क्या आप पेट की समस्या से परेशान है?Pet Saf Karane ke Upay

Pet Saf Karane ke Upay

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क्या आप पेट की समस्या से परेशान है? Pet Saf Karane ke Upay

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क्या आप पेट की समस्या से परेशान है? Pet Saf Karane ke Upay –Dr.Jagdish Joshi, Lifestyle Expert125

आज के समय मे पाचन संबन्धित अनेक समस्याओ से व्यक्ति परेशान रहता है | सामान्य तह: किसी का पेट अच्छे से साफ नही होता | किसी को गैस की तकलीफ | कोई ऐसिडिटी का शिकार | भूख नही लगना |ये सभी समस्याए कब्ज की श्रेणी मे आती है |

पेट साफ नही होने का क्या कारण है?:

यदि आपका पेट साफ नही होता है तो उसके निम्न लिखित कारण हो सकते है :

आपका जीवन आरामदायी है |

आप शारीरिक रूप से सक्रिय नही है |

आप गरिष्ठ आहार का सेवन करते है |

आप खाना बहुत जल्दी-जल्दी खाते है |

आप गरिष्ठ आहार का सेवन कर सो जाते है |

आप अत्यधिक आहार का सेवन करते है |

आपकी पाचन अग्नि कमजोर है |

रात को देर से व गरिष्ठ आहार का सेवन करते है | 

आखिर कब्ज क्या है? (Pet Saf Karane ke Upay):

कब्ज अर्थात आपकी बड़ी आंत मे पुराना मल जमा होना है | यदि आपकी आंतों मे पुराना मल जमा है तो निश्चित ही आप कब्ज के शिकार है | आमतोर पर अधिकाश व्यक्तियो की बड़ी आंत मे पुराना मल जमा रहता है |

व्यक्ति कब्ज से मुक्ति पाने के लिए न जाने कितने प्रयास करता है, किन्तु कब्ज से मुक्ति नही मिलती है | केवल तात्कालिक रूप से पेट साफ हो जाता है | आखिर कार कब्ज का कोई स्थायी निदान है?

कब्ज से मुक्ति पाने के लिए व्यक्ति क्या नही करता(Pet Saf Karane ke Upay):

व्यक्ति योग करता है | व्यक्ति टहलता है | न जाने कितने प्रयास करता है | किन्तु व्यक्ति कब्ज से मुक्त नही होता है | हाँ कब्ज का स्थायी निदान है | इन सब प्रयासो के साथ-साथ सही जीवन शैली से ही कब्ज से मुक्ति पायी जा सकती है |

अनेक चिकित्सा पध्दति भी कब्ज से आराम नही देती है(Pet Saf Karane ke Upay) :

मैंने व्यक्तिगत रूप से अनेक लोगो को देखा है की व्यक्ति अनेक चिकित्सा विशेषज्ञों से चिकित्सा परामर्श लेते है | किन्तु कभी भी स्थायी लाभ नही मिलता है | व्यक्ति अनेक प्रकार की जांच करवा लेता है | किन्तु फिर भी उसे पाचन संबन्धित रोगो से मुक्ति नही मिलती है |

तुरंत पेट साफ करने की दवा(Pet Saf Karane ke Upay):

जो भी दवा तुरंत पेट साफ करती है वह बड़ी आंत को गंभीर नुकसान पहुचाती है | क्योकि पेट साफ करने की जितनी भी दवाईया है वे बड़ी आंत के सकारात्मक बेक्टरिया को गंभीर नुकसान पहुचाती है |

पेट साफ करने के लिए क्या खाना चाहिए(Pet Saf Karane ke Upay):

पेट साफ करने के लिए पर्याप्त मात्रा मे रेशे का सेवन करना चाहिए | रेशे की प्राप्ति के लिए फल व सब्जियों का सेवन करना चाहिए | उपवास के माध्यम से भी पेट अच्छे से साफ होता है |

पेट साफ करने की आयुर्वेदिक दवा:

पेट साफ करने के श्रेष्ठ दवा त्रिफला है | त्रिफला के सेवन से कभी भी पाचन प्रणाली पर कोई दुष्प्रभाव नही पड़ता है | यह पेट साफ करने का आसान तरीका है |

चिकित्सा पर अत्यधिक खर्च करने के बाद भी लाभ नही मिलता है :

व्यक्ति अपने जीवन की मेहनत से कमाई हुई राशि चिकित्सा पर खर्च कर देता है | किन्तु व्यक्ति को स्वास्थ्य लाभ नही मिलता है | एक व्यक्ति न जाने कितने चिकित्सा विशेषज्ञो से चिकित्सा करवाता है | किन्तु जीवन शैली को नही बदलता है |

कब्ज की वजह से अनेक रोग हो जाते है:

पेट के रोगो का आयुर्वेदिक इलाज :

इस प्रकार हम देखते है की व्यक्ति कब्ज के बाद गैस का शिकार हो जाता है | पाईल्स, फिशर, ह्रदय रोग, उच्च रक्तचाप, चर्म रोग व अनेक रोगो का शिकार हो जीवन को खराब कर लेता है |

पेट के रोगो का आयुर्वेदिक इलाज :

पेट की समस्या से मुक्ति पाने के लिए व्यक्ति आयुर्वेदिक दवाईयों व चूर्णों का भी प्रयोग करता है | किन्तु कब्ज से स्थायी लाभ नहीं मिलता है |

कब्ज अनेक रोगो की जननी है :                                                                                                                                                                             

क्योकि कब्ज की वजह से एक नही अनेक रोग व्यक्ति को अपना शिकार आसानी से बना लेते है | इसलिए कहते है ना कब्ज अनेक रोगो की जननी है |

पेट के लिए रामबाण इलाज :    

कब्ज का प्राकृतिक चिकित्सा में रामबाण इलाज है | क्योकि प्राकृतिक चिकित्सा कब्ज रोग के मूल कारणों को दूर करती है |

पेट की सभी बीमारी का इलाज :

प्रकृति स्वयं एक चिकित्सक है | यदि हम उचित जीवन शैली जीते है तो पेट की सभी बीमारियों का इलाज हो जाता है |

प्राकृतिक चिकित्सा से कब्ज से मुक्ति पाये :

आज हम कब्ज से मुक्ति पाने के लिए प्राकृतिक चिकित्सा के प्रयोग के बारे मे जानेगे | ताकि आप आसानी से कब्ज से मुक्त हो सके | उक्त प्रयोग घर मे उपलब्ध साधनो से आसानी से किये जा सकते है | इनका शरीर पर कोई दुष्प्रभाव भी नही पड़ता है |

5 मिनिट मे पेट साफ कैसे करे?

इसी क्रम मे प्राकृतिक चिकित्सा का प्रयोग गरम ठंडे सेक के बारे मे जानकारी प्राप्त करेगे |

गरम ठंडा सेक प्राकृतिक चिकित्सा का अनमोल व सरल प्रयोग है | यह प्रयोग बहुत ही प्रभावी प्रयोग है | इस

प्रयोग के माध्यम से आप बरसो पुरानी कब्ज से मुक्त हो सकते है |

आप को जानकर आश्चर्य होगा की हम नियमित रूप से शोच जाते है उसके बाद भी हमारी आंतों मे पुराना मल पड़ा रहा है |

इस बात को हम अपने पेट के कडक होने से समझ सकते है | इसीलिए एक कहावत है सिर रखो ठंडा, पेट रखो नरम व पैर रखो गरम |

यदि आपके पेट मे अनावश्यक गंदगी मल के रूप मे जमा नही होगी तो आप आसानी से कब्ज से मुक्त होगी |

आवश्यक सामग्री:

एक गरम पानी की थैली, एक नैपकीन |

गरम ठंडे सेक की प्रयोग विधि :

गरम पानी की थैली मे गरम पानी भर ले | नैपकीन को ठंडे पानी से गीला कर ले |

गरम पानी की थैली से नाभि के निचले भाग को गरम पानी की थैली से सिकाई करते है | ध्यान रखे थैली अत्यधिक गरम न हो | 3 मिनिट गरम पानी की थैली से सिकाई करते है | उसके बाद 1 मिनिट ठंडे पानी के नैपकीन को पेडू पर रखते है |

इस प्रकार 5 बार गरम पानी की थैली से सेक करते है | 5 बार ठंडे पानी के नैपकीन को पेडू पर रख कर  ठंडा करते है |

इस प्रयोग  का प्रारम्भ गरम पानी के प्रयोग से करते है | प्रयोग का अंत ठंडे प्रयोग से करते है |

गरम ठंडे प्रयोग का वैज्ञानिक आधार :

जब हम पेडू पर गरम सेक करते है तो आंतों मे रक्त का संचार तेज  होता है | क्योकि नाभि के नीचे वाले भाग मे बड़ी आंत आती है | यही पर पुरानी गंदगी जमा रहती है | जब हम ठंडे पानी के नैपकीन से पेडू को ठंडा करते है तो आंतों मे सिकुड़न होती है | इस प्रकार से आंतों मे नियमित रूप से फैलने व सिकुड़ने की प्रक्रिया निरंतर होने से आंतों मे चिपका हुआ पुराना मल (Stool) ढीला होता है |

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गरम ठंडा सेक कितनी बार करना :

गरम ठंडा सेक का प्रयोग 3 दिन तक किया जा सकता है | उसके बाद इस प्रयोग को सप्ताह मे 2 बार किया जा सकता है |

गरम-ठंडा सेक किसे नही करना है :

गरम ठंडा सेक निम्न लिखित परिस्थितियों मे गरम ठंडा सेक नही करना चाहिए :

जब रक्तचाप अत्यधिक बढ़ा हुआ हो |

पेट मे छाले हो |

व्यक्ति हाइपर ऐसिडिटी का शिकार हो |

पेट पर चर्म रोग हो |

यदि किसी रोग विशेष का शिकार हो |

गरम ठंडा सेक के बाद क्या करे? :

गरम ठंडे सेक के बाद सब्जियों से बने हुए सूप का सेवन करना है | सूप की पर्याप्त मात्रा का सेवन करना है |

यदि आप पर्याप्त मात्रा मे सूप का सेवन करते है तो निश्चित ही आप आसानी से कब्ज से मुक्त हो सकते है |

आवश्यक सावधानी :

यदि आप किसी रोग विशेष के शिकार है? तो आपको गरम ठंडे सेक का प्रयोग करने के पूर्व अपने चिकित्सक के परामर्श पर ही करना है |