सम्पूर्ण परिवार को स्वास्थ्य प्रदान करने वाली आहारचर्या Healthy Diet Plan in Hindi

Healthy Diet Plan in Hindi
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Healthy Diet Plan in Hindi
Healthy Diet Plan in Hindi

Healthy Diet Plan in Hindi    सम्पूर्ण परिवार को स्वास्थ्य प्रदान करने वाली आहारचर्या

Healthy Diet Plan in Hindi – Dr.Jagdish Joshi, Lifestyle Expert 125

स्वस्थ आहार योजना (Healthy Diet Plan):                                                                                                                                        Healthy Diet Plan in Hindi – हमें कौनसा आहार सेवन करना चाहिए?  ताकि हम बीमार ही न हो? हम कौनसा आहार ग्रहण करे की हमारा वजन ही न बढ़े | (Healthy Diet Plan to lose weight) क्या ऐसा संभव है ? की हम बिना दवाईयों का सेवन करे केवल आहार से ही स्वस्थ हो जाए | हमारे बुजुर्ग केवल स्वस्थ आहार (Healthy Diet plan for men) का सेवन करते थे | वे बिना दवाईयों के साथ स्वस्थ जीवन का आंनद लेते थे |

शारीरिक रूप से सक्रिय रहने के फायदे (Benefits of Physical Activity):                                                                                      आज के समय में हर व्यक्ति चाहता है की हम कैसे स्वस्थ रहे | हम देखते है की सामान्य आहार का सेवन करने वाले व्यक्ति भी बीमार हो जाते है | क्योकि आहार में अत्यधिक परिवर्तन हो गया है | इसके साथ ही जीवनचर्या से श्रम (Physical Activity) तो गायब हो गया है | घर पर ही कम कोई भी श्रम वाला कार्य नही करते है (Physical Activity at Home) |

हम बीमार क्यों होते है?                                                                                                                                                                       हम बीमार क्यों होते है (Insan Bimar Kiyo hota hai)?  इस बात को समझने के लिए हमें अपनी आहार चर्या को समझना होगा | हम सामान्यतह: क्या खाते है? हम सामान्यतः दाल(Pulses), रोटी, सब्जी(Vegetable), चावल, मैदे  से बने खाद्य पदार्थो का सेवन करते है | इसके भी बढकर कुछ लोग फास्ट फूड(Fast Food), कोल्ड ड्रिंक्स (Cold Drinks), चाय (Tea), काफी (Coffee), गुटखा (Tobacco) , सिगरेट, शराब(Liquor) और न जाने क्या-क्या सेवन कर जाते है |

उक्त समस्त आहार अम्लीय आहार (Acidic Diet) की श्रेणी में आते है | फास्ट फूड(Fast Food), कोल्ड ड्रिंक्स (Cold Drinks), चाय(Tea), काफी(Coffee), गुटखा, सिगरेट (Cigarate), शराब (Liquor) अम्लीय आहार की श्रेणी में आते है |   अन्य खाद्य पदार्थ अत्यधिक अम्लीय आहार (Acidic Diet) की श्रेणी में आते है |

जब हम अत्यधिक अम्लीय आहार का सेवन करते है तो हमारा रक्त निरंतर अम्लीय(Acidic) होता है | जब आपका रक्त अम्लीय होगा तो बीमार होना सुनिश्चित  है | क्योकि जब तक हमारा रक्त क्षारीय (Alkaline) रहता है तब तक ही हम स्वस्थ रहते है |

आखिर हम क्या सेवन करे ताकि हम कभी रोगी ही न हो?  हमें समझना होगा की हमारा आहार कैसा हो की हम बीमार ही न हो |

समस्त रोगों का कारण अम्लीय आहार है                                                                                                                                          नकारात्मक आहार अर्थात अम्लीय व अत्यधिक अम्लीय आहार  का सेवन ही रोग का कारण  है | ऐसे आहार के सेवन से सबसे पहले रक्त अम्लीय होता है |

रक्त के क्षारीय होने से शरीर के उत्सर्जन अंग आंते (Intestine), किडनी (Kidney), त्वचा (Skin) व फेफड़े (Lungs) निरंतर कमजोर होते है | इससे गन्दगी पसीना (Swatting), मूत्र (Urine), मल (Stool) व कार्बन डायक्साईड (Carbon Dioxide) शरीर से आसानी से बाहर नही निकल पाती है |

खाना न पचने का कारण (Healthy Diet Plan in Hindi) :                                                                                                            जब अम्लीय आहार नही पचता है, तो बचा हुआ आहार शरीर मे निरंतर सड़ता है | जब सड़ा हुआ आहार शरीर से पूर्ण रूप से बाहर नही निकल पाता है |    उक्त सडा हुआ भोजन शरीर में रहकर निरंतर सड़ता है | इस प्रकार हम एक रोग नहीं अनेक रोगों के शिकार हो जाते है |

अब हमें समझना होगा की आखिर कौनसे आहार का सेवन करे ताकि हम कभी रोगी ही न हो |

अम्लीय आहार (Healthy Vegetarian Diet Plain in Hindi) :                                                                                                      सम्पूर्ण परिवार को स्वास्थ्य प्रदान करने वाली आहारचर्या  में  समस्त पके हुए आहार अम्लीय आहार की श्रेणी में आते है | दाल, चावल, रोटी, सब्जियां समस्त फास्ट फूड (Fast Food), तले हुए आहार (Fried Food), मेदे से बने हुए खाद्य पदार्थ (Stuff made of fine floor), कोल्ड ड्रिंक्स (Cold Drinks), मांसाहार (Non Wage), बासी भोजन (Stale Food) व अन्य आहार अम्लीय व अत्यधिक अम्लीय आहार की श्रेणी में आते  है |

हमारे शरीर में भोजन का पाचन भोजन के हमारे व्दारा सेवन किये गए आहार पर निर्भर करता है | जिस श्रेणी का भोजन हम करते है उसके अनुसार ही भोजन को पचने का समय लगता है |

आखिर क्षारीय आहार क्या होता है? (Healthy Diet Plan in Hindi) :                                                                                              Healthy Diet Plan for Indian Family – क्षारीय आहार हमें सम्पूर्ण रूप से स्वस्थ (Healthy Diet) बनाता है | उक्त आहार का सेवन हमारे पूर्वज करते थे | किन्तु अंग के आविष्कार ने हमें पका हुआ खाना सीखा दिया | यही पका हुआ खाना हमारी बीमारी का कारण है | इसके साथ ही हमने आहार में अत्यधिक परिवर्तन कर दिया |  इस कारण भोजन का पाचन मुश्कील हो गया | कई आहार को आग मे पकाने से उनके पोषक तत्व (Nutrients) भी नष्ट हो जाते है |

पका हुआ आहार पचने (Digest) मे 6 घंटे से अधिक का समय लेता है |

क्षारीय आहार क्या होते?(Indian Healthy Diet) :                                                                                                                    सम्पूर्ण परिवार को स्वास्थ्य प्रदान करने वाली आहारचर्या जो आहार हमें प्रकृति देती है | उक्त समस्त आहार क्षारीय आहार (Alkaline Diet) की श्रेणी में आते है | इस आहार की श्रेणी में समस्त ताजे फल, समस्त अंकुरित अनाज (Sprouts), पानी में गले हुए समस्त सूखे मेवे (Dry Fruits) व गाय का धारोष्ण दूध आते है |  इस आहार मे प्राणिक तत्व होते है | ये प्राणवान आहार की श्रेणी मे आते है | क्षारीय आहार हमें स्वस्थ बनाते है |

 

क्षारीय आहार पूर्व पचित आहार (Pre Digested Food) की श्रेणी मे आता है | कुछ क्षारीय आहार कुछ मिनिटो मे तो कुछ आहार 2-3 घंटो मे ही पच जाते है | तो सोचिए क्षारीय आहार हमारे लिए कितना लाभ दायी है |

अब हम कैसी आहारचर्या अपनाये की हम बीमार ही न हो? स्वस्थ रहने के उदेश्य से निम्नलिखित जीवनचर्या को अपनाना होगा ताकि हम स्वस्थ जीवन का आनंद ले सके |

स्वस्थ भोजन की थाली (Healthy Vegetarian Diet Plain in Hindi):                                                                                           स्वस्थ भोजन की थाली में चपाती, दाल, सब्जी, सलाद, चटनी व ताजी छाछ शामिल होना चाहिए | आहार में नमक, मिर्च व तेल का उचित मात्रा में ही प्रयोग करे |

उम्र के हिसाब से डाइट चार्ट(Diet Chart by Age):                                                                                                                               Healthy Diet Plan for Indian Family – यदि आप युवा है, यदि आपकी पाचन शक्ति मजबूत है, आप नियमित श्रम करते है? तो आप भरपूर प्रोटीन व वसायुक्त आहार का सेवन कर सकते है| (What is the perfect daily diet?) | किन्तु यदि आप की उम्र अधिक है, आपकी पाचन शक्ति कमजोर है, जीवन मे श्रम शामिल नही है तो आपको सुपाच्य व हल्के  आहार का ही सेवन करना है |

 

हेल्दी डाइट चार्ट फॉर इंडियन फैमिली (Healthy Vegetarian Diet Plain in Hindi):                                                                    हमारे भारतीय परिवारो में सेवन किए जाने वाला आहार में शरीर को स्वस्थ रखने वाले आहार आते है | अनेक ओषधीय युक्त मसाले जैसे जीरा (Cumin Seeds), हल्दी (Turmeric), काली मिर्च (Black Pepper) , दाल चीनी (Cinnamon), इलायची (Cardamom), लोंग (Clove) शामिल है | इसी प्रकार अनेक ओषधीय युक्त अनेक फल व सब्जियां हमारे आहार मे शामिल होते है |

 

हमे अपने शरीर की प्रकृति व वातावरण के अनुसार ही आहार का सेवन करना होगा |

भारतीय परिवार के लिए स्वस्थ आहार चार्ट (Healthy Diet Chart for Indian Family):                                                                हमारे देश मे मौसम के अनुसार फल, सब्जिया, मसाले व खाद्य तेल  बाजार मे उपलब्ध होते है | यदि हम इनका मौसम, क्षेत्रीय वातावरण व अपने शरीर की प्रकृति के अनुसार उचित मात्रा में सेवन करते है  | तो हम  निश्चित ही हम स्वस्थ रहते है |

 

इस बात की पुष्ठी के लिए हम देख सकते है |  उत्तर प्रदेश क्षेत्र के निवासी सरसो के तेल का प्रयोग करते है | क्योकि वहा ठंड मे वातावरण बहुत ठंडा होता है | वही दक्षिण भारत मे वातावरण रूखा होता है| क्योकि वहा के निवासी समुद किनारे रहते है | इसलिए वहा खोपरे के तेल (Coconut Oil) का प्रयोग होता है | मालवा क्षेत्र मे वातावरण सामान्य होता है इसलिए यहा मूँगफली (Ground Nuts) के तेल का प्रयोग होता है |

इसलिए हमे देश काल व वातावरण के अनुसार अपने खाद्य पदार्थो का सेवन करना चाहिए |

एक भारतीय परिवार को स्वस्थ रखने वाला आहार क्रम                                                                                                                   (Healthy Diet Chart for Indian in Hindi)

तो आईये हम जानते है स्वस्थ होने के स्वर्णिम उपाय जाने | ताकि हम सकारात्मक आहार (Positive Diet) सेवन कर स्वस्थ समाज का निर्माण कर सके |

  1. बिना भूख के भोजन कदापि सेवन न करे |
  2. हमें अपने आहारचर्या में पर्याप्त मात्रा में व सही विधि से पानी का सेवन करना चाहिए |
  3. अपने आहार में पर्याप्त में पानी में गले हुए सूखे मेवों (Dry Fruits) का सेवन करना है |
  4. अपने आहार में पर्याप्त खट्टे फलो व सब्जियों को शामिल करना चाहिए |
  5. अपने आहार में अंकुरित अनाज(Sprouts), कच्ची सब्जियों को अपने आहार में शामिल करना चाहिए |
  6. अपने आहार में मोटे आटे की चपाती को अवश्य शामिल करे |
  7. अपने आहार में उचित मात्रा में तेल, मिर्च मसालो का सेवन करे |
  8. अपने आहार में ऋतुओ (As per Season) के अनुसार विभिन्न रसों वाले (Different Tastes) आहार का सेवन करे |
  9. विश्राम क्यो आवश्यक है? (Why is rest so important): नियमित रूप से 1 घंटा व्यायाम/योग/टहलना या कोई शारीरिक अभ्यास (Physical Activity) अवश्य करे|
  10. पर्याप्त समय विश्राम करे |
  11. ध्यान को अपनी जीवनचर्या का हिस्सा बनाए |
  12. पर्याप्त मात्रा मे व सही विधि से पानी का सेवन करे |

इस प्रकार हम देखते है की आहार (Diet), विचार (Thoughts), विश्राम (Rest) व व्यायाम (Exercise) के मध्य उचित समन्वय (Coordination) बनाकर हम पूर्ण रूप से स्वस्थ (Compete Health) हो सकते है | आवश्यकता है केवल सही जीवनचर्या को अपनाने की है |

आओ दृढ़ संकल्प ले की हम स्वस्थ रहने के लिए अपनी जीवनचर्या (Lifestyle) में उचित सुधार करेगे |

 

https://en.wikipedia.org/wiki/Diet_(nutrition)

 

 

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