आई फ्लू से कैसे सुरक्षित रहे? Eye Flu Treatment in Hindi – Dr.Jagdish Joshi, Lifestyle Expert 125
कैसे फैलता है आंखों का संक्रमण(Eye Infection) :
वर्तमान मे आंखों का आना एक आम बात हो गई है | आंखों के आने को आई फ्लू या कंजक्टीवाइटिस (Eye Flu) भी कहते है | आई फ्लू मौसम बदलने या अत्यधिक बारिश होने या उमस की वजह से बहुत तेजी से फैलता है |
बारिश के मौसम मे नियमित रूप से तापमान मे परिवर्तन होने से शरीर की जीवनी शक्ति कमजोर हो जाती है | बारिश के मौसम मे कभी तेज गर्मी, तो कभी उमस तो कभी अत्यधिक ठंड होती है |
व्यक्ति की जीवनी शक्ति कमजोर होने की वजह से आई फ्लू का रोग होता है | इसके साथ ही बारिश के कारण व नमी की वजह से कीटाणुओ व बेक्टरिया की संख्या बहुत तेजी से बढ़ जाती है |
इसके साथ ही बारिश के मौसम मे व्यक्ति की पाचन अग्नि मंद होने से शरीर भी दूषित हो जाता है |
क्या है आई फ्लू (What is Eye Flu):
श्वसन तंत्र, नाक, कान, गले मे होने वाले संक्रमण से आई फ्लू की समस्या आती है | आई फ्लू होने पर आंखो की पलको पर सूजन आ जाती है | आंखो से पानी निकलता है | आंखो मे खुजली आना, आंखों मे जलन होना ये आई फ्लू के मुख्य लक्षण है |
कंजक्टीवाइटिस (Eye Flu Symptoms) की वजह से लोगों को आंखों मे जलन, आंखों का लाल होना, आंखों मे खुजली होना व संक्रमण की शिकायत हो जाती है |
कंजक्टीवाइटिस (Eye Flu) होने पर क्या सावधानी रखें:
कंजक्टीवाइटिस (Eye Flu) होने पर व्यक्ति को सार्वजनिक स्थान पर जाने से बचना चाहिए |
आई फ्लू के कारण (Eye Flu Reason):
क्योकि आई फ्लू दो तरह का होता है | उक्त समस्या वायरस व बैक्टीरिया की वजह से होता है |
बैक्टीरिया की वजह से होने वाले संक्रमण से नाक से आँख तक संक्रमण होता है | इस वजह से खांसी-छीक आने की समस्या आती है | यही से आई फ्लू की समस्या आंखों तक फैलती है |
आई फ्लू के सामान्य लक्षण (Eye Flu Symptoms in Hindi):
आंखों मे जलन व आंखों का लाल हो जाना |
आंखों की पलको पर पीला व चिपचिपा पदार्थ जमा हों जाना |
आँखों मे दर्द, चुभन व सूजन का हो जाना |
आंखों मे खुजली आना व पानी आना |
आई फ्लू होने पर क्या करे? (What do you do for eye flu?):
आंखों का आई फ्लू का शिकार होने पर अपने चिकित्सक से परामर्श लेकर आई ड्राप को नियमित रूप से आंखो मे डाले | इसके साथ ही चिकित्सकीय परामर्श से आवश्यक औषधि का सेवन करें |
क्या आई फ्लू घर बैठे ठीक होता है? (Is eye flu curable?):
आई फ्लू आसानी से ठीक होने वाला रोग है | आई फ्लू की तीव्रता होने पर लापरवाही नही करना चाहिए | ऐसी अवस्था मे तुरंत चिकित्सक से परामर्श प्राप्त कर आवश्यक चिकित्सा प्राप्त कर लेनी चाहिए |
आई फ्लू से कैसे सुरक्षित रहे? (Eye Flu precaution in Hindi) :
आई फ्लू के लक्षण प्रकट होने पर तुरंत चिकित्सक से सलाह ले व निम्न लिखित सावधानी को अपनाएं |
आंखों को बार- बार न छूए |
आंखो को न रगड़े |
बच्चों के बैग मे हैंड वॉश/सैनिटाइजर रखे |
गरम पानी या साबुन से हाथ धोएं |
तौलिया, नैपकिन, मेकअप का सामान शेयर न करे |
आई फ्लू से सुरक्षित रहने के लिए (Eye flu prevention) सकारात्मक आहार का सेवन करें |
पानी की स्वच्छता का ध्यान रखें |
आई फ्लू से संक्रमित व्यक्ति से कोई शारीरिक संपर्क न रखे |
अपने हाथो को नियमित रूप से साबुन या सैनिटाइजर से स्वच्छ रखे |
आंखों को नियमित रूप से ठंडे पानी से बार-बार धोये |
त्रिफला जल से नियमित रूप से आंखों को धोये |
संक्रमित व्यक्ति से संपर्क मे न रहे |
भीड़ वाले स्थान व गंदगी से बचे |
आंखों को बिना हाथ धोए हाथ न लगाए |
अगर कोई संक्रमित व्यक्ति संपर्क मे आता है तो तुरंत हाथों को साबुन या सैनिटाइजर से स्वच्छ करे |
आई फ्लू कितने दिन मे ठीक होता है? (How long does it take to recover from the eye flu?):
आई फ्लू का ठीक होना उसके संक्रमित होने की अवस्था पर निर्भर करता है | किन्तु एक सप्ताह से दो सप्ताह के बीच यह ठीक हो जाता है |
क्या आई फ्लू खतरनाक है? (Is eye flu dangerous?):
आई फ्लू कदापि खतरनाक नही है | किन्तु यदि आप इसकी चिकित्सा मे विलंब करते है तो यह आंखों को गंभीर नुकसान पहुंचा सकता सकता है |
आई फ्लू की चिकित्सा (Eye flu treatment) :
आई फ्लू को दूर करने के लिए प्रारम्भ मे कुछ घरेलू प्रयोग किए जा सकते है | किन्तु इस रोग के होने पर तुरंत चिकित्सकीय परामर्श अवश्य लेना चाहिए |
आई फ्लू के लिए कौन से ड्रॉप का प्रयोग करें? (Eye flu treatment drop):
आई फ्लू की चिकित्सा के लिए एलोपैथिक, आयुर्वेदिक व होम्योपैथिक मे विभिन्न प्रकार के आई ड्रॉप आते है | इन आई ड्रॉप्स मे से कोई आई ड्रॉप चिकित्सक के परामर्श से प्रयोग मे लाना चाहिए | प्राय एलोपैथी चिकित्सक आई फ्लू के लिए Moxifloxacin Eye Solution का परामर्श देते है |
Moxifloxacin Eye Solution
होम्योपैथी मे बेलाडोना 30, यूफ्रेशिया 30 व पल्सेटिला 30 श्रेष्ठ औषधि है |
सावधानी(Precaution for Eye Flu) :
संक्रमित व्यक्ति को काले रंग का चश्मा पहनना चाहिए | संक्रमित व्यक्ति के द्वारा प्रयोग मे लायी गई वस्तु का प्रयोग न करे | संक्रमित व्यक्ति भीड़ वाले स्थान मे जाने से बचे | टीवी मोबाईल को देखने से बचे | स्वच्छ कपड़ो का प्रयोग करे | संक्रमित होने पर आंखो को बार-बार धोये |
आवश्यक सूचना(Special Information) :
उक्त जानकारी जन सामान्य के स्वास्थ्य के लिए दी गई है | रोग होने पर किसी योग्य चिकित्सक से परामर्श अवश्य प्राप्त करे |
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