हरे धनिये से थायराइड ठीक करे Thyroid Kaise Control Kare

How to treat thyroid

How to treat thyroid

Thyroid Kaise Control Kare | How to Control Thyroid |How to Control Thyroid Naturally | How to Control Thyroid in Female | how to control thyroid in male |How to Control Hypothyroidism with Diet | How to Control TSH | how to control thyroid levels| How to Control Thyroid in Pregnancy | How to Control TSH Level

हरे धनिये से थायराइड ठीक करे Thyroid Kaise Control Kare

Thyroid kaise control kare
Thyroid kaise control kare

Thyroid Kaise Control Kare –Dr.Jagdish Joshi, Lifestyle Expert 125

थायराइड (Thyroid Kaise Control Kare): थायराइड एक ग्रंथि होती है जो हमारे गले मे होती है | हमारे द्वारा खानपान मे की गई गलतियों की वजह से थायराइड ग्रंथि अस्वस्थ हो जाती है | आहार मे की गई गलती की वजह से शरीर की आंतरिक व्यवस्था दूषित होती है |

शरीर के वात-पित्त व कफ असंतुलित हो जाता है | इसी कारण थायराईड ग्रंथि अस्वस्थ हो जाती है |

थायराइड ग्रंथि अस्वस्थ होना एक ग्रंथि का अस्वस्थ होना नही है | थायराइड ग्रंथि की वजह से शरीर की अन्य ग्रंथिया भी प्रभावित होती है | इसलिए थायराइड ग्रंथि के अस्वस्थ होने पर आवश्यक चिकित्सा अवश्य करवानी चाहिए |

थायराइड ग्रंथि के रोग दो प्रकार के होते है | पहली अवस्था मे थायराइड ग्रंथि (Hyperthyroidism) अति सक्रिय होती है | थायराइड रोग की दूसरी अवस्था मे थायराइड ग्रंथि (Hypothyroidism) कम सक्रिय होती है |

एलोपैथी मे थायराइड ग्रंथि को स्वस्थ करने के लिए स्टेराईड का सेवन कराते है | किन्तु योग, प्राकृतिक चिकित्सा व स्वस्थ आहार शैली के माध्यम से भी इसे ठीक किया जा सकता है |

थायराईड क्यों बढ़ जाता है?(Thyroid Kaise Control Kare):

हाईपर थायराईडीज़्म थायरोक्सीन हार्मोन्स के अत्यधिक स्त्राव की वजह से होता है | थायराईड रोग महिलाओ की तुलना मे पुरुषों मे बहुत कम पाया जाता है |

थायराईड के सामान्य लक्षण (Thyroid Kaise Control Kare): :

अचानक वजन बढ़ने/घटने, महिलाओ मे अनियमित महावारी, त्वचा का अत्यधिक नाजुक होना | नाखून व बालो का पतला होना इसके मुख्य लक्षण है |

क्या होता है अगर TSH स्तर उच्च है ?(How to Control TSH Level):

जब आपका TSH स्तर 2.0 से अधिक है तो हाईपोंथराईडीज़्म होना है | इस अवस्था मे वजन बढ़ाना, थकान, अवसाद, नाखून का टूटना व अन्य लक्षण प्रगट होते है | जबकि TSH का स्तर कम होता है तो उक्त अवस्था ओवर एक्टिव थायराईड की है | इसको हम शरीर मे आयोडिन के स्तर को अधिक बढ़ा हुआ कह सकते है |

थायराईड का पता कैसे चलता है? ( Symptoms of Thyroid):

थायराईड ग्रंथि के अस्वस्थ होने से वजन के अत्यधिक बढ़ने या अत्यधिक वजन घटना | बालो का तेजी से गिरना | हाथ, पैर का अकड़ना | मांसपेशियो मे कमजोरी आना अत्यधिक थकान होना | ये थायराईड होने के मुख्य लक्षणों मे शामिल है |

थायराइड का सही इलाज क्या है ?(How to Control TSH):

थायराइड को स्वस्थ बनाने के लिए आहार मे सुधार के साथ व्यायाम को अपनी जीवनचर्या का अंग बनाना है | नियमित व्यायाम करने से थायराइड ग्रंथि सक्रिय होकर उचित मात्रा मे स्त्राव करती है | आहार व व्यायाम मे उचित संतुलन हार्मोनल संतुलन को बनाए रखती है |

योग, प्राकृतिक चिकित्सा व स्वस्थ आहार शैली के प्रयोग बहुत आसानी से घर पर ही किए जा सकते है |

प्राकृतिक आहार से थायराइड के स्तर को नियंत्रित करे (How to Control Hypothyroidism with Diet):

इस प्रयोग मे आपको कोथमीर (Coriander Leaves) जिसे हरा धनिया भी कहते है | इसके प्रयोग से थायराइड ग्रंथि को स्वस्थ करना है |

आवश्यक सामग्री: 4 चम्मच कोथमीर का पेस्ट, एक ग्लास गरम पानी |

विधि (Thyroid Food Treatment in Hindi) :

एक गिलास गर्म पानी मे 4 चम्मच कोथमीर का पेस्ट मिलाकर अच्छी तरह से हिला ले | जब यह पेय तैयार हो जाये तो इसका तापमान सामान्य हो जाने दे | पेय का तापमान सामान्य होने के बाद इसे धीरे-धीरे पी ले | इसका सेवन खाली पेट करना है |

इस पेय को पीने के बाद एक घंटे तक कोई आहार ग्रहण न करे | इस पेय का सेवन 3 माह तक करना है |

योग के अभ्यास (Thyroid Kaise Control Kare) :

थायराईड ग्रंथि को स्वस्थ करने के लिए योग के अभ्यासो का बड़ा महत्व है | यदि आप गर्दन के अभ्यास को करते है तो थायराईड ग्रंथि को सक्रिय करने मे मदद मिलती है |

गर्दन के अभ्यास(Thyroid treatment Yoga in Hindi) :

गर्दन को आगे और पीछे की और ले जाये | गर्दन को दाये-बाये मोड़े | गर्दन को दायी और बायी ओर झुकाए | इन समस्त क्रियाओ को 5-5 बार करे |

गर्दन को क्लाक वाईज व एंटी क्लॉक वाइज दायीं व बायीं तरह से 5-5 बार गोल घुमाएं |

इस समस्त क्रियाओं को बहुत आराम से धीरे-धीरे करे | कभी भी जल्द बाजी मे इस क्रिया को न करे |

उज्जायी प्राणायाम(Thyroid Treatment in Hindi by Baba Ramdev):

बाबा रामदेव भी योग क्रियाओ के माध्यम से थायराईड ग्रंथि को स्वस्थ करने के बारे मे बताते है |गर्दन को आधा आगे की ओर झुका ले | श्वास लेते समय गले के अंदर घर्षण का अनुभव करना है | इस क्रिया को निरंतर श्वास लेते हुए और छोड़ते हुए इस क्रिया को दोहराना है |

प्राकृतिक उपचार (How to Control Thyroid Naturally) :

थायराईड़ ग्रंथि को स्वस्थ करने के लिए प्राकृतिक चिकित्सा का प्रयोग गले की ठंडी गर्म पट्टी बहुत लाभ देती है |

प्राकृतिक चिकित्सा का प्रयोग गर्म-ठंडी पट्टी थायराईड़ ग्रंथि को स्वस्थ बनाती है | इस प्रयोग को नियमित रूप से करने से थायराईड ग्रंथि सक्रिय होती है |

आवश्यक सामग्री(Thyroid Kaise Control Kare) :

एक 6 इंच चौड़ी व 1 से डेढ़ मीटर लंबी सूती कपड़े की पट्टी | एक 8 इंच चौड़ी व 1 मीटर लंबी गर्म (Woolen Cloth) कपड़े की पट्टी |

विधि (Thyroid Kaise Control Kare) :

सूती कपड़े की पट्टी को ठंडे पानी मे गीला कर ले | सूती कपड़े की पट्टी को गीला करने के बाद अच्छी तरह से निचोड़ ले | अब इस पट्टी का रोल बना ले | इसी प्रकार गर्म कपड़े की पट्टी का भी रोल बना ले |

अब सूती कपड़े की पट्टी को गले पर अच्छी तरह से लपेट ले | पट्टी को आराम से हल्का से लपेट | ताकि गले पर कोई दबाब न आये | इस सूती कपड़े की पट्टी पर गर्म कपड़े की पट्टी को लपेट ले | गर्म कपड़े की पट्टी को इस प्रकार से लपेटना है की सूती कपड़े की पट्टी अच्छी तरह से ढँक जाये |

अवधि :

इस पट्टी को 1.30 घंटे से लेकर 2 घंटे तक के लिए लपेटे | अब इस पट्टी को खोल ले |

गर्म ठंडी पट्टी का वैज्ञानिक प्रभाव (How to Control Thyroid Naturally):

जब हम ठंडी पट्टी को लपेटते है तो यह पट्टी गर्म होती है | सूती पट्टी के गर्म होने पर वहा की गर्मी गर्म कपड़ा रोक लेता है |सूती पट्टी के गर्म होने से गले मे स्थिति थायराईड़ ग्रंथि सक्रिय होती है | इस प्रकार हम प्राकृतिक चिकित्सा के प्रयोग गर्म-ठंडी पट्टी के प्रयोग से थायराईड़ ग्रंथि को स्वस्थ कर पाते है |

विशेष सावधानी (Thyroid Kaise Control Kare) :

जब भी पट्टी का प्रयोग करे उसे अच्छी तरह से धोकर व तेज धूप मे सुखाकर ही प्रयोग मे लाये |

उक्त प्रयोग वर्तमान मे चल रही चिकित्सा के साथ किया जा सकता है | यदि कोई रोग विशेष हो या किसी खाद्य पदार्थ से एलर्जी हो तो अपने चिकित्सक से सलाह लेकर ही उक्त प्रयोग को करे |

थायराइड मे कौन सी गोली खानी चाहिए?(Thyroid Treatment):

हाइपर थायराइड रोग होने पर कार्बीमाजोल या मेथीमजोल गोली का सेवन करवाया जाता है | इसके साथ ही थायरोक्सिन 10 माइक्रोग्राम से लेकर 200 माइक्रोग्राम तक की गोली दी जाती है | उक्त दवाईयो का सेवन रोग की अवस्था व चिकित्सक के परामर्श से करना है |

थायराइड होने पर क्या नही खाना चाहिए?(Diet in Thyroid) :

थायराइड होने पर सोयाबीन व सोयाबीन के उत्पाद, अधिक वसा वाले खाद्य पदार्थ व अत्यधिक चीनी वाले पदार्थों का सेवन नहीं करना चाहिए |

आवश्यक जानकारी :

लेख मे दिए गए थायराइड संबंधी जानकारी का प्रयोग अपने चिकित्सक के मार्गदर्शन मे ही करे | वर्तमान मे चल रही चिकित्सा को बंद नहीं करना है | आपको इस प्रयोग के बाद आवश्यक जांच अवश्य करवानी चाहिए ताकि आपको ज्ञात हो सके की थायराइड का स्तर कितना है |

Lifestyleexpet125.com

Share to...