हीट स्ट्रोक-बचाव, लक्षण व निदान Heat Stroke

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Heat stroke in Hindi हीट स्ट्रोक-बचाव, लक्षण व निदान

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Heat Stroke –Dr.Jagdish Joshi,  Lifestyle Expert 125

गर्मी का मौसम बीमारियों का मौसम (Heat Stroke) :

Heat stroke  – गर्मी का मौसम बीमारियों का मौसम है | इस मौसम में व्यक्ति गर्मियों से सम्बंधित बीमारियों के  शिकार हो जाते है | गर्मी के मौसम में खासतौर पर बुजुर्ग व बच्चों को बहुत परेशानी होती है | क्योकि इनकी जीवन शक्ति (Immune Power) बहुत कमजोर होती है | यदि हमें यह जानकारी हो जाय की इस मौसम में कैसी जीवनचर्या का पालन करे तो निश्चित ही हम गर्मी के मौसम में स्वस्थ रहेगे |

हमें गर्मी के मौसम में कौनसा आहार ग्रहण करना है | कौनसे पेय पदार्थ पीना है | कैसे कपडे पहनना है | इस सब बातों के बारे में जानेगे |

 लू लगने पर शरीर का तापमान संतुलन बिगड़ जाता है | शरीर का तापमान बहुत अधिक बढ़ जाता है | यह जीवन के लिए खतरनाक स्थिती है |

गर्मी के मौसम में होने वाले मुख्य रोग ‘लू’ की आज हम चर्चा करेगे | ताकि हम व हमारा परिवार इस जान लेवा रोग के साथ-साथ गर्मी की वजह से होने वाले अनेक रोगों से सुरक्षित रहे? Garmi me Khan Pan in Hindi

गर्मी का मौसम अर्थात ‘लू’ का मौसम है । आखिर हम ‘लू’ के शिकार क्यों होते है |‘लू’ की वजह से हमें क्या-क्या तकलीफ होती है । आखिर ‘लू’ एक जानलेवा रोग क्यों हो जाता है।

यदि हम गर्मी के मौसम में कुछ सावधानी रखते हैं तो निश्चित ही हम इस गर्मी के भीषण मौसम में अपने आप को अपने परिवार को गर्मी की वजह से होने वाले रोगो से भी बचा सकते हैं |

लू किस वजह से होती है?(Cause of Loo):

  1. तेज गर्मी में नंगे सिर या आपका शरीर पूर्ण रूप से ढंका नहीं होना ।
  2. यदि आप अपनी क्षमता से अधिक परिश्रम करते हैं |
  3. पर्याप्त समय विश्राम (Proper Rest) नहीं करते है |
  4. पानी की अत्यधिक कम मात्रा का सेवन करते है |
  5. यदि आप को हमेशा कब्ज रहती है |
  6. अत्यधिक मसालेदार/वसायुक्त खाद्य (Spicy/Oily Diet) पदार्थो का सेवन करते है |
  7. शरीर में अत्यधिक थकान (Fatigue) रहती  है |
  8. आपकी जीवनी शक्ति (Immunity) कमजोर है |
  9. यदि उपरोक्त कारणों में से कोई कारण होता है तो आप ‘लू’ (Heat Stroke) के शिकार हो जाते है |

‘लू’ का वैज्ञानिक पक्ष समझे (Summer Heat Stroke Treatment in Hindi): 

जब हमारे शरीर में पर्याप्त पानी की मात्रा होती है तो हमारे शरीर से नियमित रूप से पसीना निकलता रहता है |  इस वजह से हमारे शरीर का तापमान नियमित रूप से सामान्य बना रहता है | इस बात को हम कूलर के पेड्स के उदाहरण से समझ सकते है | जब तक कूलर के पेड्स में पानी है वातावरण ठंडा बना रहता है | वही पेड्स से पानी ख़त्म हुआ वातावरण गर्म हो जाता है |

यही वजह है की अत्यधिक गर्मी के मौसम में शरीर में से निरंतर पसीने व मूत्र की वजह से पानी निकलता रहता है | किन्तु यदि हम लम्बे समय तक प्यासे रहते है या पानी कम पीते है तो शरीर पसीना नहीं निकाल पाता है | इस वजह से शरीर निरंतर गर्म होता है और शरीर का तापमान सामान्य से अधिक बढ़ जाता है | यही घटना हमें ‘लू’ के रूप में हमारे सामने आती है |

यदि हम पानी का पर्याप्त मात्रा में सेवन करते है | अपने शरीर को अच्छी तरह से ढँक कर रखते है | तो कोई कारण नहीं की आप ‘लू’ के शिकार होगे |

हीट स्ट्रोक के लक्षण क्या है (Sunstroke Symptoms) : 

जब भी हम ‘लू’ के शिकार होते है तो  क्या होता है ? यदि यह हम जान जाए तो कोई कारण नहीं की हम अपना जीवन सुरक्षित रख सके |(Signs of Heat Stroke) ‘लू’ लगने पर शरीर अत्यधिक गर्म हो जाता है । सम्पूर्ण शरीर में जलन होती है | (Heat Exhaustion Symptoms )ख़ास तोर पर हाथ व पैरो में अत्यधिक जलन होती है। बहुत प्यास लगती है, तेज बुखार आता है, बेचैनी होती है, शरीर में अकड़न हो जाती है। श्वास लेने में तकलीफ होती है।  इसके साथ ही यदि जीवनी शक्ति कमजोर है तो व्यक्ति की जान भी चली जाती है। प्रतिवर्ष सेकड़ो की संख्या में व्यक्तियो की मौत हो जाती है |  किन्तु गर्मी के मौसम से डरने की आवश्यकता ही नहीं है | आवश्यकता है केवल इस मौसम में सावधानी से सही जीवनचर्या को जीने की है |

लू लगना शरीर की वह अवस्था है जिसमे शरीर का तापमान 40.0 डिग्री सेल्शियस(104.0 डिग्री फेरनहाईट) के करीब पहुच जाता है |

मन की स्थिति उलझन भरी हो जाती है | त्वचा लाल हो जाती है | त्वचा मे रूखापन आ जाता है | सिरदर्द होता है, चक्कर आते है व अन्य लक्षण लू की वजह से प्रगट होते है | कई बार लू की अवस्था मे स्थिति इतनी गंभीर हो जाती है की व्यक्ति के प्राण भी चले जाते है |

लू लगने पर शरीर अत्यधिक गरम हो जाता है | सिरदर्द, कमजोरी, शरीर का टूटना,बार-बार मुख का सुखना | उल्टी होना | सांस लेने मे तकलीफ होना | दस्त होना | शरीर का निढाल होना | बेहोशी होना |  ध्यान रखे लू होने पर शरीर से पसीना नही आता है |

हीट स्ट्रोक का क्या कारण है?:

हीट स्ट्रोक का मुख्य कारण व्यक्ति की जीवनी शक्ति कमजोर होना है  | यदि आप भीषण गर्मी मे बिना पानी का सेवन किये जाते है तो भी लू लगाने की संभावना रहती है | यदि आप ने अपने सम्पूर्ण शरीर को ठीक प्रकार से नही ढंका है तो भी लू लगने की संभावना रहती है |

हीट स्ट्रोक के घरेलू उपाय (Home Remedy for Heat Stroke) :

  1. गर्मी के लंबे समय तक भूखे नहीं रहना है ।
  2. जब घर से निकले पर्याप्त मात्रा में पानी/अन्य कोई प्राकृतिक पेय को पर्याप्त मात्रा में पीकर ही निकले । जब शरीर में पानी के अत्यधिक कमी होती है तब ही व्यक्ति ‘लू’ का शिकार होता  है |
  3. अपने आहार में नींबू की शिकंजी, केरी का पना, ताजी छाछ, तरबूज, खरबूज, अंगूर, नारियल, सत्तू  व पानी वाले फलों का भरपूर मात्रा में सेवन करें।
  4. आपके सिर पर टोपी होनी चाहिए। पूरा शरीर का ढंका हुआ होना चाहिए। आंखों पर चश्मा होना चाहिए। ।
  5. जब भी बाहर जाए अपनी जेब में एक प्याज रख ले। । प्याज  सूर्य की रोशनी को अपनी ओर आकर्षित कर भीषण गर्मी के प्रभाव को कम कर देता है |
  6. हीट स्ट्रोक से कैसे सुरक्षित रहे?:

    खुले शरीर धूप मे न जाये | यदि  धूप मे जाना आवश्यक हो तो सिर व शरीर को ढँक कर ही जाये |

    कभी अत्यधिक गर्मी से अत्यधिक ठंडे वातावरण मे न जाये | ना ही अत्यधिक ठंडे वातावरण से अत्यधिक तेज तापमान वाले वातावरण मे न जाये | इस प्रकार से सामान्य से असामान्य तापमान मे जीवन संकट मे पड जाता है |

    लू लगने पर कभी लापरवाही नही करनी चाहिए | लू लगने पर तुरंत चिकित्सक से परामर्श लेना चाहिए |

    बुखार तेज होने पर व्यक्ति की खुली ताजी ठंडी हवा मे लिटाये | सम्पूर्ण शरीर पर ठंडे पानी के नैपकीन से शरीर को नियमित रूप से ठंडा करे |

लू’ लगने का उपचार (Heat Stroke):

‘लू’ (Sun Stroke) लगने पर पर्याप्त मात्रा में पानी का सेवन करना चाहिए ।

कच्ची प्याज को पीसकर उसका रस कनपटी पर कपाल पर, पैरों के पंजों पर सीने पर लगा दीजिए।

केरी को पका लीजिए, उसमें शक्कर डालकर उसका शरबत बनाकर सेवन करें। इस पेय में  सेंधा नमक व जीरा मिला दे |

यदि ‘लू’ लगाने पर यदि उल्टी दस्त हो रही हो तो अमृत धारा की 2-3 बूंद को बताशे के साथ या शक्कर के साथ सेवन करे |

तुलसी की 8-10 पत्तो को पीस ले व शक्कर को पीसकर इसका सेवन  कर ले |

‘लू’ लगने पर फ्रिज या मटके के ठन्डे पानी में सूती कपडे को गीला करके सम्पूर्ण शरीर पर निरंतर पोछना है | इससे शरीर का तापमान सामान्य हो जाता है ।

‘लू’ लगाने पर फ्रिज या मटके के ठन्डे पानी में सूती चादर को को गीला करके सम्पूर्ण शरीर को चादर में लपेटना है | इस प्रयोग से शरीर का तापमान अपने उचित स्तर पर आ जाता  है |

हीट स्ट्रोक से उबरने से कितना समय लगता है?:

सामान्य रूप से हीट स्ट्रोक से उबरने मे 1-2 दिन मे लाभ हो जाता है | किन्तु हीट स्ट्रोक की गंभीर अवस्था मे शरीर को गंभीर नुकसान पहुचता है | ऐसी अवस्था मे पूर्ण लाभ पाने मे 1 वर्ष से अधिक का समय लग सकता है |

इसलिए जब वातावरण मे अत्यधिक गर्मी हो और लू चल रही हो | ऐसी अवस्था मे कभी भी लापरवाही नही करनी चाहिए | ऐसी अवस्था मे लू से बचने के सम्पूर्ण उपाय करना चाहिए |

लू लगने पर किसका प्रयोग लाभदायक होता है?:

जब भी वातावरण गरम हो और लू की संभावना हो तो पर्याप्त मात्रा मे पेय पदार्थो का सेवन करना चाहिए | पेय पदार्थो मे ठंडाई, केरी का पना, शिकंजी, लस्सी, ताजी छाछ, नारियल पानी, खस का शर्बत, ब्राम्ही का शर्बत, फालसा का शर्बत, केवड़े का शर्बत व अन्य खाद्य पदार्थो के शर्बत |  इसके साथ ही सत्तू, प्याज, ककड़ी का सेवन भी लू लगने पर व लू से बचाव का कार्य करता है |

हीट स्ट्रोक ट्रीटमेंट:

हीट स्ट्रोक का घरेलू उपाय बहुत ही सरल है | प्राकृतिक चिकित्सा मे हीट स्ट्रोक का आसान निदान है | सूती चादर को ठंडे पानी से गीला कर के सम्पूर्ण शरीर पर लपेट देना चाहिए | इस चादर को नियमित रूप से ठंडे पानी से गीला करते रहे | इस गीली चादर के लपेट के प्रयोग से शरीर का तापमान तेजी से सामान्य स्तर पर आ जाता है |

होम्योपैथी  से  लू का निदान (Summer Heat Stroke Treatment in Hindi):

होम्योपैथिक में ‘लू’ का बहुत ही प्रभावी इलाज है | होम्योपैथी का इलाज बहुत  ही सस्ता व प्रभावशाली निदान है |  होम्योपैथी  की बैलोडोना 30 (Belladonna 30)  व ग्लोनाईंन 30  (Gloynine 30) की चार-चार गोली दिन में तीन बार सेवन करना  है ।

आप बाजार से एक ड्रम मात्रा इन दोनों दवाईयों की खरीद कर घर पर रख सकते है | जिसकी कीमत मुश्किल से 50-60  रुपये से ज्यादा नहीं होती है |

इन दवाओं को हम ‘लू’ की जीवन रक्षक दवा (Life Saving Drugs) भी कह सकते है | इस दवा को मैंने कई लोगो में इसका प्रयोग किया है जिससे लू में चमत्कारिक परिणाम मिले है |

लू लगने पर क्या पीना चाहिए?:

लू लगने पर पर्याप्त मात्रा मे पानी का सेवन करना चाहिए | जिससे शरीर का तापमान सामान्य होने मे मदद मिले | शरीर मे पानी की कमी न हो | विभिन्न प्रकार के प्राकृतिक पेय पदार्थो का सेवन करना चाहिए | ऐसी अवस्था मे केरी का पना, ताजी छाछ व ठंडे प्राकृतिक पेय पदार्थो का सेवन करना चाहिए |

गर्मी के मौसम में कैसे कपडे पहने(Heat Stroke):

गर्मी के मौसम में हल्के रंग के कपडे पहनना चाहिए | कपड़े सूती होने चाहिए | कपडे अत्यधिक टाइट नहीं होने चाहिए |

होमियो पैथी चिकित्सको  का ह्रदय से आभार (Heat Stroke Treatment) :

उक्त  दवा का परामर्श मुझे  अनेक होमियोपैथी चिकित्सको से प्राप्त हुआ है | इसके लिए में डा बागुल जी व डा मनोज भावसार का ह्रदय से आभारी हूँ  | आप आज ही इस दवा को अपने घर में स्थान दे, ताकि आपका सम्पूर्ण परिवार ‘लू’ से सुरक्षित रह सके |

हीट स्ट्रोक के दीर्ध कालिक प्रभाव क्या है?:

हीट स्ट्रोक के गंभीर शिकार होने पर शरीर का तापमान खतरनाक रूप से बढ़ जाता है | इस वजह से ह्रदय, लीवर व गुर्दे को गंभीर नुकसान हो सकता है |

विशेष आग्रह (Heat Stroke Treatment) :  

लू लगने पर कुछ घंटों में भी लाभ नहीं हो तो तुरंत अपने पारिवारिक चिकित्सक की सलाह लेनी चाहिए ।  अपने पारिवारिक चिकित्सक की सलाह के अनुसार तुरंत चिकित्सा करवाये |चिकित्सा के पूर्व व्यक्ति को शक्कर, नमक का पानी, नारियल पानी, ताजी छाछ का सेवन करवाना चाहिए | इसके साथ ही उसके शरीर को ठन्डे पानी से गेले कपडे से ठंडा करते रहना चाहिए | ताकि चिकित्सा प्राप्त करने के पूर्व तक उसकी स्थिति नियंत्रण में रहे | 

गर्मी के मौसम में स्वस्थ रहने का रहस्य  (Heat Stroke) :                                       

यदि हम अपने जीवनचर्या में गर्मी के मौसम में इन उपायों को ध्यान रखते हैं तो आप कभी भी रोगों  के शिकार नहीं होंगे।

गर्मी के मौसम में अपनी जीवन चर्या को उचित दिशा देकर उचित जीवन चर्या अपनाए  ताकि आप गर्मी के मौसम में ‘लू’ के साथ-साथ अनेक बीमारियों से सुरक्षित हो ।

आपसे विनम्र निवेदन है की इस संदेश को जन-जन तक प्रसारित करने का कष्ट करे | आपका एक छोटा सा प्रयास अनेक लोगो को लू से सुरक्षित कर देगा |

आप रोज कुछ सन्देश अपने प्रियजनों को तो प्रसारित करते है, गुड मार्निंग भी करते है | किन्तु यदि आप इस संदेश को आगे प्रसारित करेगे तो सब का भला होगा व हम स्वस्थ समाज का निर्माण कर पाएगे |

https://en.wikipedia.org/wiki/Heat_stroke

https://en.wikipedia.org/wiki/Heat_stroke

https://en.wikipedia.org/wiki/Sunstroke_(disambiguation)

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