ताड़ासन करने की सही विधि व लाभ Tadasan Kaise kare?

adasan karane ka sahi tarika

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Tadasan Kaise kare? by Dr.Jagdish Joshi, Lifestyle Expert 125

ताड़ासन क्या है?
Tadasan Kaise kare?- Tadasana mountain pose karne ka tarika in hindi :


Tadasan Kaise kare?- ताड़ासन योग का अत्यंत महत्वपूर्ण अभ्यास है | ताड़ासन शब्द ताड़-पर्वत के साथ आसन को मिलाकर बना है | ताड़ासन को योग के खड़े रहकर किए जाने वाले अभ्यासो की नीव कहा गया है | क्योकि इस आसन का अभ्यास करते समय शरीर पर्वत के समान सीधा व स्थिर रहता है | इस अभ्यास के माध्यम से रीढ़ को बड़ी आसानी से भरपूर दबाब व खिचाव मिलता है | इस अभ्यास को सही विधि से करने पर शरीर व मन की स्थिरता बनती है |

इस अभ्यास को जाने अनजाने संसार के समस्त प्राणी कराते है | जब भी हम थक जाते है तो शरीर को ऊपर की और तानते है | इस प्रकार प्रकृति मे मौजूद जानवर भी अपने शरीर को तानकर रिलेक्स होते है | यही अभ्यास योग मे ताड़ासन कहलाता है |

 

ताड़ासन करने की विधि (Tadasan Kaise kare?):

• ताड़ासन का अभ्यास करने के लिए सबसे पहले आप अपने आसन पर खड़े हो जाए और कमर एवं गर्दन को सीधा रखें एवं अपनी आंखो की दृष्टि को सामने की और रखें।

• दोनों पैरो के पंजे व एडी आपस मे मिलाकर रखे ।
• अपने बाजू से दोनों हाथो को धीरे-धीरे ऊपर की उठाये की एड़िया ऊपर की और उठ जाये । दोनों हाथों को कंधे की सीध में लाएं। और हथेलियों को सीधा रखते हुए हाथो इं
टरलाक कर छत की तरफ/आसमान खीचने का प्रयास करे |
• अपनी आंखो की दृष्टि को किसी एक बिंदु पर केंद्रित रखे ।
• शरीर का संतुलन बनाते हुए रीढ़ को तान के रखे एवं कुछ देर इस अवस्था में अपने शरीर की क्षमता के अनुसार सामान्य श्वास-प्रश्वास को सामान्य बनाते हुए स्थिरता पूर्वक रुकने का प्रयास करें।

• कंधे तक आने पर हथेलियों की दिशा पलटे हथेलियों का रुख जमीन की तरफ करें।
• अब धीरे-धीरे सांस छोड़ते हुए बाजू से हाथों को धीरे-धीरे नीचे लाएं।
• धीरे-धीरे हाथ नीचे और ऐडियो को नीचे लाएं।
• इस प्रकार ताड़ासन का एक चक्र पूर्ण हो जाता है ।
• इस आसन को आप अपने शरीर की क्षमता अनुसार 3 से 5 बार तक कर सकते हैं।
• इस आसन मे अपने शरीर की क्षमता के अनुसार पर्याप्त समय रुक कर करे | इस आसन मे रहने की अवधि को धीरे-धीरे बढ़ाए |

ताड़ासन के लाभ Tadasana (Mountain Pose) ke fayde
वजन कम करने के लिए ताड़ासन (Tadasan Kaise kare?):

यदि इस आसन को सही विधि से नियमित रूप से किया जाय व आहर मे उचित संतुलन रखा जाय तो पेट की चर्बी कम करने मे यह आसान चमत्कारिक लाभ देता है |

ताड़ासन लम्बाई बढ़ाने के लिए (Tadasan to increase the length):

ताड़ासन का अभ्यास बच्चों की लम्बाई बढ़ाने के लिए श्रेष्ठ योगाभ्यास है। यदि आप अपने बच्चो की उचाई बढ़ाना चाहते है तो इस आसान को बच्चो को 6 से 20 साल की उम्र मे बच्चो को कराना है।

ताड़ासन पीठ की दर्द के लिए (Tadasan for backache) :

इस आसान का अभ्यास पीठ दर्द को दूर करने के लिए बहुत लाभकारी है। क्योकि हमारी नियमित जीवन चर्या मे पीठ पर अत्यधिक दबाब पड़ता है | कई बार तो बैठे बैठे पीठ दुखने लगती है | ऐसी अवस्था मे पीठ को विकृति से बचाने व स्नायू संस्थान को शक्ति प्रदान करने के लिए यह एक श्रेष्ठ व आसान अभ्यास है | क्योकी हमारी रीढ़ का स्नायुओ से सीधा संपर्क रहता है |

ताड़ासन नसों एवं मांसपेशियों की दर्द के लिए (Tadasan Kaise kare?):

यदि आप नसों की दर्द से परेशान हैं तो आपको यह आसन करना चाहिए। यह नसों के दर्द को कम करता मांसपेशियों के साथ नसों को मजबूत और शक्तिशाली बनाता है। क्योकि इसका सीधा संबंध हमारे स्नायु संस्थान से है | इस आसान के अभ्यास से मांसपेशियों की ऐंठन और दर्द जैसी समस्याओं को भी दूर करने में मदद मिलती है |

कब्ज से मुक्ति के लिए (For relieving constipation):

ताडासन का नियमित अभ्यास कब्ज से मुक्ति देता है | क्योकि इस आसन के अभ्यास से समस्त पाचन अंगो पर पर्याप्त दबाब पड़ता है जिससे उनकी कार्यक्षमता मे वृध्दि होती है |

मधुमेह मे लाभ (Benefits in diabetics):

इस आसन के अभ्यास से हमारी पेंनक्रियाज़ पर पर्याप्त दबाब पड़ता है जिससे इंसुलिन का नियमित रूप से स्त्राव होता है |



ताड़ासन शारीरिक व मानसिक एकाग्रता और संतुलन के लिए एक श्रेष्ठ अभ्यास है |

ताड़ासन के अभ्यास से आपकी शारीरिक व मानसिक एकाग्रता में वृध्दि होती है। इस आसान का नियमित रूप से अभ्यास करने से शरीर में संतुलन आता है।



ताड़ासन पैरों को मजबूती देता है (Tadasan strengthens the legs) :

ताड़ासन का अभ्यास पैरों की समस्यां जैसे सूजन, दर्द, सुन्न, जलन और झनझनाहट के लिए काफी लाभदायक है |



सायटिका के लिए ताड़ासन (Tadasan for Sciatica):

ताड़ासन का अभ्यास नियमित रूप से करने से सायटिका (sciatica) के दर्द मे लाभ मिलता है |



ताड़ासन कमर दर्द से मुक्ति के लिए (Tadasan for Back Pain Relief) :

ताड़ासन का अभ्यास करने से सम्पूर्ण शरीर का दर्द (Body Pain) व पीड़ा को कम किया जा सकता है।

ताड़ासन का अभ्यास आपके शरीर को आलस्य व तनाव से मुक्त करता है।
रीढ़ को हमेशा सीधा रखता है |

 

अपनी रीढ़ को हमेशा सीधा रखे (Always keep the spine straight):

ताड़ासन का अभ्यास रीढ़ को हमेशा सीधा रहता है और रीढ़ के अप्राकृतिक झुकाव को दूर करता है। इस प्रकार ताड़ासन का अभ्यास आपके व्यक्तित्व मे निखार लाता है |


ताड़ासन करने के लिए आवश्यक सावधानी (Precautions for Tadasan in Hindi): 


यह आसन गर्भवती महिला के लिए वर्जित है।
जब आपको सिर दर्द की शिकायत हो तो इसका अभ्यास नही करना चाहिए ।
इस आसन को करने वाले प्रारम्भिक अभ्यासियों को पैरों की अंगुलियों पर आकर इस आसन को नही करना चाहिए |

जब रक्तचाप अत्यधिक बढ़ा हुआ हो तो इस आसन के अभ्यास को करने से बचना चाहिए।



प्रारम्भिक अभ्यासियों के लिए दिशा निर्देश (Guide line for beginning practitioners):


अपने शरीर की क्षमता के अनुसार ही इस आसन का अभ्यास करे |
शरीर को अपने शरीर की क्षमता के अनुसार ही ताने |

 

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