थायराईड का रामबाण इलाज Thyroid Treatment

Thyroid Treatment

Thyroid Treatment

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थायराईड का रामबाण इलाज Thyroid Treatment

Thyroid Treatment
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Thyroid Treatment-Dr.Jagdish Joshi, Lifestyle Expert 125

Thyroid Treatment-Lifestyle Expert125

Thyroid Treatment -थायराईड आज के समय की बड़ी संख्या में पायी जाने वाली एक आम समस्या है | वर्तमान समय में हर तीसरी महिला थायराईड रोग की(How to Heal Thyroid) शिकार है। पुरुषों में भी यह रोग तेज गति से फैल रहा है। आखिरकार थायराईड ग्रंथि का रोग इतना ज्यादा क्यों फैल रहा है? पुराने समय में थायराईड के रोगी बहुत कम होते थे | किंतु वर्तमान में यह समस्या बहुत तेज गति से फैल रही है। थायराईड से मुक्त पाना आसान है |


थायराईड के लक्षण (Thyroid symptoms in Hindi) :

थायराईड की वजह से एक रोग नहीं अनेक रोग हो जाते है। थकान लगना, बाल गिरना, वजन बढ़ना (Obesity), वजन कम होना, त्वचा खराब हो जाना, कभी अत्यधिक ठंड लगना, कभी अत्यधिक गर्मी लगना व अन्य लक्षण प्रगट होते है ।

इस प्रकार से व्यक्ति थायराईड की वजह से अनेक रोगों का शिकार हो जाता है । जब कोई व्यक्ति थायराईड का शिकार हो जाता है तो किसी एलोपैथिक चिकित्सक के पास जाता हैं तो चिकित्सक परामर्श देते है की आपको जीवन भर दवा खाना पड़ेगी । किंतु दवाओं के सेवन करने के बाद भी व्यक्ति को अनेक समस्याओ का सामना करना पड़ता हैं| दवाईयों के सेवन से केवल तात्कालिक लाभ ही होता है |

महिलाओ में थायराईड के लक्षण (Thyroid Treatment) :                                                                                                

प्राय: महिलाओ में थायराईड की वजह से तेजी से बाल गिरते है | वजन बहुत कम हो जाता है या वजन बहुत अधिक बढ़ जाता है |
थायराईड।

T-3 व TSH कितना होना चाहिए? (Normal Range of T-3 & TSH) :                                                                                           

थायराईड रोग होने पर T-3 व TSH की जांच करने को कहा जाता है | यदि आपके शरीर में थायराईड के लक्षण दिख रहे है तो जांच करवाने में विलम्ब नहीं होना चाहिए | T-3 की नार्मल रेंज 100 -200 ng /Dl होती है

TSH कितना होना चाहिए? (TSH Test in Hindi):

पुरुषो में TSH की मात्रा 0.4 से 5. 4mlU व महिलाओं में 0.5 से 5. 0 mlU के मध्य होनी चाहिए | यदि इस सीमा में आपकी TSH की रेंज है? तो आप को थायराईड नहीं है |

किन्तु कई बार थायराईड की रिपोर्ट नेगटिव आती है | किन्तु लक्षण थायराईड के होते है | ऐसी अवस्था में अपने आहार व जीवनचर्या में आवश्यक सुधार लाना होंगे |

थायराईड के कारण होने वाले रोग (Diseased  Caused by Thyroid):                                                                                             

थायराईड ग्रंथि के अस्वस्थ होने पर बाल गिरने (hair fall) लगते हैं, पिंपल्स होते हैं (Pimples) पीरियड्स अनियमित होते है, पीसीओडी की समस्या हो जाती है | इन सभी रोगों के लिए दवाईयों का सेवन करते है तो शरीर पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ता हैं, क्योकि दवाईया केवल तात्कालिक राहत देती है दवाईयों से स्थायी लाभ नहीं मिलता है और व्यक्ति जीवन भर दवाइयों के सहारे अपना जीवन निकालता है और उसकी हालत और खराब होने लगती है।

आखिर हम क्या करें कि ताकि हम थायराईड की समस्या को जड़ से दूर करे और हमें और कोई रोग न हो और हम जल्दी स्वस्थ हो जाएं। इसके लिए आज हम जानेगे की हम थायराईड ग्रंथि को किस प्रकार से प्राकृतिक रूप से स्वस्थ कर सकते हैं। इसके लिए हमें सबसे पहले समझना होगा कि आखिर थायराईड ग्रंथि क्या होती है।

थायराईड क्या होता है? (Thyroid Treatment):                                                                                                               

थायराईड ग्रंथि (Thyroid Glad) हमारे गले में तितली के आकार की एक ग्रंथि होती है। जो थायाराक्सीन हार्मोन्स का स्त्राव करती है ! यदि थायाराक्सीन हार्मोन्स का अत्यधिक कम स्त्राव होता है तो उसे हायपोथायराईड कहते है | किन्तु यदि थायराईड ग्रंथि अधिक थायराईड हार्मोन्स का स्त्राव करती है तो उसे हाईपर थायराईड कहते है |

भले ही हायपर थायराईड हो या हाईपो थायराईड हो दोनों अवस्था में थायराईड ग्रंथि अस्वस्थ होना है व इसका निदान एक ही है |

यदि हमें थायराईड से मुक्त होना है तो हमें क्या करना होगा | सबसे पहले हमें समझना होगा की आखिर थायराईड होने का क्या कारण है? इस रोग का मूल कारण क्या है?

थायराईड होने का मूल कारण (Root Cause of Thyroid):                                                                                                         

हमारे व्दारा अपनाई जाने वाली गलत जीवनशैली (Thyroid reason) खाने का तरीका, पीने का तरीका सोने का तरीका ये गलत होते है । इसकी वजह से हमें अनेक शारीरिक रोग होते है।

क्या दवाईयों के सेवन से थायराईड ग्रंथि स्वस्थ हो सकती है?(Treatment of Thyroid in Hindi):                                                   

एक आम आदमी रोग के मूल कारण को दूर नहीं करता है किन्तु दवाईयों का सेवन करता है | यदि हम केवल गोली खाने में विश्वास करते है तो कितनी बीमारियों के लिए दवाईयों का सेवन करेगे | गोली खाना कोई हल नहीं है। यदि हम केवल गोलियों का सेवन करेगे तो कैसे काम चलेगा? क्योकि अत्यधिक दवाईयों का सेवन करने से शरीर पर निश्चित ही दुष्प्रभाव पड़ता है |

थायराईड का सही इलाज क्या है?(Thyroid Treatment):                                                                                   

थायराईड का सही इलाज स्वस्थ जीवन शैली है | तनाव से मुक्ति, सकारात्मक आहार, नियमित व्यायाम व पर्याप्त विश्राम कर हम थायराईड का सही इलाज कर सकते है

आहार के व्दारा अपनी थायराईड ग्रंथि को स्वस्थ करे (How to cure Thyroid with food):                                                       

प्राय: हमारा आहार अत्यधिक अम्लीय होता है | भले ही हम दाल, चावल, रोटी, सब्जी जैसे सामान्य भोजन का सेवन करे |(How to prevent thyroid) इसके साथ ही हमारे आहार में अत्यधिक अम्लीय आहार पैकेट फूड, सेव, मिक्श्रर, डिब्बाबंद खाद्य पदार्थ, कोल्ड ड्रिंक्स, पिज़्ज़ा, बर्गर, व अन्य अत्यधिक अम्लीय आहार शामिल होते है |

हम बिना पाचन प्रणाली को विश्राम दिए आहार का सेवन करते जाते है (We Consume Food Without Resting the Digestive):

हमारा मन में प्रश्न पैदा होता है की जब हम घर का बना खाना खाते है फिर भी थायराईड व अन्य रोगों के शिकार क्यों होते है? हम सुबह नाश्ते में बिस्किट, ब्रेड, उपमा, पोहा, जलेबी, और न जाने कौन कौन से आहार का सेवन कर जाते है | दोपहर में दाल, चावल, रोटी, सब्जी व इसके साथ ही अन्य आहार का सेवन कर जाते है | एक भोजन पचता नहीं है और दूसरा आहार ग्रहण कर जाते है | दिन भर में चाय, काफी व अन्य आहार का सेवन कर जाते है | इसी क्रम में शाम को चाय, नाश्ता भी कर लेते है | उक्त आहार पचा नहीं हम रात को पुन गरिष्ठ आहार का सेवन कर जाते है | इसी प्रकार भोजन के बाद आईसक्रीम व दूध का सेवन कर जाते है |

आहार में अत्यधिक मिर्च, मसाले, तेल, पतले आटे से बने हुए आहार का सेवन कर जाते है |
इस प्रकार हमारा शरीर अनपचे भोजन का भण्डार बन जाता है | हमारे शरीर के समस्त अंगो के साथ-साथ थायराईड ग्रंथि को भी दूषित रक्त मिलता है जिससे शरीर के अन्य अंगो के साथ साथ थायराईड ग्रंथि अस्वस्थ हो जाती है |

इस प्रकार की आहार चर्या को अपनाने की वजह व्यक्ति हमेशा एसिडिटी, गैस के शिकार हो जाता है |
यदि शरीर को स्वस्थ रखना है तो शरीर को आतंरिक रूप से स्वच्छ रखना होगा | शरीर आतंरिक रूप से स्वच्छ होगा तब ही तब ही शरीर गन्दगी मुक्त होगा | जब शरीर आतंरिक रूप से गंदगी से मुक्त होता तब ही शरीर व्दारा सेवन किये गए आहार के सार तत्व शरीर को स्वस्थ व निरोगी बनायेगे |

हमें क्षारीय आहार को अपनी आहार चर्या में पर्याप्त मात्रा में शामिल करना होगा | जब हमारे आहार में पर्याप्त मात्रा में क्षारीय आहार शामिल होगे तब ही हमारा रक्त क्षारीय होगा और हम एसिडिटी व गैस से मुक्त होगे | अपने रक्त को क्षारीय बनाने के लिए अपने आहार में पर्याप्त मात्रा में मौसमी फलों व सब्जियों को शामिल करना होगा |

अपने आहार में कौनसे फल व सब्जियों को शामिल करे?(Treatment of Thyroid in Hindi):

अपने आहार में भरपूर मौसमी फलों व सब्जियों को शामिल करे | ऐसे फलों व सब्जियों को शामिल करे जो आपके क्षेत्र में ही पैदा होते है | दुसरे क्षेत्र के व बेमोसमी फलों व सब्जियों को अपने आहार में शामिल नहीं करना चाहिए |

हमें ऐसा आहार सेवन करना है जिसमे जान हो ऐसे आहार में ताजी सब्जियाँ ताजे फल, अंकुरित अनाज को पर्याप्त मात्रा में सेवन कर सकते है | आहार को जितना प्राकृतिक स्वरूप में सेवन करेगे उतना ही हमें लाभ होगा | हम ताजे फलों व सब्जियों को रस के रूप में, सलाद के रूप में सेवन करना होगा |

हमें अपने दोपहर के आहार की थाली में आधी प्लेट सब्जी, एक चौथाई प्लेट रोटी/चावल व एक चौथाई प्लेट दाल का सेवन करना है | हमें अपनी भूख का 20% कम आहार का सेवन करना है | इस प्रकार का आहार का सेवन कर हम अपने आहार में भरपूर मात्रा में क्षारीय आहार का सेवन कर लेते है |

आप दाल व चावल को उसके प्राकृतिक रूप में ही सेवन करे | दाल को छिलके वाली दाल के रूप में व चावल को बिना पालिश वाले चावल का प्रयोग करे | चपाती का आटा चोकरयुक्त होना चाहिए |

थायराईड को जड़ से कैसे ख़त्म करे ? (Treatment of Thyroid in Hindi):                                                                               

यदि आप थायराईड से परेशान है तो यह प्रयोग आपके लिए बहुत लाभदायी हो सकता है | इस प्रयोग को मैंने हजारो लोगो को करवाया | वे अपनी थायराईड ग्रंथि को स्वस्थ करने में सफल रहे | आपको को रोज 4 चाय के चम्मच के बराबर कोथमीर (धनिया ) के ताजा पीसे हुए पेस्ट को एक ग्लास गर्म पानी में मिलाना है | जब यह पेय ठंडा हो जाय तो धीरे-धीरे पीना है |

इस प्रयोग को कर आप केवल 3 माह में अपनी थायराईड ग्रंथि को स्वस्थ कर लेंगे | आपको लेख में दिए जीवन शैली के प्रयोगो को अपनी जीवनचर्या का अंग बनाना है |


थायराईड में कौनसा ज्यूस पीना चाहिए?(Which juice should be drink in Thyroid Problem?) :

थायराईड में लोकी का ज्यूस पीना चाहिए | थायराईड रोग होने पर खाली पेट सुबह लोकी का ज्यूस पीना लाभदायी होता है

रसाहार के व्दारा थायराईड ग्रंथि को स्वस्थ करे(Rejuvenate Thyroid Gland with Juice):                                                             

भूरे कोले का रस शरीर को आतंरिक रूप से स्वच्छ करता है | कद्दू के रस में 20 पुदीने की पत्ती मिला सकते है, इस रस में नीम्बू को मिला सकते है | इस प्रकार का ज्यूस शरीर को आतंरिक रूप से स्वच्छता प्रदान करता है |

इसी प्रकार नारियल का पानी सेवन करने से भी शरीर के आंतरिक अंगों की सफाई हो जाती है |

 

दूध का श्रेष्ठ विकल्प नारियल का दूध (Treatment of Thyroid in Hindi):                                                                                         

इसी प्रकार आप गिरि वाले नारियल को पीसकर नारियल का दूध बनाकर सेवन कर सकते है |
इसी प्रकार हम विभिन्न प्रकार के रसों का सेवन कर हम अपने शरीर के आतंरिक अंगो की सफाई कर सकते है | इन रसों का सेवन कर हम अपने रक्त को क्षारीय बना सकते है |

आयोडाइज्ड नमक के स्थान पर आपको सेंधा नमक का प्रयोग करना है |

प्लास्टिक के बर्तन में आहार का सेवन न करे (Treatment of Thyroid in Hindi):                                                                             

प्राय: हमारे घरो में हम प्लास्टिक बर्तनों का प्रयोग करते है | प्लास्टिक बर्तनों में आहार को रखने व उसमे आहार का सेवन नहीं करना चाहिए | प्लास्टिक के प्रयोग से बचना चाहिए | खासतौर पर गर्म आहार को तो कभी भी प्लास्टिक के बर्तन में तो कदापि नहीं रखना चाहिए |

खाना लोहे के बर्तन में बनाए (Thyroid Treatment):

प्राय: हमारे घरो में नान स्टिक तवे, एल्युमिनियम की कढाई का प्रयोग करते है जो कि स्वास्थ्य के लिए उचित नहीं है | अपने घर में नियमित बनाए जाने वाले आहार को लोहे की कढ़ाई में ही बनाना चाहिए, ताकि शरीर को आवश्यक लोह तत्व की प्राप्ति हो सके व हम दुसरे प्रकार के पात्र में खाना बनाने की वजह से होने वाले दुष्प्रभावों से बचे रहे |

पर्याप्त समय विश्राम करना (Have Enough Time to Rest):

कई बार हम पर्याप्त नींद नहीं सो पाते है इस वजह से हमारे शरीर के अन्य अंगो के साथ साथ थायराईड ग्रंथि भी अस्वस्थ होती है | इसलिए अपनी जीवन चर्या को व्यवस्थित रखते हुए पर्याप्त गहरी नींद लेना चाहिए ताकि आपके शरीर के विभिन्न अंग अपनी पूर्ण क्षमता से कार्य कर सके । गहरी निद्रा के लिए योग निद्रा का अभ्यास करे |

हमारी कोशिश यह होनी चाहिए की हम रात को 10 बजे तक सो जाए | यदि हम रात को जल्दी सो जाते है तो हमे रात को 10-12 बजे तक सोने पर 2 के स्थान पर 4 घंटे का लाभ मिलता है |


प्याज से थायराईड का इलाज(Thyroid Treatment with Onion) :                                                                                               

प्याज की दो स्लाइज काट ले ले | अब इस स्लाइज के गले के आसपास मालिश करे | इससे थायराईड ग्रंथि को स्वस्थ करने में मदद मिलेगी |

थायराईड ग्रंथि को स्वस्थ करने वाले चमत्कारिक प्रयोग (Treatment of Thyroid in Hindi):                                                                  

रात को सोने के पहले कोल्ड प्रेस्ड़ अखरोट तेल की चार-पांच बूंदे हाथ में लेकर गले पर मसाज करें। गले के अन्दर थायराईड ग्रंथि होती है | इसी प्रकार से प्याज के रस की 4-5 बूंद को हथेली पर लेकर गले पर मसाज करे । इन दोनों प्रयोग में से कोई एक प्रयोग तीन माह तक करे |

रात को सोते समय आधा चम्मच धनिया पाउडर को एक ग्लास पानी में गला दे। सुबह इसे आधा गिलास पानी रहने तक उबाले । सुबह इसे छानकर पी लें इसके 1 घंटे तक कुछ भी सेवन नहीं करना है |

थायराईड ग्रंथि को स्वस्थ बनाने वाले योग के अभ्यास (Yoga Practices That Makes the Thyroid Glad Healthy):                          

इसे स्वस्थ करने के लिए नियमित रूप से गर्दन की नियमित रूप से कसरत करना बहुत लाभप्रद होता है | इसके साथ ही लेटकर मकरासन, उज्जाई प्राणायाम व सर्वांगासन कर सकते हैं |  

क्या थायराईड में दूध पीना चाहिए (Should we drink milk in Thyroid):

थायराईड में दूध पीना लाभदायी है | थायराईड रोग होने पर दूध व दूध के उत्पादों का उचित मात्रा में सेवन चाहिए | इस प्रकार थायराइड ग्रंथि स्वस्थ किया जा सकता है |

इस प्रकार की जीवन शैली को अपनाकर आप थायराईड ग्रंथि को स्वस्थ व निरोगी बना सकते है |

 

हमारी कोशिश यह होनी चाहिए की हम रात को 10 बजे तक सो जाए | यदि हम रात को जल्दी सो जाते है तो हमे रात को 10-12 बजे तक सोने पर 2 के स्थान पर 4 घंटे का लाभ मिलता है |

इस प्रकार की जीवन शैली को अपनाकर आप थायराईड ग्रंथि को स्वस्थ व निरोगी बना सकते है |

https://en.wikipedia.org/wiki/Thyroid
https://en.wikipedia.org/wiki/Thyroid_disease

https://en.wikipedia.org/wiki/Thyroid_hormones

https://en.wikipedia.org/wiki/Graves%27_disease

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