नीम के चमत्कारिक फायदे Neem Ke Fayde in Hindi
नीम के चमत्कारिक फायदे Neem Ke Fayde in Hindi- Dr.Jagdish Joshi, Lifestyle Expert 125
नीम के पेड़ के बारे में जानकारी (Neem Khane ke Fayde):
Neem Ke Fayde in Hindi- नीम का पेड़ हमारे स्वास्थ्य के लिए एक वरदान है | इसलिए हमारे पूर्वजो ने नीम (Neem) को विभिन्न धार्मिक पर्वो पर इसके सेवन का नियम बनाया है | इसलिए हम गुड़ी पड़वा से लेकर 21 दिनों तक इसके सेवन करने की परंपरा है |
यदि हम गुड़ी पड़वा से लेकर 21 दिनों तक इसका सेवन करते है तो वर्ष भर चर्म रोग, बुखार, गर्मी की वजह से होने वाले रोगो से सुरक्षा हो जाती है |

नीम की हर एक चीज हमारे स्वास्थ के लिए बहुत उपयोगी है | नीम को हम चिकित्सक व पालन हार भी कह सकते है | यह एक मात्र वृक्ष है जो रात में भी आक्सीजन छोड़ता है | इसीलिए हमारे पूर्वज इसकी छाँव वाले मकान बनाते थे | जिससे वे नीम (नीम ट्री इन हिन्दी) की छाँव में ज्यादा से ज्यादा संपर्क में रहकर स्वस्थ होते थे |
इसीलिए संयुक्त राष्ट्र संघ ने नीम को “इक्कीस शताब्दी का वृक्ष” कहा है | तो हमारा भी फर्ज बनता है की हम इस दिव्य शारीरिक लाभ देने वाले वृक्ष को लगाने में अपना योगदान दे | इसके साथ ही हमाए परिवार मे इसके सेवन को सुनिश्चित करे |
नीम क्या है? (Health Benefits of Neem):
नीम का आयुर्वेदिक दवाईयों में बरसो से प्रयोग किया जा रहा है | नीम को संस्कृत में ‘अरिष्ट’ कहा जाता है | इसका हिन्दी अर्थ है ‘श्रेष्ठ, पूर्ण, और कभी न खराब होने वाला’ | नीम में 225 जीवाणुओं और विषाणुओं के प्रति प्रतिरोधी क्षमता है |( Neem ke fayde or Nuksan in Hindi) इसे हम अनेक रोगों का प्राकृतिक टीका भी कह सकते है | जो हमें अनेक रोगों से सुरक्षित रखता है |
नीम के लाभ (Neem Khane ke Fayde):
तो आप ही सोचिए की हमारे आँगन में हमारे बगीचे में हमारा रक्षक नीम मोजूद है | हम इसके गुणो से अनजान होकर अनेक शारीरिक समस्याए भोग रहे है | तो क्यो नही हम इसके प्रयोग को जाने? ताकि हमारे परिवार को स्वस्थ व आत्म निर्भर बनाने के लिए हम कदम बढ़ाए |
भारतीय त्योहार व स्वास्थ (Neem Khane ke Fayde):
वसंत ऋतु (Vasant Ritu in Hindi) में ही गुड़ी पड़वा का त्यौहार आता है | (Neem ke fayde or Nuksan in Hindi) वसंत ऋतु मौसमों का राजा है | इस समय प्रकृति अपने में सुंदरता लिए होती है | इसलिए इसे ऋतुराज वसंत कहते है |
गुड़ी पड़वा (Gudi Padwa 2022) :
हमारे बुजुर्गो ने हमें सीखाया है की गुड़ी पड़वा पर नीम की कोमल कोपलों का सेवन करना चाहिए | इस प्रयोग के पीछे हमारे पूर्वजो का हमारे स्वास्थ्य को अच्छा रखने का उदेश्य होता था | तो आईये हम जानेगे की इस मौसम में नीम की कोपलों का प्रयोग करने के पीछे क्या रहस्य है? (Neem ke fayde) नीम की कोपलों को कैसे सेवन करे और किन्हें इनका सेवन नहीं करना है?
स्वास्थ्य का अनमोल उपाय (Neem ke Fayde in Hindi):

वसंत ऋतु में हम नीम की नई कोपलों का सेवन करते है | नीम की कोपलों का 21 दिन तक सेवन करने से हम वर्ष भर स्वस्थ व निरोगी रहते है | कितनी महान परंपरा है हमारे देश की जिससे हम हमेंशा स्वस्थ व निरोगी रहते है |
नीम शरीर को श्रेष्ठ स्वास्थ प्रदान करता है (Benefits of Neem tree in hindi) :
आयुर्वेद के अनुसार नीम में अनेक चिकित्सकीय लाभ देने वाले गुण होते है | इसका सेवन करने से चेहरा दिव्य सुंदर होता है | इसके शहद के साथ सेवन करने से पीलिया रोग में लाभ होता है |
क्या मौसम का बदलाव बुखार को आमंत्रित करता है ?(Benefits of Neem tree in hindi):
इस मौसम में व्यक्ति की पाचन अग्नि कमजोर हो जाती है | इस वजह से व्यक्ति अनेक सर्दी, खांसी, चर्म रोग,भूख नहीं लगना व अन्य रोगों के शिकार हो जाते है | किन्तु यदि हम उचित जीवन चर्या के साथ प्रकृति के साथ जुड़ते है तो हम बुखार सहित अनेक रोगों से सुरक्षित हो जाते है |
नीम के पत्तों का लाभ (Health Benefits of Neem in hindi):
यदि हम हमारे बुजुर्गों व्दारा बताए गए प्रयोग को नियमित रूप कर लेते है तो हम व हमारा परिवार वर्ष भर मौसमी बुखार, सर्दी-खांसी, मलेरिया, डेंगू, चर्म रोग व अनेक रोगों से सुरक्षित हो जाता है |
एक संकल्प परिवार को वर्ष भर स्वस्थ रखेगा (Swastha rahane ke liye Kiya Karana Chaiye?):
केवल इस प्रयोग सिर्फ 21 दिनों तक करने की ताकि आप व आपका परिवार वर्ष भर स्वस्थ रहे | आपको केवल थोड़ा सा प्रयास करना भर है | आपके आसपास नीम का वृक्ष (Neem Plant)तो होगा ही है | जो जाईए नीम की कुछ कोपले (नए पत्ते) ले आईये व अपने सम्पूर्ण परिवार के लिए प्रकृति व्दारा दी गई इस अनमोल ओषधि जो हमें मुक्त में मिल रही है का सेवन कराए |
नीम की पत्ती का सेवन कैसे करे (Health Benefits of Neem in hindi):
यदि हम उक्त प्रयोग को और प्रभावी व आसान बनाना चाहते है तो हमें 10-12 नीम की कोपलों में 2-3 काली मिर्च का पावडर व 1 चम्मच शहद व थोड़ा सा गुड मिलकर आसानी से ले सकते है |
नीम की पत्ती को आसानी से कैसे सेवन करे? (Neem ke Patte Khane ke Fayde) :

नीम के लाभ – यदि नीम की कोपलों को सेवन करना है तो इसे हल्का सा पीस ले/या मसल ले | अब इसे पानी के साथ निगल ले ताकि आपको ये ज्यादा कड़वी भी नही लगेगी |
नीम के पत्तो के फायदे (Neem Khane ke Fayde):
उक्त प्रयोग को कर हम कोरोना काल में अपनी सुरक्षा भी कर सकते है | क्योकि जब आपकी जीवनी शक्ति मजबूत होगी तो आप कोरोना से भी सुरक्षित हो सकते है | किन्तु आपको कोरोना का टीका तो लगाना ही होगा |
मधुमेह में मीठे का सेवन न करे | मधुमेह रोग के शिकार व्यक्ति गुड व शहद का प्रयोग न करे |
नीम के रस के चमत्कारिक फायदे (Benefits of Neem Juice):
नीम के रस में अनेक चमत्कारिक गुण पाए जाते है | नीम में एंटी बैक्ट्रियल, एंटी इन्फ्लेमेंटरी गुण पाए जाते है | इसके सेवन से पाचन समबन्धित समस्याए दूर होती है |
नीम के रस के सेवन से शरीर की इम्म्युनिटी बढ़ती है |
इसके वाह्य प्रयोग से घाव व छाले जल्दी ठीक होते है |
नीम के रास का सेवन रक्त को स्वस्थ करता है | नीम के रस का सेवन रक्त शर्करा को उचित स्तर पर बनाये रखता है |
इस प्रकार हम देखते है की नीम का रस अनेक औषधीय गुणों से भरपूर है |
नीम की छाल (Neem Khane ke Fayde):
नीम की छाल का प्रयोग चोट लगने पर किया जा सकता है | इसकी छाल के अंदर वाले भाग को पानी के साथ घिसकर लगाने से चोट में लाभ मिलता है |
नीम का तेल (Neem Oil):
नीम का तेल भी अनेक चिकित्सकीय गुण लिए होता है | नीम के तेल मे एंटी बैक्ट्रियल, एंटी फंगल गुण होते है | इसके साथ ही नीम के तेल मे एमिनो एसिड, विटामिन ई और फेटी एसिड पाया जाता है |
नीम के तेल का प्रयोग त्वचा रोग मे लाभ देता है | नीम के तेल के प्रयोग से एग्जिमा, सोरायसिस व अन्य चर्म रोग (Neem Oil for Skin) मे लाभ होता है |

बालों के लिए नीम का तेल (Neem Oil for Hair):
नीम का तेल एंटी सेप्टिक व एंटी फंगल गुण होने की वजह से सिर की खुजली,एग्जिमा, सिर पर पपड़ी जमना,रूसी होना व अन्य समस्याओ से मुक्ति मिलती है | इस के प्रयोग से हेयर फाल की समस्या से भी मुक्ति मिलती है |
रूसी दूर करे :
नीम में पाया जाने वाला एंटी बैक्ट्रियल व एंटी फंगल गुण सिर की त्वचा से संक्रमण हटाता है | सिर की त्वचा को पर्याप्त नमी प्रदान करता है | इस वजह से बालो की अच्छी ग्रोथ होती है | इसलिए नीम अनेक साबुन व शेम्पू का मुख्य घटक है |
शरीर को गन्दगी से मुक्त करे :
नीम में पाए जाने वाली औषद्यीय गुणों की वजह से लीवर की कार्याक्षमता बढ़ती है | लीवर अपनी पूर्ण क्षमता से कार्य करता है | इस वजह से शरीर आन्तरिक गन्दगी से मुक्त होता है |
कील मुहांसो से मुक्ति :
नीम के पेस्ट को चेहरे पर लगाने से त्वचा पर तेल हटता है | तैलिय त्वचा की वजह से होने वाले बैक्ट्रिरिया ख़त्म होते है | त्वचा कील मुहासों से मुक्त होती है | नीम के पेस्ट का चेहरे पर प्रयोग त्वचा को लावण्यमय बनाता है | त्वचा सुन्दर होती है | इसलिये उनके ब्यूटी प्रोडक्ट कम्पनिया नीम युक्त फेश वाश बनाती है |.
गंभीर बीमारियों से सुरक्षा प्रदान करता है :
नीम में उच्च श्रेणी के एंटी आक्सीडेंट गुण पाए जाते है | इस वजह से नीम के प्रयोग से आप कैंसर जैसे घातक रोगो से सुरक्षित हो जाते है | जैसा कि हम पूर्व में चर्चा कर चुके है कई इसका प्रयोग शरीर को गंदगी से मुक्त करता है |
नीम की पत्तियों का प्रयोग कैसे करे? (How to use Neem Leaves):
नीम की पत्तियो का सेवन रक्त शर्करा को नियंत्रित करता है | इसके साथ ही इसकी पत्तियों का पावडर आप नहाने के गरम पानी में भी कर सकते है | इसके साथ ही इसे उबटन में मिलाकर भी प्रयोग कर सकते है |
नीम पावडर(Neem Leaves Powder) :
नीम की पत्तियों को सुखाकर इसका पावडर बनाया जाता है | इसे आप भंडार कर के भी रख सकते है | इस नीम की पत्तियों के पावडर का सेवन रक्त शर्करा को नियंत्रित करता है |
नीम के केप्सूल के लाभ (Neem Capsules Benefits) :
जो लोग नीम की पत्तियों का सेवन नहीं कर पाते है वे केप्सूल के अंदर नीम का पावडर भरकर या नीम के तेल को भरकर सेवन किया जा सकता है |
एक दिन में कितनी नीम की पत्तियों का सेवन करे (How much neem leaf to take daily) :
एक दिन में नीम की 3 -4 पत्तियों का सेवन किया जा सकता है | किन्तु नीम की पत्तियों का सेवन लगातार 21 दिन से ज्यादा नहीं करना चाहिए |
वातानूकूलित का शरीर पर दुष्प्रभाव (Health Benefits of Neem ):
आज हम देखते है की ए.सी. में सोने वालो के शरीर सुबह अकड़ जाते है | किन्तु प्राकृतिक हवा में सोने पर शरीर कभी नही अकड़ता है | इसलिए नीम एक प्राकृतिक ए.सी. कह सकते है जो बिना बिजली के खर्च के हमें ठंडक देता है |
मकानों को प्राकृतिक ठंडक प्रदान करता है ( Neem Khane ke Fayde) :
मुझे भी बचपन में नीम वृक्ष (Neem Tree) की छाँव में बने मकान में रहने का अवसर प्राप्त हुआ | उस समय हमें पंखे की आवश्यकता ही नही होती थी | जबकि आज हम बिना पंखे, कूलर व ए.सी. के रह ही नही पाते है |
नीम के लाभ और उपयोग (Neem Khane ke Fayde):
यहाँ पर आपको नीम के बारे में सम्पूर्ण जानकारी देने के भाव से इसके चमत्कारिक लाभ व इसके अत्यधिक सेवन से होने वाले नुकसान (Medicinal Property of Neem in Hindi) के बारे में जानकारी दी गई है ताकि आप इसका उचित विधि से सेवन कर सके | इसके साथ ही यह भी जान सके की इसका सेवन किन लोगो को नही करना है |
क्या में उबले हुए नीम का पानी पी सकता हूँ? (Can I drink boiled neem Levees):
नीम का पानी नियमित पीने से पाचन सम्बधित समस्याओं में लाभ होता है | नीम के पानी का सेवन करने से गैस सम्बंधित समस्याओ में लाभ होता है | नीम के पानी का सेवन करने से गैस, पेट फूलना व पेट समबन्धित अनेक विकार दूर होते है |
खुजली में नीम फायदे (Neem Ke Fayde in Hindi) :
नीम के पानी से स्नान करने से चर्म रोग में लाभ होता है | नीम का पानी एंटी सेप्टिक व एंटी बैक्ट्रियल का कार्य करता है | इसी वजह से बाजार में उनके कम्पनिया नीम के साबुन उत्पादन करती है |
जल जाने पर (Neem Ke Fayde in Hindi) :
कई बार हम घर में अपने अंग को जला बैठते है | ऐसी अवस्था में ताजी नीम की पत्तियो के पेस्ट को लगाने से जलन तुरंत शांत हो जाती है | इसके साथ ही नीम के एंटी सेप्टिक व एंटी बैक्ट्रियल गुणों की वजह से घाव होने की संभावना ख़त्म हो जाती है |
कान के रोग में लाभ (Neem Ke Fayde in Hindi) :
प्राय: कई बार हमें कान में दर्द की शिकायत हो जाती है | कई लोगो को कान से पस निकलने की शिकायत हो जाती है | ऐसे लोगो के लिए नीम का तेल वरदान है | इसकी ४-५ बून्द कान में डालने से लाभ होता है |
चर्म रोग में नीम का प्रयोग कैसे करे?:
त्वचा रोग में नीम के तेल का प्रयोग लाभदायी होता है | नीम के तेल में थोड़ा सा कपूर पीस कर मिला ले | इस तेल का प्रयोग चर्म रोग पर करने से राहत मिलती है |
नीम के पत्ते कितने दिन खाना चाहिए :
नीम के पत्तों का सेवन केवल 21 दिन ही करना चाहिए | उसके बाद 2-3 दिन का गेप देकर पुन: इसका सेवन किया जा सकता है | नीम के पत्तों की प्रकृति ठंडी होती है |
नीम से खुजली कैसे दूर करे :
नीम में एंटी सेप्टिक गुण पाए जाते है | नीम में विटामिन सी भी पाया जाता है | इसके पानी से स्नान करने से शरीर की त्वचा स्वच्छ व स्वस्थ होती है | इसके पानी से नियमित रूप से स्नान करने से खुजली से राहत मिलती है |
नीम का रस कब पीना चाहिए? :
हमारे द्वारा नियमित सेवन किये गए आहार का कुछ न कुछ भाग हमारे पाचन संस्थान में रह जाता है | इस वजह से शरीर में गन्दगी एकत्र होती है | यही गन्दगी हमें रोगी बनाती है | यदि हम नियमित से सुबह खाली पेट नीम की पत्तियों के रस का सेवन करते है तो पाचन संस्थान आँतरिक रूप से स्वच्छ व निरोगी होता है |
नीम के पत्ते खाने का क्या नुकसान है?
क्योकि आप लंबे समय तक नीम का प्रयोग करते है तो बीमार होने पर कोई दवा असर नही करती है | इसके साथ ही नीम का लंबे समय तक प्रयोग करने से शीध्र पतन की शिकायत भी हो जाती है |
इसके साथ ही वे युवा जो पिता बनने की तैयारी में है कृपया नीम का प्रयोग न करे |
सावधानी(Neem Leaves Side Effects):
नीम के पत्ते खाने से क्या नुकसान है? यह भी हमें जानना आवश्यक है | कहते है ना अति सर्वत्र वर्जयेत | नीम के पत्तों का लंबे समय तक प्रयोग नही करना चाहिए | केवल 21 दिनों तक इसका प्रयोग करना है |
- जो व्यक्ति किसी रोग विशेष के शिकार है वे कृपया नीम का प्रयोग अपने चिकित्सक की सलाह से करे |
- नीम के प्रयोग को सामान्य तह: सभी लोग आसानी से कर सकते है | केवल वे ही कुछ लोग इसका सेवन न करे जिनके बारे में आपको जानकारी दी है | बाकी सभी बिना चिंता किए इसका प्रयोग कर सकते है |
हमारे उदेश्य है स्वस्थ व आत्म निर्भर समाज का निर्माण करना | आपका सहयोग हमें निरंतर मिल रहा है | स्वस्थ रहे मस्त रहे |
https://en.wikipedia.org/wiki/Azadirachta_indica
https://en.wikipedia.org/wiki/Neem_Karoli_Baba
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