मोटापा व पेट की चर्बी को कैसे कम करे? Motapa Kam kare?

Motapa Kam kare?

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मोटापा व पेट की चर्बी को कैसे कम करे? Motapa Kam kare?

 

Motapa Kam kare?
Motapa Kam kare?

 

Motapa Kam kare? – मोटापा एक आम समस्या है | आज हम मोटापा कम करने के कुछ प्राकृतिक उपायो पर चर्चा करेगे ताकि हम मोटापा मुक्त समाज का निर्माण कर सके |

मोटापे का हिन्दी अर्थ (Obesity meaning in Hindi):

मोटापा अर्थात शरीर के किसी अंग पर अनावश्यक चर्बी का जमा होना |

मोटापा क्या है?(What is obesity/What define obesity?);

शरीर का नियत वजन से अधिक वजन होना मोटापा कहलाता है | जितनी इंच आपकी उचाई है उतना ही किलो या उससे 5 किलो अधिक या 5 किलो कम वजन उचित वजन की श्रेणी मे आता है | जैसे किसी की ऊचाई 5 फीट है तो उसकी उचाई इंच मे 12X5=60 इंच हुई है | इस प्रकार व्यकित का वजन या तो 55 किलो या 65 किलो हो सकता है | यदि व्यक्ति का वजन 65 किलो से अधिक है तो वह मोटापे का शिकार है |


भारत मे मोटापा (Obesity in India):

भारत देश मे 15-20 वर्षो पूर्व मोटापा कोई मुद्दा नही था | पुराने समय मे केवल सेठ लोग ही मोटापे के शिकार होते थे किन्तु आज तो शारीरिक श्रम करने वाले भी मोटापे का शिकार है | शायद ही कोई व्यक्ति मोटापे से मुक्त रह पाता है |

मोटापा अनेक रोगो को सीधा आमंन्त्रण (Motapa Kam kare?) :

आखिर मोटापे व स्वास्थ्य के बीच क्या संबंध है? यदि व्यक्ति मोटापे का शिकार है तो निश्चित मानिये व्यक्ति भविष्य मे अनेक रोगो का शिकार होना ही है | obesity symptoms causes diagnosis treatment इसके साथ ही वर्तमान मे भी व्यक्ति को जीवन मे अनेक परेशानिया आना ही है |

मोटापे के कारण समस्याए (Motapa Kam kare?):

मोटापे के कारण हर्निया, ह्रदय रोग, लकवा, घुटने की समस्या, नपुसंकता व अनेक रोगो को सीधा आमंत्रण है |

मोटापे का कारण (Causes of Obesity/What Cause Obesity) :

मोटापे का मुख्य कारण हमारे व्दारा अपनाई गई जीवन शैली ही है | हमारे जीवन से श्रम गायब हो गया है | आहार मे अत्यधिक परिवर्तन आ गया है | आहार मे मुश्कील से पचाने वाले आहार व पाश्चात आहार शामिल हो गए है | इसके साथ ही श्रम गायब हो गया है |

अंतराष्ट्रीय मोटापा दिवस (International obesity day):

सम्पूर्ण विश्व मे प्रत्येक वर्ष 4 मार्च को अंतराष्ट्रीय मोटापा दिवस के रूप मे मनाया जाता है | इस दिवस को मनाने का उदेश्य है की सम्पूर्ण विश्व को जागृत कर मोटापे से मुक्ति दिलाना है | तो आईये हम मोटापा दिवस को मनाकर सम्पूर्ण मानव जाती को मोटापे से मुक्त करे |
भारत देश मे बच्चो मे मोटापा (India child hood obesity in India) :

हमारे देश मे बच्चो मे मोटापा तेजी से फेल रहा है | 15-20 वर्षो पूर्व बच्चो मे मोटापे की संख्या बहुत ही कम अर्थात नही के बराबर थी | किन्तु आज के समय मे भारत देश मे मोटापा बड़ी संख्या मे बढ़ गया है | इस का मुख्य कारण खानपान मे अत्यधिक परिवर्तन आ गया है | बच्चो अत्यधिक मीठे खाध पदार्थ तले हुए प्रोसेस्ड खाध पदार्थ न जाने कितने आहार सुंदर पेकिंग मे मिलने लग गए है इस वजह से बच्चे बहुत जल्दी मोटापे के शिकार हो रहे है | यह सर्वाधिक चिंता का विषय है | क्योकि यदि बचपन मे ही बच्चे मोटापे के शिकार हो गए तो उनके स्वास्थ्य का भविष्य निश्चित ही अंधकारमय है |

मोटापा और पेट की चर्बी को कैसे कम करें?(Motapa Kaise Kam kare?) :

पेट की चर्बी (Belly fat) कम करना है तो हमें अपने शरीर के चयापचय (Metabolism) को सही करना पड़ेगा। प्राय देखा गया है कमजोर मेटाबोलिज्म की वजह से हम मोटापे और पेट पर अत्यधिक चर्बी के शिकार हो जाते हैं | तो आइए आज हम जानते हैं कि से हमारे मोटापा (Obesity) कैसे कम हो? अपने चयापचय (Metabolism) को सक्रिय बनाए ताकि हमारे पेट पर चर्बी ना जमे और हम मोटापे के शिकार ही न हो |

आहार मे क्या शामिल करे की हम मोटापे से मुक्त हो(Motapa Kaise Kam kare?):

हमे अपने आहार में पर्याप्त मात्रा में रेशेदार खाद्य पदार्थों को शामिल करना है। जब हम अपने आहार में रेशेदार खाध पदार्थो को शामिल ही नहीं करते हैं तो इस वजह से हम मोटापे के नियमित तौर पर शिकार होते जाते हैं। हम देखते हैं | हम पतले आटे की चपाती मे रेशा (Fibers) नही होता है, हम पर्याप्त सब्जियों का सेवन नहीं करते हैं। फलों का सेवन नहीं करते हैं। इसकी वजह से शरीर को आवश्यक रेशे (Fibers) की प्राप्ति नहीं होती है |

जैसा कि आप जानते हैं हमारे शरीर को स्वस्थ रखने के लिए 25 ग्राम रेशे (Fibers) की आवश्यकता होती है तो हमें क्या करना है। अपने आहार में पर्याप्त मात्रा में रेशे युक्त खादय पदार्थों को नियमित रूप से अपने आहार मे शामिल करना है |

मोटे आटे की चपाती का सेवन करना है जिसमे भरपूर चोकर (Fibers) अर्थात छिलका (Fibers) हो |


पर्याप्त मात्रा में मौसमी फलों (Fruits) व सब्जियों (Vegetables)का सेवन करना है। फलों व सब्जियों में पर्याप्त मात्रा में रेशा पाया जाता है।

नारियल रेशे का सर्वश्रेष्ठ स्त्रोत है | यदि हम अपनी आहार चर्या मे गिरी वाले नारियल का पर्याप्त मात्रा मे सेवन करते है तो रेशे के साथ-साथ हमे प्राकृतिक रूप से चिकनाई भी प्राप्त होती है जो कब्ज के साथ-साथ हमे ऐसिडिटी (Acidity)से भी मुक्त रखती है |

जब हम भरपूर मौसमी फल, सब्जिया, मोटे आटे की चपाती, नारियल, छिलके वाली दालों व रेशे युक्त आहार का सेवन कराते है तो निश्चित ही हमारी चयापचय (Metabolism)प्रणाली अच्छे से कार्य करती है और हम मोटापे से मुक्त होते जाते है |

 

इस प्रकार आप मोटापे से आराम से मुक्त हो जाएंगे? आवश्यकता है नियमितता और अनुशासन ताकि हम पेट की बढ़ी हुई चर्बी व मोटापे से मुक्त हो सके हैं ।

यदि हम अपने आहार मे उपरोक्त परिवर्तन करते है तो निश्चित ही हम पेट की चर्बी व मोटापे से मुक्त हो जाते है |

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