जी मचलाना लक्षण कारण व निदान Nausea, Vomiting Causes & Treatment

Nausea After Eating
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जी मचलाना, उल्टी, कारण, लक्षण व आसान निदान Nausea After Eating

Nausea After Eating -Dr.Jagdish Joshi, Lifestyle Expert 125

 Nausea After Eating
Nausea After Eating

 Nausea After Eating- जब भी मौसम में परिवर्तन होता है तो मौसम बदलने के साथ हमारी पाचन प्रणाली भी प्रभावित होती है | इसके साथ ही हमारे व्दारा निरंतर खान-पान में गलतियां की जाती है | हमारे व्दारा गलत शैली (Life Style) अपनाई जाती है | जिसकी सजा हमे रोग के रूप मे सहन करना होती है |

जिन लोगो की जीवन शक्ति कमजोर होती है वे मौसम बदलने पर बहुत जल्दी रोगो के शिकार हो जाते है |

आहार मे की गई गलती व कमजोर जीवनी शक्ति के कारण कई व्यक्ति जी घबराना जी मचलाना, उल्टी(Vomiting) व अन्य पाचन सम्बंधित रोगों के शिकार हो जाते है |

जिनकी जीवनचर्या अनियमित होती है उन्हे भी जी घबराना (Ji Ghabarana) जी मचलाना (Ji Machalana), उल्टी होना, उबकाई (Vomiting) आना व अनेक पाचन संबन्धित समस्याओ का सामना करना पड़ता है |

उल्टी होने का मुख्य कारण हमारे व्दारा सेवन किया गया अनपचा भोजन ही है | यही अनपचा भोजन अम्ल में बदलता है | जिससे शरीर मे अम्ल (Acid) व कफ की मात्रा बढ़ जाती है |

यही पदार्थ उल्टी के रूप में मुंह व नाक (कफ) के माध्यम से शरीर के बाहर निकलता है | जब उल्टी के माध्यम से उक्त पदार्थ शरीर से बाहर निकल जाता है तो हम राहत काअनुभव करते है | क्योकि उल्टी (Vomiting) के माध्यम से शरीर अनावश्यक अम्ल (Acidity), कफ(Cough) व अनपचे भोजन (Undigested Food) से मुक्त हो जाता है |

प्राकृतिक चिकित्सा के सिध्दांत (Nausea After Eating):                                                                                                                 जी मचलाना (nauseous after eating) मतलब शरीर में गन्दगी इकठा हो गयी है | प्राकृतिक चिकित्सा (Naturopathy) के सिध्दांत के अनुसार हमारे शरीर में जब भी गन्दगी इकट्ठी हो जाती है | तो प्रकृति उसे विभिन्न माध्यमो से शरीर के बाहर निकालने का प्रयास करती है | जब यह गंदगी शरीर से निकल जाती है तो हम स्वस्थ हो जाते है |

शरीर की सफाई करने वाली पध्दति (Nausea, Vomiting Causes & Treatment):                                                                      जब भी जी मचलाता है प्रकृति हमें सन्देश देती है |प्रकृति विभिन्न अंगों से शरीर की गंदगी को निकालती है | उल्टी होना, सर्दी होना (Cough and Cold), दस्त लगना (Loose Motion), बुखार आना (Fewer), थकान लगना (Fatigue), नींद नहीं आना, छींक आना, खांसी आना ,पसीना (Swatting) निकलना | उक्त सभी विकार प्रकृति व्दारा शरीर की निरंतर सफाई करने का प्रयास है |

शरीर गंदगी को निरंतर निकालने का प्रयास करता है | इस प्रकार शरीर अपने आप को गन्दगी से मुक्त करने का निरंतर प्रयास करता है | किन्तु जैसे ही कोई रोग का लक्षण प्रगट होता है |तो हम दवा लेकर तुरंत उसे दबा देते है | क्या किसी रोग को दबा देना उचित है? या उसका निवारण करना जरूरी है? निश्चित ही शरीर मे कोई रोग लक्षण प्रगट हो तो उसे जड़ से दूर करने का प्रयास करना चाहिए | यदि हम प्रकृति के इस कार्य मे सहयोग करेगे तो प्रकृति हमें निश्चित ही स्वस्थ करेगी |

इसलिए जैसे ही जी घबराने की समस्या या अन्य कोई विकार हो तो निश्चित समझे की शरीर मे कोई विकार है | क्योकि उक्त समस्या का कारण शरीर में अनावश्यक पदार्थ का एकठ्ठा होना है |

रोग के मूल कारण को दूर करे(Nausea, Vomiting Causes & Treatment) :                                                                              जी मचलाता है तो हमें उक्त समस्या के मूल कारणों को दूर करना है | व्यक्ति जीवन भर विभिन्न रोगों को दूर करने के लिए दवाईया लेता है | किन्तु यदि हम रोग के मूल कारणो को दूर नही करते है | तो हम इस रोग के ही नही अनेक रोगो के शिकार बने रहते है | किन्तु यदि यही समस्या बार-बार होती है | लम्बे समय तक रहती है तो हमें तुरंत स्वास्थ की चिंता करते हुए आवश्यक चिकित्सकीय सलाह अवश्य लेनी चाहिए |

आज हम उल्टी (Vomit), जी घबराना (vomiting after eating), जी मचलाना (Ji Machlana),चक्कर (Chakkar) आते है के बारे मे विस्तार से जानेगे | इन रोगो को आसानी से कैसे बिना दवाई के दूर किया जा सकता है |

उल्टी जैसा लगे तो क्या करना चाहिए?(Nausea After Eating):                                                                                                       जी मचलाता है तो हमें यह जानना चाहिए की उक्त समस्याए क्यों होती है? इसके मुख्य कारण क्या-क्या हो रही है | ताकि हमारी जीवनचर्या (Lifestyle) में यह समस्या न आये | किन्तु उक्त समस्या आ भी जाए जो हम उसका मूल कारण जानकर उसका निदान कर सके | ताकि भविष्य में उक्त समस्या पैदा ही न हो |

जी मचलाना चक्कर आना(Nausea Dizziness):                                                                                                                           उल्टी होने के पूर्व हमें जी घबराने जैसा अनुभव होता है। जी घबराना, भूख नहीं लगना उल्टी का मन करता है, चक्कर आना यह हमें बतलाता है की हमें उल्टी होने वाली है | उल्टी को अंग्रेजी में नोसिया (Nausea)कहते हैं। इसे मितली (Mitali) , उबकाई (Ubakai) के नाम से भी जाना जाता है।

उल्टी होने के कारण ((Nausea After Eating):                                                                                                                             यदि आपको उल्टी होने जैसा लगे, जी घबराये तो आपको घबराने की आवश्यकता नहीं है | क्योंकि यह प्रकृति हमें संदेश दे रही है कि हमारे पाचन संस्थान में गन्दगी या अनावश्यक पदार्थ जमा हो गए है | हमे इन विजातीय पदार्थो को शरीर के बाहर निकालना है।उल्टी होना ही इस बात का ही परिणाम है |

विजातीय पदार्थो के उल्टी के माध्यम से बाहर निकलने की वजह से हमें उल्टी के बाद राहत महसूस होती है | यह शरीर के व्दारा अपनायी जाने वाले प्राकृतिक (Naturally) रूप से स्वच्छ करने की प्रक्रिया है |

पाचन सम्बंधित समस्या होने पर उल्टी होना (Nausea After Eating):                                                                                            प्राय: उल्टी होने की समस्या जन्म के बाद से ही प्रारम्भ हो जाती है | जब माँ हमें बचपन मे मे मे अधिक दूध पीला देती थी | तो हम अधिक दूध उल्टी के माध्यम से बाहर निकाल देते थे |

इसी प्रकार जब शरीर के कफ की अधिक मात्रा बन जाती थी तो कफ युक्त उल्टी होती है | उल्टी होने की समस्या बचपन में अधिक होती है | क्योंकि बचपन में हम खाने का ध्यान नहीं रखते हैं | विपरीत आहार का सेवन कर लेते हैं | अपनी पाचन क्षमता (Digestive System) से अधिक आहार का अत्यधिक मात्रा में सेवन कर लेते हैं। इसी वजह से बच्चों का पेट फूल जाता है और जी घबराने लगता है।

पाचन सम्बंधित समस्या (vomiting and diarrhea):                                                                                                                        पाचन सम्बंधित समस्या (Pet ki kharabi se ulti) होने पर उल्टी होना व जी घबराने की समस्या होती है | आंतो की खराबी, पेट में छाले, अपेंडिक्स व अन्य पाचन सबन्धित समस्या की वजह से उल्टी की शिकायत होती है |

एसिडिटी के कारण उल्टी (Nausea After Eating):                                                                                                                        जब शरीर में ऐसिड (Acidity) की अत्यधिक मात्रा जमा हो जाता है तो भी उल्टी होती है | जब हम उल्टी कर लेते है तो हमें आराम मिलता है | हमें जब तक उल्टी नहीं होती है, हम परेशान होते रहते है |

दवाईयों से दूर नही होगा रोग (Nausea After Eating):                                                                                                                प्राय: लोग जी घबराने पर इसका निदान दवाईयों से करने का प्रयास करते है | किन्तु आहार सेवन में निरंतर गलती पर गलती करते जाते है | इस प्रकार जी घबराने की समस्या बनी रहती है | इस इन समस्याओ की वजह लोग जीवन भर माइग्रेन (Migraine) व सिरदर्द (Headache) के स्थायी रोगी बने रहते है |

कफ की मात्रा बढ़ने से उल्टी (Sardi hone ke kaaran Ulti):                                                                                                        जब भी शरीर में कफ की मात्रा बढ़ जाती है तो भी उल्टी होती है | इसलिए जब भी जी घबराने की समस्या हो, नाक बंद होने की तो योग की क्रिया कुंजर क्रिया (Kunjar) जरूर कर लेना चाहिए | कुंजर क्रिया करने से जी घबराने से राहत तो मिलती ही है कफ भी संतुलित होता है |

यात्रा के कारण उल्टी (Safar me Ulti):                                                                                                                                          उल्टी होने का कारण सिर्फ आहार में की गयी गलती ही नहीं होती है । उल्टी होने के और भी कारण हो सकते हैं। कई लोगो को बस में सफर करने से (safar me ulti hona )कई लोगो को कार में सफर करने से जी घबराना, चक्कर आना, जी मचलाना जैसी शिकायत हो जाती है | कई लोगों को पहाड़ी रास्तों पर जाते समय भी उल्टी होने की समस्या होती है।  

उल्टी होने की उक्त समस्या मोशन सिकनेस (Motion Sickness) के कारण हो सकती है। यात्रा की वजह से होने वाली उल्टी की समस्या का सरल निदान किन्तु आपको इस प्रकार की समस्या का सामना करना पड़ता है |  

इस प्रकार  यात्रा के एक दिन पूर्व व यात्रा के दौरान नियमित आहार के स्थान पर केवल फलों (Fruits) व पर्याप्त पानी (Water) का सेवन कर यात्रा को बिना परेशानी करे | बिना किसी परेशानी के यात्रा का आनंद ले पाएंगे | क्योकि जब आपके शरीर में अम्ल का उत्पादन अपने उचित स्तर पर रहता है | आपको इस प्रकार की कोई तकलीफ नहीं होती है |

मोशन सिकनेस (Motion Sickness) क्या होता है? (What it motion Sickness?):                                                                   जी मचलाना लक्षण कारण व निदान -जब सफर के दौरान जी घबराना उल्टी होना जी मचलना जैसे लक्षण प्रगट होते है | उसे मोशन सिकनेस (Motion Sickness) कहते हैं।

नाभि का अपने स्थान पर से हटना (Nausea, Vomiting Causes Treatment):                                                                          कई लोगो को वायु की समस्या के कारण नाभि ऊपर की और खिसकने की वजह से भी उल्टी होती है व जी घबराने की शिकायत हो जाती है | यदि नाभि अपने स्थान पर आ जाती है तो इस समस्या से मुक्ति मिल जाती है |

गर्भावस्था में उल्टी (Pregnancy me Vomiting ):                                                                                                                           जी मचलाना लक्षण कारण व निदान- गर्भावस्था के दौरान उल्टी होना, जी घबराना एक सामान्य प्रक्रिया है | प्राय: गर्भावस्था के प्रारम्भिक महीनो में उल्टी होने की समस्या प्रारम्भ हो जाती है | उक्त समस्या शरीर में आ रहे परिवर्तन की वजह से भी होती है | गर्भावस्था के दौरान उक्त समस्या प्रारम्भिक एक से डेढ माह से लेकर तीन माह तक चलती है | किंन्तु उसके बाद जी घबराने से राहत मिल जाती है |

शरीर में पथरी की शिकायत होने पर(Nausea, Vomiting Causes & Treatment):                                                            पित्ताशय में पथरी होने से शरीर पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ता है | पथरी की वजह से जी घबराता है और उल्टी भी हो सकती है। पथरी व जी घबराने से मुक्ति पाने के लिए आपको अपने आहार में सुधार करना पड़ेगा। इसके साथ ही पथरी का उचित निदान करना होगा |

मानसिक कारणों के कारण (Mental Disorder):                                                                                                                      अवसाद (Depression) व तनाव व अन्य मानसिक कारणों (Chinta Fikar Tanav se ulti Hona) से हमारा पाचन संस्थान प्रभावित होता है। इस वजह से जी घबराना, जी मिचलाना, उल्टी होना कब्ज व अन्य परेशानी होती हैं।

किन्तु यदि आप तनाव दूर कर लेते हैं | स्वयं को सक्रिय कर लेते तो आपको पाचन सम्बन्धित समस्या के साथ-साथ जी घबराना, जी मिचलाना, उल्टी होना जैसी समस्या से मुक्ति मिलती है |

फूड पाईजनिंग की समस्या (Food Poisoning):                                                                                                                             फूड पाईजनिंग की समस्या की वजह से भी उल्टी व जी घबराने की समस्या का सामना करना पड़ता है | यदि हम बासी, पुराना खाना, क्षमता से अधिक खाना खाते है तो हमे पाचन सम्बंधित समस्या के साथ जी घबराने की समस्या का सामना करना पड़ता है | यदि हम इन बातो का ध्यान रखते है तो निश्चित ही जी घबराने की समस्या से मुक्ति मिलती है |

अन्य चिकित्सकीय कारणों की वजह से उल्टी होना (Vomiting due to other Medicinal Reason) :                                        सिर दर्द, माइग्रेन, सिर में चोट लग जाना  ब्रेन स्ट्रोक (Brain Stroke), ब्रेन ट्यूमर (Brain Tumer) के कारण भी जी घबराता उल्टी होती है |

जी मचलाना लक्षण कारण व निदान- यदि शरीर में कहीं भी तेज दर्द है तो वह उल्टी का कारण बन सकता है | क्योंकि उल्टी शरीर में अत्यधिक एसिड बनने की वजह से होती । उल्टी होती है तो हमे राहत मिलती है। हार्ड अटैक का दर्द होने पर भी उल्टी हो सकती है। यूरिन इंफेक्शन पेशाब नली में संक्रमण (Infection) होने से भी जी घबराता है |  उल्टी होने की समस्या हो सकती है।

मॉर्निंग सिकनेस (Morning Sickness):                                                                                                                                          जब हम देर रात को जागते हुए भारी गरिष्ठ आहार का सेवन करते है | तो ऐसी अवस्था में जी घबराता है | उल्टी जैसा लगता है | उक्त समस्याए भोजन के सही तरह से नहीं पचने के कारण | रात को नींद नहीं होने के कारण | शरीर में अत्यधिक अम्ल बनने के कारण हो सकती है | सुबह जब हम इस प्रकार का महसूस करते है तो इस समस्या को मॉर्निंग सिकनेस (Morning Sickness) कहते है | यह लाइफ डिस आर्डर की समस्या है |

तो हम क्या करे की हमारा जी नहीं घबराये?(Nausea, Vomiting Causes & Treatment):                                                         यदि आपका जी घबराता है तो अपने आहार क्रम में कुछ सुधार कर ले | यदि आप इन उपायों को में से कुछ प्रयोग अपनी जीवनचर्या में शामिल कर लेते है तो निश्चित ही आप बारिश जी घबराने, उल्टी व ऐसिडिटी (Acidity) से आसानी से मुक्त हो जायेगे

सुबह उठकर बिना कुल्ला किये पानी पीये |
पानी बहुत आराम से धीरे-धीरे बैठकर पीये |
सुबह आंवला पानी/ नीम्बू-शहद पानी का सेवन करे |
भोजन में उचित मात्रा में मिर्च मसालों का सेवन करे |
दिन भर में 2 से अधिक चाय/काफी का सेवन न करे |
दिन में 1-2 बार नीम्बू -शहद पानी का सेवन करे |
भोजन के पहले अदरक का एक टुकडा मुंह में रखकर चूसे |
नियमित योग/टहलना /व्यायाम करे |
रात का भोजन सुपाच्य व हल्का होना चाहिए |
रात का भोजन सोने के 3 घंटे पूर्व कर
भूख नहीं होने पर आहार का त्याग करे |
कम भूख होने पर केवल फलो का सेवन करे |
पीसी इलायची को इलायची का चबाकर खा सकते हैं।
सफर के दौरान नीम्बू को चूसने से उल्टी नहीं होती है।

सफर की वजह से होने वाली उल्टी की समस्या से मुक्ति (Nausea, Vomiting Causes & Treatment):                                    जिन्हे सफर की वजह से उल्टी होने/जी घबरानाने की शिकायत होती है |वे होम्योपैथी की दवा काकुलस 30 की 4-4 गोली यात्रा जाने के पूर्व व यात्रा के दौरान सेवन करने से उल्टी की समस्या में लाभ होता है |

उल्टी होने से नुकसान (Side Effect of Vomiting dehydration ):                                                                                              जी मचलाना लक्षण कारण व निदान -सामान्यतह उल्टी होने से कोई विशेष नुकसान नहीं होता है। उल्टी होने पर हमें बीमारी का संकेत मिलता है|   उल्टी क्यों हो रही है? इसलिए हमें उल्टी के साथ-साथ बीमारी के मूल कारणों को भी जानना होगा | तब ही हमें उल्टी से स्थायी राहत मिलेगी |

बच्चो को अत्यधिक उल्टी होना (Nausea Vomiting Causes & Treatment):                                                                          ज्यादा उल्टी होने से पानी की शरीर में कमी हो जाती है। इसका खतरा बच्चों सबसे ज्यादा होता है। बच्चों के मामले मे हमे कभी लापरवाही नही करना चाहिए |

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