उपवास के चमत्कारिक फायदे Fasting Benefits

fasting benefits

fasting benefits

उपवास के चमत्कारिक फायदे Fasting Benefits

Fasting Benefits and Side Effect in Hindi- Dr.Jagdish Joshi, Lifestyle Expert 125

Fasting Benefits– उपवास हमारे देश की परंपरा है | हमारे देश मे उपवास का धार्मिक महत्व है | उपवास को अनेक धर्मो मे स्थान दिया गया है |हिन्दू लोग विभिन्न धार्मिक उत्सवों पर विभिन्न प्रकार के उपवास करते है |

मुस्लिम लोग रोजा रखते है | इसी प्रकार अन्य धर्मो के लोग भी उपवास को करते है | उपवास के माध्यम से आप अनेक रोगों से बिना कोई उपाय किये स्वस्थ हो सकते है | उपवास धर्म में साथ-साथ एक चिकित्सा विज्ञान भी है |

तो आईये उपवास के माध्यम से स्वस्थ रहने के रहस्यों को जानते है |

उपवास को प्राकृतिक चिकित्सा मे बहुत महत्वपूर्ण स्थान दिया गया है | प्राकृतिक चिकित्सा मे उपवास के व्दारा अनेक रोगो को दूर किया जाता है | छोटे-मोटे रोग तो एक दिन के उपवास से ही ठीक हो जाते है |

Fasting का हिन्दी अर्थ (Fasting Meaning in Hindi) उपवास होता है |

उपवास का  अर्थ (Upvas Meaning):

उपवास का अर्थ है आहार का सेवन नही करना |

उपवास का विज्ञान (Fasting Benefits and Side Effect in Hindi):

उपवास का विज्ञान क्या कहता है? उपवास एक चिकित्सा विज्ञान है | उपवास के माध्यम से शरीर की सम्पूर्ण प्रणाली को विश्राम मिलता है | जब शरीर के सम्पूर्ण की प्रणाली को विश्राम मिलता है तो वे शरीर की आंतरिक सफाई करती है | विश्राम मिलने से शरीर के आंतरिक अंग अपनी पूर्ण कार्यक्षमता से कार्य करने लग जाते है | क्योकि विश्राम के बाद जिस प्रकार हम ऊर्जा से भर जाते है |उसी प्रकार  शरीर के आंतरिक अंगो की शक्ति बढ़ जाती है |

जापानी स्वास्थ्य विशेषज्ञो को उपवास पर नोबल पुरस्कार मिला है | इन स्वास्थ्य वैज्ञानिक ने सिध्द किया है | उपवास के माध्यम हम केन्सर से सुरक्षित हो सकते है | जब हम कोई आहार ग्रहण नही करते है तो केन्सर की कोशिकाए भूखों मरती है | इस प्रकार हम केन्सर रोग से बच जाते है |

उपवास कितने घंटे का  होता है? (Fasting Benefits and Side Effect in Hindi):

उपवास की समय सीमा व्यक्ति के स्वास्थ्य व उसके रोग के अनुसार होती है | कई बार उपवास की अवधि आध्यात्म के हिसाब से होती है |

उपवास के लाभ और प्रकार(Fasting Benefits and Side Effect in Hindi):

उपवास के अनेक प्रकार है | हम विभिन्न प्रकार के उपवासों के बारे मे जानकारी प्राप्त करेगे | उक्त जानकारी आध्यात्म व चिकित्सा के अनुसार है |

निर्जला  उपवास के फायदे(Health Benefits of Fasting): 

इस उपवास में बिना पानी के उपवास किया जाता है | प्राय: महिलाए करवा चौथ के अवसर पर करती है | इसी प्रकार जैन धर्म व अनेक धर्म वाले भी इस उपवास को करते है |

बिना नमक के उपवास(Fasting Benefits):

कई धार्मिक अवसरों पर बिना नमक के उपवास किया जाता है | बिना नमक के किए गए उपवास की वजह से पाचन प्रणाली व किडनी को आराम मिलता है | जब हम बिना नमक के उपवास करते है तो पानी की आवश्यकता नही पड़ती है | क्योकि जब आप नमक का सेवन नही करते है तो प्यास भी नही लगती है | इस प्रकार किडनी का काम कम हो जाता है | एक प्रकार से किडनी को आराम मिल जाता है |

इसलिए बिना नमक का उपवास किया जा सकता है | किन्तु बिना नमक के उपवास करने से कुछ लोगो को बीपी कम हो जाता है | इसलिए यदि आप शारीरिक रूप से सक्षम है तो ही बिना नमक के उपवास करे |

फलों पर उपवास(Juice Fasting):

फलों पर भी उपवास क्या जा सकता है | क्योकि फलों में भरपूर मात्रा मे पानी होता है | फलों मे रेशा, विटामिन्स, खनिज लवण व अन्य आवश्यक तत्व पाये जाते है |

फलों पर उपवास करने से शरीर को पोषण तो मिलता ही है | इसके साथ ही फल आसानी से पच जाते है | इसीलिए फलों को प्रि-डायजेस्टेड फूड कहा जाता है |  फलों के सेवन से पाचन प्रणाली की अच्छे से सफाई होती है |क्योकि फलों मे भरपूर मात्रा में रेशा भी पाया जाता है |

इसके साथ ही फलों की कैलोरी वैल्यू बहुत कम होती है | इस वजह से फलों पर उपवास करने से शरीर का वजन भी नही बढ़ता है |

इंटरमिटेंट फास्टिंग (Internment Fasting-Fasting Benefits):

आजकल इंटरमिटेंट फास्टिंग बहुत प्रचलन में है | इंटरमिटेंट फास्टिंग युवाओ को बहुत आकर्षित कर रहा है | इंटरमिटेंट फास्टिंग के माध्यम से लोग मोटापा, कब्ज, मधुमेह व अनेक रोगों से मुक्ति पा रहे है |

इंटरमिटेंट फास्टिंग में यदि व्यक्ति सुबह 10 बजे खाना खाता है | शाम का खाना 7 बजे खाता है | इस प्रकार व्यक्ति अगले दिन 10 बजे खाना खाता है | इस प्रकार व्यक्ति रात को 7 बजे से लेकर 10 बजे तक कोई आहार ग्रहण नहीं करता है | इस प्रकार व्यक्ति 15 घंटों तो को आहार ग्रहण नहीं करता है | इस प्रकार के उपवास को कर हम अनेक चमत्कारिक लाभ ले लेते है |

यदि हम सप्ताह मे एक दिन उपवास करते है तो अनेक रोगो से सुरक्षित हो जाते है | इसलिए  हमाए देश मे सप्ताह मे एक दिन उपवास करने की परंपरा है | यदि आप  उपवास में भूखे नही रह सकते है तो आप पर्याप्त मात्रा में फलों का सेवन कर सकते है|

उपवास के चमत्कारिक लाभ(Health Benefits of Fasting):

उपवास एक चिकित्सा पध्दति है | कई छोटे मोटे रोग जैसे, अपच, ऐसिडिटी, सर्दी, सिर दर्द, शरीर दर्द, बुखार एक दिन के उपवास से ठीक हो जाते है | क्योकि उपवास के माध्यम से हमारी सम्पूर्ण पाचन प्रणाली को आराम मिलता है | जब पाचन प्रणाली को पूर्ण विश्राम मिलता है तो शरीर आंतरिक अंगो की सफाई करता है |

इसलिए जब भी इस तरह की समस्या पैदा हो? आहार का सेवन एक दिन के लिए बंद कर दे चमत्कारिक लाभ होगा |

उपवास करने के क्या-क्या फायदे है? (Upvas ke fayde in hindi):

उपवास करने से शारीरिक, मानसिक व आध्यात्मिक लाभ होते है |

1 शरीर की जीवनी शक्ति बढ़ती है |

2 पाचन संबन्धित समस्याओ से मुक्ति मिलती है |

3 ब्लड शुगर का स्तर सुधारता है |

4 ह्रदय का स्वास्थ उन्नत होता है |

5 व्यक्ति ज्यादा लंबे समय जीता है |

6 उपवास से व्यक्ति युवा रहता है |

उपवास करने से क्या फायदा होता है?:

उपवास करने से शरीर विषमुक्त (Detoxified) करता है |

शरीर का वजन उचित स्तर पर रहता है |

पाचन प्रणाली विश्राम पाकर शक्तिशाली होती है |

त्वचा सुंदर होती है |

रक्त मे कोलेस्ट्राल की मात्रा कम होती है |

रक्तचाप उचित स्तर पर रहता है |

क्या उपवास करना जरूरी है?:

क्या जब हम थके हुए रहते है तो आप कोई कार्य नही कर पाते है | तो जब हमारी पाचन प्रणाली भोजन का अत्यधिक सेवन कर के थक जाती है | तो कैसे वह अपनी कार्यक्षमता से कार्य करेगी? इसी उदेश्य से उपवास करना आवश्यक हो जाता है |

जब हम उपवास करते है तो हमारी पाचन प्रणाली को भोजन पचाने की आवश्यकता नही होती है | ऐसी अवस्था मे पाचन प्रणाली मे पड़ा हुआ अनपचा भोजन शरीर के माध्यम से बाहर निकलता है |

इस कारण हमारी पाचन प्रणाली को विश्राम मिलने से उसकी क्षमता मे वृध्दि हो जाती है |

उपवास के नियम क्या है?:

उपवास के कुछ नियम है | यदि हम उपवास की अवधि के दौरान इन नियमो का पालन करते है तो निश्चित ही उपवास का सम्पूर्ण लाभ हमको मिलता है |

उपवास के दौरान क्षमा, सत्य, दान, शोच, इंद्रिय संयम, देव पूजा, अग्नि होत्र, संतोष व किसी प्रकार की चोरी नही करना व्रत करने के आवश्यक नियम है |

बार-बार जल का सेवन नही करना है |

पान या अन्य मुखवास का सेवन करने से बचना चाहिए |

मैथुन करना व दिन मे सोने से भी उपवास खंडित होता है |

उपवास कैसे प्रारम्भ करना चाहिए? (How do I start fasting?):  

उपवास के पूर्व कुछ तैयारी कर के यदि उपवास किया जाय तो उपवास का हमे पूर्ण लाभ मिलता है | यदि आप बिना किसी तैयारी के उपवास करते है तो आप का जी घबरा सकता है | इसलिए उपवास के पूर्व हल्का भोजन कर पेट की सफाई सुनिश्चित कर ले | इस उदेश्य के लिए प्राकृतिक चिकित्सा के प्रयोग पेडू का गरम ठंडा सेक, मिट्टी की पट्टी से पेट की सफाई सुनिश्चित कर ले |

इस प्रकार से उपवास करने से आपको उपवास के दौरान किसी प्रकार के शारीरिक कष्ट का सामना नही करना |

फास्टिंग करने से क्या होता है?:

फास्टिंग करने से शरीर की सम्पूर्ण पाचन प्रणाली को विश्राम मिलता है | ऐसी अवस्था मे पाचन प्रणाली शरीर से अनावश्यक अनपचे हुए भोजन को मल व्दार से तेजी से बाहर निकालती है | इस प्रकार हमारी पाचन प्रणाली की क्षमता मे वृध्दी होती है |

हफ्ते मे कितनी बार उपवास करना चाहिए?:

सामान्य रूप से अपने शरीर के सम्पूर्ण प्रणाली को सप्ताह मे एक दिन विश्राम देना चाहिए | इस उदेश्य की प्राप्ति के लिए सप्ताह मे एक दिन आप आसानी से उपवास कर सकते है | इस प्रकार आप अपने पाचन प्रणाली को विश्राम देकर उसे पुन: ऊर्जावान बना सकते है |

आप आसानी से अवकाश के दिनो मे  उपवास कर सकते है |

उपवास से आसानी से वजन कम करे (Fasted way to Loose Weight):

सही विधि से उपवास करने से वजन को आसानी से कम किया जा सकता है | उपवास के माध्यम से हमारे शरीर का मेटाबॉलिजम (Metabolism)  उचित स्तर पर आता है | उपवास के माध्यम से काम श्रम करके भी वजन को आसानी से कम किया जा सकता है |

हम कितने समय के लिए उपवास कर सकते है(How long should you do fasting):

प्रतिदिन 14 से 18 घंटे का उपवास एक आदर्श उपवास है | इसे हम आसानी से कर सकते है | इस प्रकार के उपवास हमारी पाचन प्रणाली को पर्याप्त विश्राम देते है | इस प्रकार के उपवास को आप अपनी नियमित जीवनचर्या का अंग भी बना सकते है |

क्या स्वस्थ रहने के लिए उपवास करना चाहिए?(Is it Healthy to do Fasting):

कई बार हम आध्यात्मिक कारणो ने हम अत्यधिक कठिन उपवास कर लेते है | ऐसे उपवास मे हम अपनी सेहत के बारे मे ध्यान नही रखते है | ऐसी अवस्था मे स्वास्थ्य को हानि पहुच सकती है |

किन्तु कुछ घंटो के उपवास शरीर को चमत्कारिक लाभ देते है | अनेक स्वास्थ्य विशेषज्ञो ने उपवास को वजन कम करने व श्रेष्ठ स्वास्थ्य के लिए उपयोगी बताता है |

आप एक दिन मे कितना लंबा उपवास कर सकते है?(How long should you fast a day):

एक दिन मे आप 12 घंटे का उपवास कर सकते है |

उपवास के दौरान क्या सेवन करना चाहिए?(What do you eat when fasting?):

यदि आप 12-16 घंटो का उपवास करते है तो आपको कोई आहार ग्रहण नही करना चाहिए | इस उपवास को हम इंटेरमीटिंग फास्टिंग भी कहते है | किन्तु यदि आप कुछ दिनो का उपवास करते है तो आपको पर्याप्त मात्रा मे पानी, फलों व कच्ची सब्जियों का सेवन करना चाहिए |

क्या मे उपवास के दौरान काफी/चाय का सेवन कर सकता हूँ?(Can I drink Tea Coffee while Fasting?):

यदि आप चाय/काफी के बिना नही रह सकते है तो आप एक दो कप चाय/काफी पी सकते है | यदि आप सीमित मात्रा मे चाय/काफी का सेवन करते है तो शरीर को कोई नुकसान नही होता है |

यदि आप चाय/काफी के बिना रह सकते है तो आपको इनका सेवन नही करना चाहिए | चाय/काफी के स्थान पर नींबू-शहद पानी का सेवन कर सकते है | फलो का रस का भी सेवन कर सकते है |

आप कितने लंबे समय तक का उपवास कर सकते है?(What is the longest you should fast?):

ऐसा कोई नियम नही है की आप कितने दिनों का उपवास कर सकते है | जल के उपवास की अवधि व्यक्ति के शरीर की अवस्था/रोग की अवस्था पर निर्भर करती है | किन्तु चिकित्सा विज्ञान के अनुसार 24 घंटों से लेकर 3 दिनों तक के लिए किया जा सकता है |

प्राय: उपवास का उदेश्य धार्मिक होता है | हमारे भारत देश मे अनेक त्योहारो पर उपवास किये जाते है | उक्त उपवास की अवधि व विधि त्यौहार के अनुसार होती है |

उपवास के दौरान कितना वजन कम होता है? (How much fat do you lose a day fasting?):

उपवास के दौरान पानी के कम सेवन की वजह से कमी आती है | यदि आप 24 घंटे कोई ठोस आहार आहार सेवन नही करते है तो 750 ग्राम से 1 किलो वजन कम होता है | जो की शरीर की वसा के कम होने की वजह से होता है |

क्या उपवास के दौरान नींबू पानी का सेवन कर सकते है?( Can you drink lemon water while fasting?)

उपवास के दौरान नींबू पानी सेवन किया जा सकता है | उक्त आहार मे शून्य कैलोरी होती है | यदि आप दिन मे 2-3 बार नीबू पानी का सेवन करते है तो शरीर से वसा व कार्ब की मात्रा कम होती है |

हम कितने दिनों तक बिना भोजन के रह सकते है?( How long can you fast without food?):

हम कितने दिनों तक भूखा रह सकते है के विषय पर अनेक शोध हुए है | शोध के अनुसार एक सामान्य स्वस्थ व्यक्ति 8-21 दिनों तक बिना पानी व आहार के रह सकता है | किन्तु पानी पर 2 माह तक व्यक्ति रह सकता है |

क्या उपवास के दौरान व्यायाम कर सकते है?(Can you exercise while fasting?):

उपवास के दौरान आप सक्रिय रह सकते है | किन्तु उपवास के दौरान हल्का व्यायाम ही किया जाना चाहिए | यदि आप लंबे समय तक उपवास करते है तो आपको पर्याप्त विश्राम की आवश्यकता होती है |

उपवास/व्यायाम मे से क्या बेहतर है?( Which is better fasting or exercise?):

यदि आप बिना व्यायाम किए उपवास करते है तो मांसपेशियो का वजन कम होता है | किन्तु यदि आप उपवास के साथ-साथ व्यायाम भी करते है तो मांसपेशियो के साथ साथ वसा भी कम होता है |

क्या उपवास से पेट की चर्बी कम होती है?( Does fasting burn belly fat?):

उपवास के साथ उच्च प्रोटीन आहार का सेवन पेट की चर्बी को गलाता है | इसलिए उपवास के बाद अपने आहार से कार्ब का सेवन कम कर के यदि आप पर्याप्त प्रोटीन आहार का सेवन करते है तो निश्चित रूप से पेट की चर्बी कम होती है |

उपवास व प्रार्थना (Fasting and Prayer):

उपवास व प्रार्थना के बीच गहरा सम्बन्ध है | जिस प्रकार उपवास में हम आहार ग्रहण नहीं करते है | ऐसी अवस्था में शरीर सकारात्मक ऊर्जा से भर जाता है | ऐसी अवस्था में प्रार्थना बहुत प्रभावी हो जाती है | इसलिए विभिन्न धार्मिक अवसरों पर हम उपवास कर अपने मन की शक्ति को बढ़ाते है |

मेने अपने चिकित्सकीय अनुभव से देखा है की कोई भी छोटा-मोटा रोग होने पर उपवास जरूर कर लेना चाहिए |

एक दिन के उपवास के लाभ (पूर्ण उपवास) (Health Benefits of Fasting): 

पूर्ण उपवास एक बहुत ही चमत्कारिक प्रयोग है | इस उपवास मे जब भी कोई छोटा रोग होता है तो आहार का सेवन बंद कर दे | केवल 12-24 घंटे के उपवास से चमत्कारिक लाभ मिल जाता है | ध्यान रखे ऐसी अवस्था में यदि आवश्यक हो तो पानी का सेवन किया जा सकता है | नींबू शहद पानी का सेवन  कर सकते है |

निराहार व्रत क्या होता है? (Health Benefits of Fasting):

यदि हम उपवास के दौरान कोई आहार ग्रहण नही करते है तो  उक्त उपवास  निराहार व्रत कहलाता है |

सोमवार के उपवास के लाभ (Monday fast benefits in Hindi):

प्राय:कुछ लोगो सोमवार का उपवास करते है | इस उपवास के करने के पीछे उनकी आध्यात्मिक आस्था होती है |

रविवार के उपवास के लाभ (Saturday fasting benefits):

आप रविवार के दिन भी उपवास कर सकते है | क्योकि रविवार के दिन उपवास करना आसान होता है | रविवार के दिन (सप्ताह में 24 घंटे उपवास )आप के कार्यालय व दुकान का अवकाश रहता है | इसलिए रविवार के दिन उपवास को अवश्य  करे |

रविवार को उपवास कर आप अपने को व अपने परिवार को खाना बनाने के कार्य से भी अवकाश दे सकते है |

तो संकल्प ले की हम रविवार को उपवास अवश्य करेगे | ताकि हम व हमारा परिवार स्वस्थ हो |

एक दिन के उपवास के लाभ(Health Benefits of Fasting):

यदि आप सप्ताह मे एक दिन उपवास करते है? तो आपकी पाचन प्रणाली को आराम मिलता है |  जब पाचन प्रणाली को कोई कार्य नही करना पड़ेगा (सप्ताह में 24 घंटे उपवास) तो वह  आंतों से गंदगी को जमा नही होंगे देगी | इसके साथ ही शरीर के अन्य सफाई कर्मी अंगो को विश्राम मिलने से उसकी कार्यक्षमता बढ़ती है | इसलिए सप्ताह मे एक दिन उपवास अवश्य करना चाहिए |

बीमारी से मुक्ति का अचूक अस्त्र -उपवास(Surefire Weapons -Fasting) :

इसलिए जब आपको वास्तविक भूख न लगे तो आप एक समय या दोनो समय का खाना सेवन न करे | क्योकि एक स्वास्थ का सूत्र है ” बिना भूख के भोजन जहर है , बिना भूख के खाने का अपराध मनुष्य एक बार नहीं बार-बार करता है | बिना भूख के तो जानवर भी आहार ग्रहण नहीं करता है | किन्तु मनुष्य बिना भूख के आहार ग्रहण कर अपने आपको बीमार करता है “| इस प्रकार आप आपके पाचन संस्थान में हो रहे विकारों से बड़ी आसानी से मुक्त हो जाते है | क्योकि जब हमको भूख नहीं लगती है तो हमारा पाचन संस्थान हमे सन्देश देता है की भोजन करना बंद कर दे | किन्तु हम भोजन बिना नहीं रहने के आदि है | इसलिए भोजन कभी बंद नहीं करते है | परिणाम स्वरूप हम अनेक रोगो के शिकार हो जाते है | ऐसे में उपवास एक ब्रम्हास्त्र का कार्य करता है |

उपवास के चमत्कारिक लाभ (Health Benefits of Fasting):

उपवास एक चिकित्सा पध्दति है | उपवास के माध्यम से अनेक रोगों को दूर किया जा सकता है |

उपवास के बाद क्या खाना चाहिए?(What to Eat After Fasting?) :

उपवास के बाद आहार सेवन करने का विशेष ध्यान रखना चाहिए | जिस प्रकार का उपवास आप करते है  उसी के अनुसार उपवास के बाद आहार सेवन करना चाहिए | यदि आप अत्यधिक कठोर उपवास कर रहे है तो आपको फलों के रस से उपवास को तोड़ना चाहिए | उपवास तोड़ते समय बहुत ही सावधानी से धीरे-धीरे आहार की मात्रा को बढ़ाना चाहिए |

यदि आपने निर्जला उपवास किया है तो आपको नारियल पानी से उपवास को तोड़ना चाहिए |

सामान्य उपवास मे आपको पपीता या कोई रसीले फल के सेवन के साथ उपवास को तोड़ना चाहिए |.फल खाने के 1 घंटे बाद ही कोई आहार का सेवन करे |

व्रत खोलने के बाद एक दम अत्यधिक आहार का सेवन नही करना चाहिए |व्रत खोलने के तुरंत बाद तुरंत खट्टा फल नही खाना चाहिए |

नींबू, शहद व पानी का सेवन किया जा सकता है | ध्यान रखे नींबू की मात्रा अत्यधिक कम हो |

1 दिन के उपवास मे कितनी कैलोरी बर्न होती है?:

1 दिन के उपवास मे 100 से 275 कैलोरी बर्न होती है | उपवास करने से आपका मेटाबोलिक रेट 3% तक बढ़ सकता है | यदि आप उपवास के दौरान विश्राम कराते है तो मेटाबोलिक रेट ओर बढ़ जाता है |

10 दिनो से अधिक दिन तक उपवास करने से लीवर पर क्या प्रभाव पड़ता है?:

दस दिन से अधिक दिनों का उपवास करने से लीवर मे ग्लूकोज का स्तर कम हो जाता है |रक्त से ट्रायग्लिसराईड घटने लगता है |

क्या व्रत मे दवा (Medicine) खा सकते है क्या?:

यदि आप उच्च रक्तचाप, मधुमेह, थायराईड  या किसी अन्य रोग के शिकार है तो आपको उपवास के दौरान दवाईयो का सेवन अवश्य करना चाहिए | ऐसी अवस्था मे बहुत ही सावधानी से उपवास किसी चिकित्सा विशेषज्ञ के मार्ग दर्शन मे ही करना चाहिए |

व्रत के नुकसान(Side Effect of Fasting):

सामान्यतः व्रत (Fast) से कोई नुकसान नही होता है | किन्तु जिनके शरीर में अत्यधिक कमजोरी है ? उनके लिए व्रत करने से तकलीफ हो सकती है | इसलिए कभी भी अत्यधिक कमजोर व्यक्ति को व्रत नही करना चाहिए |

उपवास रखने से कौनसा अंग खराब हो जाता है ?(Which Organ Gets Damaged by Fasting):

सामान्यतः 1-2 दिन या छोटे उपवास करने से शरीर पर कोई बुरा प्रभाव नही पड़ता है | किन्तु बहुत दिनो के व बिना आहार पर किए गए उपवास से किडनी पर प्रतिकूल असर हो सकता है | ऐसी अवस्था मे  क्रीटनाईन की मात्रा बढ़ने की शिकायत हो जाती है | गुर्दे मे पथरी बन सकती है |

इसीलिए उपवास की अवधि के दौरान पर्याप्त मात्रा मे पानी का सेवन करना चाहिए | पर्याप्त मात्रा मे पानी का सेवन करने से शरीर की आंतरिक रूप से सफाई होती रहती है |

यदि आप मधुमेह के शिकार है, उच्च रक्तचाप के शिकार है या किसी अन्य रोग के शिकार है, या शारीरिक रूप से अत्यधिक कमजोर है तो आपको किसी कुशल चिकित्सक के निर्देशन मे ही उपवास करना चाहिए |

उपवास के दौरान किडनी को नुकसान पहुंच सकता है | खास तोर पर जो व्यक्ति दुबले है | जिनके शरीर में पानी  मात्रा कम है | जिन्हे पथरी की शिकायत रहती है | उपवास के दौरान कैल्शियम किडनी में जमा होकर स्टोन बन सकता है |  इसलिए उपवास में पर्याप्त मात्रा में पानी का सेवन करना चाहिए |

इसलिए जब भी लंबे व अधिक अवधि के उपवास करे तो किसी कुशल चिकित्सक के मार्ग दर्शन मे ही

 उपवास करते समय क्या-क्या सावधानी रखनी चाहिए?:

उपवास करते समय अत्यधिक शारीरिक श्रम नही करना चाहिए |

उपवास के दौरान मानसिक रूप से शांत व प्रसन्न रहना चाहिए |

उपवास के दौरान मौन का पालन करना चाहिए |

उपवास के दौरान दिन मे नही सोना चाहिए |

उपवास के दौरान ब्रम्ह्चर्य का पालन करना चाहिए |

उपवास के दौरान मौन रहते हुए ईश्वर के मंत्र का मानसिक जाप करना चाहिए |

उपवास के दौरान ईष्या, द्वेष, गुस्सा व अन्य मनोकायिक विकारो से दूर रहना चाहिए |

उपवास कब नहीं करना चाहिए?:

जब आप शारीरिक रूप से अत्यधिक कमजोर हो |

आप मधुमेह के रोगी हो |

आप किसी रोग के शिकार हो |

उपवास सार(Fasting Summery):

उपवास को हम अपने शरीर की सीमा मे रहते हुए कर सकते है | यदि आप इसका आध्यात्मिक  लाभ लेना चाहे तो समय-समय पर आने वाले उत्सव पर इसका लाभ ले सकते है | उपवास के पूर्व आपका पेट गंदगी से मुक्त होता चाहिए | उपवास के दौरान विश्राम करना चाहिए | यदि इस दौरान आप मौन का पालन करते है तो लाभ बढ़ जाता है |

उपवास की अवधि में यदि आप प्राकृतिक चिकित्सा के प्रयोग पेड़ू की लपेट का प्रयोग करते है तो उपवास का चिकित्सकीय लाभ मिल जाता है |

Lifestyleexpert125 @gmail.com

https://en.wikipedia.org/wiki/Fasting

https://simple.wikipedia.org/wiki/Fasting

https://en.wikipedia.org/wiki/Fasting_in_Islam

Share to...