक है तो आपके हृदय को सामान्य अवस्था के मुकाबले 15×50=750 किलोमीटर प्रति घंटा अधिक कार्य करना पडेगा | इस प्रकार 24 घंटो में ह्रदय को 18000 किलो मीटर यात्रा ज्यादा तय करना पड़ती है |

इस प्रकार हम देखते है की मोटापे की वजह से ह्रदय को कितना अधिक काम करना पड़ता है | इसलिए ह्रदय को स्वस्थ रखना है तो मोटापे पर नियंत्रण (Obesity Control) पाना पाना ही होगा |

क्या हृदय रोग में व्यायाम करना चाहिए ? (Can you exercise if you have heart problem):

ह्रदय रोग होने पर व्यायाम अवश्य करना चाहिए | ये व्यायाम योग के शरीर संचालन के अभ्यास व टहलना हो सकते है | इसके साथ ही सूक्ष्म गति के प्राणायाम का अभ्यास रक्त के संचार को व्यवस्थित करता है | इसके साथ ही मन को शांत करता है |

किन्तु यदि आप हृदय रोग के शिकार है तो आपको अपने चिकित्सक से परामर्श लेकर ही कोई अभ्यास करना चाहिए |

क्या व्यायाम से हृदय रोग ठीक किया जा सकता है (Can heart disease is cured by Exercise):

व्यायाम व उचित चिकित्सा के माध्यम से हृदय रोग आसानी से ठीक किया जा सकता है | नियमित व्यायाम करने से शरीर की विभिन्न रक्त वाहिनिया लचीली होती है | इस वजह से हृदय को सम्पूर्ण शरीर में रक्त संचार करने में आसानी हो जाती है | कोई भी व्यायाम का चुनाव करने के पहले अपने चिकित्सक से परामर्श अवश्य लेना चाहिए |

क्या हृदय रोगी को व्यायाम करने से बचना चाहिए (Should Heart Patient Avoid Exercise):

हृदय रोगीयो को सरल योग के शरीर संचालन के अभ्यास को करना चाहिए | कभी भी कठिन व्यायाम नहीं करना चाहिए | ऐसे में चिकित्सक की सलाह महत्त्वपूर्ण होती है |

ह्रदय व पैरों के मध्य क्या संबंध है?(What is the Relationship between the Heart and the Feet?-Exercise for Heart Patient in Hindi):

जब तक हम अपने पैरों को सक्रिय रखेंगे हमारा हृदय स्वस्थ रहेगा | पैरों की सक्रियता व हृदय के स्वास्थ्य के बीच मजबूत संबंध है | इसलिये किसी व्यक्ति को उच्च रक्तचाप या हृदय रोग होने पर चिकित्सक प्राय: टहलने की सलाह देते है |

हमारे शरीर के अंग हाथ, गर्दन, सीना, गला व कमर के ऊपर के समस्त अंग ह्रदय के सबसे पास है | (What are 10 ways to keep heart healthy) जबकि हमारे पैर ह्रदय से सबसे ज्यादा दूर है | इसलिये हमारे हृदय को पैरों की और रक्त का प्रवाह करने के लिए अत्यधिक परिश्रम व लंबा रास्ता तय करना पड़ता है |

किन्तु हृदय जब बहुत परेशान हो जाता है जब पैरों की मांसपेशियों व रक्त वाहिनियों में लचीलापन (Flexibility) नहीं होता और हमारे पैर बहुत भारी होते है |

मांसपेशियाँ बहुत कठोर होती है | जिन व्यक्ति के पैरों की जांघ व पिंडली की मोटाई बहुत अधिक होती है | ऐसी स्थिति में हृदय को पैरों की और रक्त का प्रवाह (Blood Circulation) करने के लिए अत्यधिक परिश्रम करना पड़ता है |

पैरों में पर्याप्त लचीलापन (Flexibility) नही होने के कारण अत्यधिक परिश्रम हृदय को थका देता है | इस वजह से हृदय थक हार कर अत्यधिक दबाव का शिकार हो जाता है | इस प्रकार व्यक्ति हृदय रोग का शिकार हो जाता है |

तो हम कौन से अभ्यास करें ताकि हमारे पैरों में रक्त का संचार आसानी से हो सके | इसके साथ ही पैरों की चर्बी भी कम हो सके |

तो आईये हम हृदय के कार्य को सिमित करने के लिए पैरों को सक्रिय बनाने के अभ्यासों को करेंगे | ताकि हमारा हृदय काम के बोझ का मारा न हो जाये | इस प्रकार हम अपने हृदय को जीवन भर स्वस्थ व सुरक्षित हुए ह्रदय रोग से आसानी मुक्ति पा जायेगे |

हृदय रोग होने पर हम कौनसे व्यायाम करे? ताकि हम स्वस्थ व निरोगी रहे?(Exercise for Heart Patient in Hindi):

हम हृदय को कैसे स्वस्थ रखें इस विषय के बारे में विस्तार से जानेगे | आखिरकार हम कौन से व्यायाम करें ताकि हम अपने ह्रदय को स्वस्थ व निरोगी रख सके |

यदि आपको अपना ह्रदय स्वस्थ रखना है तो आपको स्वस्थ जीवन शैली (Lifestyle) अपनाना होगी | इसके साथ ही अपनी जीवनचर्या को सक्रियता (Physical Active)प्रदान करना होगी | इस उदेश्य की प्राप्ति के लिए व्यायाम को अपनी जीवन का अंग बनाना ही होगा |

याद है आपको शोले फ़िल्म का प्रसिध्द डायलॉग की बसन्ती जब तक तेरे पेर चलेंगे वीरू की श्वास से चलेगी | (Effective Exercise for Healthy Heart) यही बात हमारे पैरों व ह्रदय पर लागू होती है |

ह्रदय रोग मेँ कौन सा व्यायाम करना चाहिए (Exercise for Heart Blockage in Hindi):

यदि आप तेज गति से चलते है | ऐरोबिक्स, डांस (Dance) करते है | साइकिलिंग करते है | ऐसा कोई खेल (टेनिस, बैडमिंटन, व्हालीवाल) खेलते है जिससे रक्त संचार तेज होता है | इस प्रकार के व्यायाम को कर ह्रदय रोग से सुरक्षित हो जाते है | किन्तु ये सभी अभ्यास आपको अपने शरीर की सीमा को ध्यान में रखकर करना है |

किन्तु ध्यान रखे यदि आपका वजन बहुत अधिक है (How does exercise improve heart health)तो आपको ऐरोबिक्स, डांस व अन्य कुदने वाले अभ्यासों को नही करना है | ऐसी अवस्था में तेज गति (Fast Exercise) से किए गए अभ्यास आपके हृदय के साथ-साथ घुटने के स्वास्थ्य (Knee Pain) को भी प्रभावित करते है |

हार्ट को मजबूत करने के लिए कौन सा योग करना चाहिए (Exercise for Heart Blockage in Hindi-Heart Exercise):

दिल को मजबूत करते है योग के अभ्यास | योग में शरीर संचालन के अभ्यासों को नियमित रूप से करने से सम्पूर्ण शरीर की रक्त वाहिनियों में लचीलापन (Flexibility) आता है | इस प्रकार आप अपने ह्रदय को स्वस्थ रख पाते है | इन अभ्यासों को सभी आयु वर्ग के लोग व हृदय रोग (Heart Disease) के शिकार व्यक्ति भी कर सकते है |

हृदय रोग कौनसा व्यायाम करना चाहिए ? (Which Exercise is Best for Heart-Effective Exercise for Healthy Heart): 

जो व्यायाम पैरों को सक्रियता प्रदान करते है वे हृदय के लिए बहुत उपयोगी होते है | यदि हम पैरों को सक्रिय रखते है तो ह्रदय का काम आसान हो जाता है | हमें अपने शरीर की सीमा को देखते हुए पैरों को सक्रिय रखना है |

ह्रदय को स्वस्थ रखने वाले व्यायाम (Cardio Health):

प्राय वे सभी व्यायाम जो पैरों को सक्रिय रखते है वे हृदय के स्वास्थ्य के लिए लाभदायक है |(What is the Best Exercise for heart and Lungs) इन व्यायामों में साइकिलिंग, पैदल टहलना, तेज गति से चलना, योग के अभ्यास, साइकिलिंग, बैडमिंटन, टेनिस व अन्य अभ्यास आते है |

क्या व्यायाम के माध्यम से हृदय के ब्लॉकेज कम होते है?(Can Exercise Reduce Heart Blockage?):

Exercise for heart blockage

नियमित व्यायाम करने से हृदय के ब्लॉकेज (Effective Exercise for Healthy Heart) में सुधार होता है | यदि आप नियमित रूप से व्यायाम(Regular Exercise) करते है और सकारात्मक आहार का सेवन करते है तो निश्चित ही ब्लॉकेज को कम कर पाते है |

हृदय रोग के लिए प्राणायाम(Pranayam for Heart-Healthy Heart Tips ) :

हृदय रोग होने पर सूक्ष्म गति के समस्त प्राणायाम व नाड़ी शोधन प्राणायाम बिना बंध के किये जाना लाभप्रद होता है |

व्यायाम के दौरान हृदय की गति(Healthy Heart Rate During Exercise):

आपकी उम्र से आपको 220 की संख्या घटाना है | जैसे आपकी उम्र 50वर्ष है तो 220-50 =170 इस प्रकार 170 आपकी व्यायाम के दौरान हृदय की गति होती है |

हृदय के लिए श्रेष्ठ व्यायाम (Best Exercise for Heart) :

हृदय को स्वस्थ रखने के लिए योग की शरीर संचालन की क्रिया(Heart Exercise Yoga)  व नियमित रूप से टहलना श्रेष्ठ व्यायाम है | यदि आप इन्हे नियमित से करते है तो निश्चित ही हृदय को स्वस्थ रखने में सफल होंगे |

ह्रदय के लिये कार्डियोवस्कुलर व्यायाम (Exercise Cardiovascular Fitness):

कार्डियो का अर्थ है ह्रदय को उच्च स्तर तक उत्तेजित करना है । यदि आप अपने शरीर की क्षमता के अनुसार ही करना है | तेज गति से टहलना, एरोबिक्स, दोडना, या अन्य तेज गति से किये जाने वाले अभ्यास आते है । किन्तु इन अभ्यासों को अपने शरीर की क्षमता के अनुसार ही करना है | क्योकि यदि आपके शरीर में ऊर्जा कम है | आपके शारीरिक रूप से कमजोर है तो आपको तेज गति के अभ्यासों को नहीं करना है |

किन ह्रदय रोगियो को व्यायाम नहीं करना चाहिए ?(Exercise to avoid with Coronary heart Disease):

जिन लोगो को कोरोनरी हृदय की समस्या है उन लोगो को पुश अप , बैठक या कठोर व्यायाम नहीं करना चाहिए | इसके साथ ही ठण्ड के मौसम में अपने को सुरक्षित रखना चाहिए | वातावरण में अत्यधिक गर्मी होने पर भी व्यायाम को धुप में नहीं करना चाहिए | ऐसी अवस्था में अपने चिकित्सक से परामर्श अवश्य ले लेना चाहिए |

दिल को मजबूत करने की दवा (Exercise for Heart Blockage in Hindi):

Medicine for strong and healthy heart

यदि आप नियमित रूप से दवाईयों का सेवन करते है | अपने मन को नकारात्मक विचारो से मुक्त रखते है | नियमित व्यायाम करते है | सकारात्मक जीवन जीते है तो निश्चित ही आप अपने हृदय को जीवन पर्यन्त स्वस्थ रख पाते है |

दिल को कैसे मजबूत बनाये (Exercise for Heart Blockage in Hindi):

यदि हमें अपने हृदय को मजबूत बनाना है तो मानसिक रूप से स्वस्थ रहना आवश्यक है | यदि आप अनावश्यक रूप से मानसिक तनाव पालते है | अत्यधिक गुस्सा करते है | इसी के साथ किसी अन्य मानसिक विकार के शिकार है तो आपके स्वास्थ्य पर प्रतिकूल असर पड़ना सुनिश्चित है |

मन को विकारो से मुक्त करने के लिए आप योग निद्रा की सहायता ले सकते है | योग निद्रा का नियमित अभ्यास आपके मन के विकारो से निश्चित रूप से मुक्ति देता है |

इस प्रकार हम देखते है की सही जीवन शैली व नियमित व्यायाम के समन्वय के साथ आप अपने ह्रदय को तो स्वस्थ रखते ही है | इसके साथ स्वस्थ जीवन का भी आनंद ले पाते है |

Lifestyleexert125.com

https://en.wikipedia.org/wiki/Heart

https://en.wikipedia.org/wiki/Cardiovascular_disease

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