ऐसिडिटी से आसानी से मुक्ति पाये  Home Remedy for Acidity

Home Remedy for Acidity

Home Remedy for Acidity

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ऐसिडिटी (Acidity) से आसानी से मुक्ति पाये  Home Remedy for Acidity

Home Remedy for Acidity-Lifestyle Expert125

Home Remedy for Acidity by Dr.Jagdish Joshi, Life Style Expert 125

ऐसिडिटी (Acidity)

Home Remedy for Acidity -आज के आधुनिक समाज का सामान्य रोग है | एसिडिटी की घरेलू चिकित्सा के बारे हम जानेगे । आज के समय में अधिकतम लोग ऐसिडिटी (Acidity) के शिकार रहते है | कई बार तो  देखा गया है की 10-12 साल के छोटे बच्चे भी बचपन से ही ऐसिडिटी (Acidity) के शिकार हो जाते  है ।  आखिर कार हम लोग ऐसिडिटी के शिकार क्यो होते है? और ऐसिडिटी से हमे क्या हानि होती है?

ऐसिडिटी क्या है ? ( Acidity Meaning in Hindi): 

आज हम ऐसिडिटी (Acidity) के बारे में चर्चा करेगे की ऐसिडिटी (Acidity) क्या है?  ऐसिडिटी (Acidity) क्यों होती है? और ऐसिडिटी (Acidity) से आसानी से कैसे मुक्ति पा सकते है ? 

ऐसिडिटी का निदान (Treatment of Acidity-Acidity Tips) : 

कई बार लोग पूछते है की ऐसिडिटी (Acidity) के उपाय बताओ, वे इसके उपाय जानना चाहते है | वे ऐसिडिटी (Acidity) के कारणों को जानना चाहते है |  कई लोग तो चाहते है की ऐसिडिटी (Acidity) का तुरंत इलाज  हो जाय और वे ऐसिडिटी (Acidity) से मुक्त हो जाए | कई बार लोग ऐसिडिटी (Acidity) व गैस के लक्षणों को भी समझ नहीं पाते है | मेरे चिकित्सकीय जीवन के 26वर्षो के अनुभव से कह सकता हूँ की ऐसिडिटी की कोई दवाई नहीं है? ऐसिडिटी से मुक्ति केवल सही जीवन शैली ही दे सकती है |

कई बार व्यक्ति लम्बे समय तक अत्यधिक ऐसिडीटी का शिकार होने पर Acidity reflux  का शिकार हो जाते है | जिससे उसके शरीर में कभी भी ऐसिड अनियमित (Irregular) रूप से बनने लगता है | ऐसे स्थिति में व्यक्ति सो भी नहीं पाता है |
ऐसी  स्थिति मे व्यक्ति को नींद मे से उठकर आहार का सेवन करना ही होता है | यदि  व्यक्ति ऐसी परिस्थिति मे आहार का सेवन नही करता है तो ऐसिड उसे सोने नही देता है | ऐसी स्थिति को हम Acidity Flood  भी कह सकते है|  कभी भी अत्यधिक ऐसिड पाचन प्रणाली बनाती है |

ऐसिडिटी (Acidity) के कारण (Acidity Acidity Tips)

एक सामान्य रोग नहीं है, यह अनेक रोगों को सीधा आमंत्रित करने वाला रोग है | जब आप किसी भी व्यक्ति के रोग के इतिहास में जायेगे तो पायेगे की व्यक्ति लम्बे समय तक ऐसिडिटी (Acidity) का शिकार रहा होगा | क्योकि सर्दी से लेकर केंसर रोग का कारण ऐसिडिटी (Acidity) ही है | क्योकि जितना आपका रक्त ऐसिडिक होता जाएगा उतना ही आप रोगो के आसान शिकार हो जाते है | इसलिए हम देखते है की प्रकृति मे मनुष्य को छोड़कर कोई प्राणी ऐसिडिटी का शिकार नही होता है | क्योकि मनुष्य को छोड़कर समस्त प्राणी आहार को उसके प्राकृतिक स्वरूप मे ही सेवन करता है | केवल मनुष्य ही आहार को उसके प्राकृतिक स्वरूप को बिगाड़ कर सेवन करता है |

अम्ल हमारे पाचन के लिए आवश्यक है (Home Remedy for Acidity):

हमारे भोजन को अच्छी तरह से पचाने के लिए पाचन प्रणाली को अम्ल की आवश्यकता होती है |  हमारे पाचन संस्थान व्दारा भोजन को पचाने के लिए  भूख लगने पर अम्ल का उत्पादन किया जाता है |  इस अम्ल के दो मुख्य कार्य है एक तो भोजन के माध्यम से आये विष पदार्थ को नष्ट करना  | दूसरा कार्य प्रोटीन को पचाना है  | यदि शरीर में उचित मात्रा में ऐसिड का उत्पादन होता है? तो पाचन संस्थान स्वस्थ रहता है, किन्तु यदि ऐसिड का उत्पादन अनियमित अर्थात कभी भी होता रहता है|  कभी बहुत अधिक होता है, अर्थात अनियमित रूप से होता है | तो व्यक्ति ऐसिडिटी (Acidity) का शिकार हो जाता है |  जब यह ऐसिड पाचन प्रणाली में अनियमित रूप से पैदा होता है | तो यह ऐसिड पेट में जलन पैदा करता है | क्योकि ऐसिड का मूल स्वभाव जलन पैदा करना है  | यह सम्पूर्ण प्रक्रिया ही ऐसिडिटी (Acidity) कहलाती है |

इस बात को हम सरलता से समझ सकते है की ऐसिड का अनियमित व अनियंत्रित उत्पादन ही व्यक्ति को ऐसिडिटी (Acidity) का शिकार बना देता है | यदि आप किसी कारण से ऐसिडिटी को  सहन करते है अर्थात कोई उचित उपाय नहीं करते है तो यह ऐसिड पेट में दर्द व जलन पैदा करता है, कई बार यह ऐसिड शरीर के आंतरिक अंगो मे छाले भी पैदा कर देता है |   क्योंकि इसी ऐसिड के कारण  शरीर में  पित्त की अत्यधिक मात्रा बढ़ती  है और इससे जलन होती है|

ऐसिडिटी (Acidity) को हल्के न ले (Don’t take Acidity lightly): 

एक बहुत ही सामान्य रोग हो गया है |यदि  इसका अगर सही उपचार नहीं किया जाय तो मुख में और पेट में छाले हो जाते हैं | इस प्रकार हम देखते है की ऐसिडिटी (Acidity) की वजह से छाले तो होते ही है | और साथ ही शरीर के विभिन्न अंग कमजोर हो जाते है |  इसलिए कभी भी ऐसिडिटी (Acidity) को कभी भी हल्के में नहीं लेना चाहिए | ऐसिडिटी एक प्रकार से रोग होने का प्रारंभिक लक्षण है | यदि हम इसके लक्षण प्रगट होने पर तुरंत अपने खानपान को बदलने की कोशिश करे | ताकि आप भविष्य में किसी सामान्य रोग या  गंभीर रोगों के शिकार न ही न हो |  

ऐसिडिटी के मुख्य लक्षण क्या है? (Acidity Symptoms):

आखिर हमें कैसे पता लगे की हम ऐसिडिटी (Acidity) (Acidity Attack)  के शिकार है | ऐसिडिटी (Acidity) का पहला लक्षण है जलन (Burning) । गले में , छाती में जलन, आंखों में जलन, त्वचा  में जलन,  मूत्र त्याग करने के बाद जलन और टॉयलेट जाने के बाद गुदा व्दार  में जलन होती है, इसके साथ ही शरीर के विभिन्न भागो में खुजली, मुहाँसे  व त्वचा रोग भी होता है  | इस प्रकार यदि ऐसिडिटी (Acidity) है तो शरीर के अनेक भागो में जलन होगी यही ऐसिडिटी (Acidity) की पहचान है |  और यदि ये लक्षण आपके शरीर में प्रगट होते है? तो आप  ऐसिडिटी (Acidity Problem) के शिकार है |

आखिर कार हम कैसे जाने की हमारी ऐसिडिटी (Acidity) बढ़ गयी है? (After All, Our Acidity has Increased):

क्या ऐसिडिटी (Acidity) का कोई Acidity Test है?   किन्तु यही ऐसिडिटी (Acidity) लम्बे समय तक रहती है तो व्यक्ति हायपर ऐसिडिटी (Acidity) का का शिकार हो जाता है | इसका मुख्य लक्षण  खट्टी डकार आना है । जब छाती से  गले डकार आती है तो समझना चाहिए कि हमारे शरीर में ऐसिडिटी (Acidity) का प्रकोप बहुत बढ़ गया  है।  जब बार बार उल्टी जैसा लगे, जी घबराये व बार बार उल्टी आये तो यह भी प्रबल ऐसिडीटी (Acidity effects) का लक्षण है | जब ऐसिडिटी (Acidity) (Acidity in Stomach) अत्यधिक बढ़ जाती है | तो सम्पूर्ण शरीर में खुजली बढ़ जाती है। जब सम्पूर्ण  रक्त एसिडिक  हो जाता है तो पूरे शरीर में जलन होती है  | जिससे खुजली होना शुरू हो जाती है। ये सभी हायपर ऐसिडिटी (Acidity) के मुख्य लक्षण है | यदि उक्त लक्षण प्रगट हो तो समझ लेना चाहिए की आप हायपर ऐसिडिटी (Acidity) के शिकार हो गए है | ऐसी स्थिति में यदि आप कितनी भी चर्म रोग दूर करने की दवा का सेवन करते है | तो भी जीवन भर चर्म रोग दूर नहीं होता है |

गर्भावस्था के दौरान अम्लता (Home Remedy for Acidity) :

गर्भावस्था के दौरान कई बार महिलाओं को अत्यधिक ऐसिडिटी (Acidity) अर्थात जी घबराने की शिकायत हो जाती है |जिससे उनका जी घबराता रहता है | कई बार तो इतना जी घबराता है की महिलाओं को अत्यधिक उल्टी होने लगती है | जिससे कई बार उनके शरीर में पानी की कमी होने लगती है | ऐसी अवस्था मे हम समझते है की इस तकलीफ को हम दवा से ठीक कर देगे | किन्तु हम निरंतर इस समस्या से परेशान रहते है |लेकिन रोग के मूल मे आहार सेवन मे  की गई गलती है |

केवल दवाईयों से ऐसिडिटी का निदान संभव नहीं है (Home Remedy for Acidity):

ऐसिडिटी (Acidity) होने पर दवाईयों का सेवन करना सही नहीं है | क्योकि ऐसिडिटी (Acidity) होने पर दवाईयों का सेवन करने से ऐसिडिटी (Acidity) जड़ से दूर नहीं होती है | केवल ऐसिडिटी (Acidity) के लक्षण कुछ समय के लिए  दूर होते है | इसके साथ ही कुछ दिनों बाद स्थिति बद से बदतर होती जाती है | इसलिए ऐसिडिटी (Acidity) को दवाई से ठीक करना कदापि उचित नहीं है | ऐसिडिटी (Acidity) को दूर करने के  प्राकृतिक उपायों को अपने शरीर की प्रकृति व वातावरण के अनुसार अपनी जीवनचर्या  में अपनाना चाहिए  |

आखिर व्यक्ति ऐसिडिटी (Acidity) का शिकार क्यों होता है?: 

व्यक्ति व्दारा अपनाई गयी गलत खानपान की पध्दति व्यक्ति को ऐसिडिटी (Acidity) का शिकार बनाती है | आज हम ऐसिडिटी (Acidity) के मुख्य कारणों को जानेगे |आखिर कार व्यक्ति ऐसिडिटी (Acidity) का शिकार क्यों होता है ? 

ऐसिडिटी के मुख्य कारण (Common causes of Acidity): 

ऐसिडिटी (Acidity) होने का सबसे पहला मुख्य कारण  चाय, काफी,  गुटखा, तम्बाखू, सिगरेट, शराब जैसे नशीले पदार्थो का सेवन करना | यदि व्यक्ति कोई नशा भी न करे | लेकिन वह अत्यधिक चाय/काफी  का सेवन करे तो भी वह ऐसिडिटी (Acidity) का शिकार हो जाता है | आज के समय में चाय एक मुख्य पेय बन गयी है |  स्वागत का भी मुख्य पेय चाय/काफी है |जब हम किसी से मिलते है तो चाय तो पी ही लेते है | इस प्रकार हम अत्यधिक चाय का सेवन कर जाते है | इस प्रकार हम देखते है की चाय ऐसिडिटी (Acidity) का मुख्य कारण बन जाती है |

गरिष्ठ आहार का सेवन (Consumption of Spicy Food):

गरिष्ठ आहार का सेवन करना,सामान्य रूप से परिवार के विभिन्न सदस्यों व्दारा खासतौर पर महिलाओं और जो पुरुष घर पर ही रहते है |  जो बुजुर्ग है  या जो कोई शारीरिक श्रम नही करते है वे दाल व अन्य गरिष्ठ आहार का सेवन करते है  |  दोपहर का आहार का सेवन कर तुरंत सो जाते है  | इस वजह से वे ऐसिडिटी (Acidity) के शिकार हो जाते है | जब आप गरिष्ठ आहार का सेवन कर सो जाते है |कोई शारीरिक श्रम नहीं करते है तो आप ऐसिडीटी के शिकार हो जाते है | क्योकि जब आप दाल व अन्य गरिष्ठ आहार का सेवन कर सो जाते है या श्रम नहीं करते है तो अनपचा  भोजन पाचन प्रणाली में सड़ता है और व्यक्ति को ऐसिडिटी (Acidity) का  रोगी बना देता है |  इसलिए आपने देखा होगा की जब हम दोपहर में गरिष्ठ आहार का सेवन कर सो जाते है और सो कर उठते है तो हमारा जी घबराता है खट्टी डकारे आती है |

में यहाँ ऐसिडिटी (Acidity) को व्यवहारिक रूप से बताने का प्रयास कर रहा हूँ ताकि आप आसानी से ऐसिडिटी (Acidity) से मुक्त हो सके |

आहार सेवन करने की गलत विधि (Improper eating habits): 

भोजन समय पर नहीं करना,कई व्यक्ति भोजन को सही समय पर नहीं करते है | इसके साथ ही कुछ लोग  भोजन के समय को टाल देते देते है  या वे कभी भी भोजन कर लेते है| वे भी ऐसिडिटी (Acidity) के शिकार हो जाते है | क्योकि पाचन प्रणाली भोजन के निश्चित समय पर ऐसिड का उत्पादन करती है | आप समय पर  आहार सेवन नहीं करते है तो भी आप ऐसिडिटी (Acidity) के शिकार हो जाते है | क्योकि जब आपको भूख लगती है तो ऐसिड बनता है |  इस समय को आप टाल देते है तो यह ऐसिड कुछ देर बाद बनना बंद हो जाता है |और जब आप ऐसिड उत्पादन के बाद भोजन करते है तो उस समय पाचन संस्थान में भोजन को पचाने के लिए ऐसिड नहीं बनता है इस वजह से प्रोटीन शरीर में अनपचा रह जाता है | शरीर में सड़ता रहता है और व्यक्ति ऐसिडिटी (Acidity) का शिकार हो जाता है | इसी वजह से कई व्यक्ति जीवन भर सिरदर्द के शिकार रहते है |

देर रात भोजन (Late Night Meals): 

देर रात को भोजन करना, जो व्यक्ति देर रात को भोजन करते है | यदि वे गरिष्ठ आहार का सेवन करते है तो भी वे ऐसिडिटी (Acidity) के शिकार हो जाते है | देर रात को गरिष्ठ व प्रोटीनयुक्त भोजन करने पर वह भोजन पचता नहीं है | क्योकि हम रात को कोई शारीरिक श्रम नहीं करते है और रात को हमारी पाचन अग्नि अपनी ऊर्जा के निम्न स्तरपर रहती  | इस वजह से अनपचा भोजन व्यक्ति को ऐसिडिटी (Acidity) का स्थायी रोगी बना देता है |

इस प्रकार हम देखते है की अनियमित रूप से गलत समय पर भोजन करना व भोजन को टालना भी ऐसिडिटी (Acidity) का मुख्य कारण है |

आहार जो ऐसिडिटी करता है (Foods Causing Acidity):

आहार के सेवन से ऐसिडिटी (Acidity)  कुछ आहार ऐसे होते है जिनका अत्यधिक मात्रा में सेवन करना व्यक्ति को ऐसिडिटी (Acidity) का शिकार बनाता है | आहार में कौनसे खाद्य पदार्थो का सेवन करना चाहिए ताकि ऐसिडिटी (Acidity) ही न हो | क्योकि कुछ आहार अत्यधिक उत्तेजक होते है जैसे लाल मिर्च,अदरक , लहसून  व अन्य मसाले व तेल का अत्यधिक प्रयोग व्यक्ति को ऐसिडिटी (Acidity) का शिकार बनाता है | क्योकि ये मिर्च-मसाले पाचन संस्थान में उत्तेजना पैदा करते है, यही उत्तेजना ऐसिड का अत्यधिक, अनियमित व अनियंत्रित  उत्पादन करती है |

अत्यधिक अम्लीय आहार का सेवन करना (Excessive Consumption of Acidic Diet): 

अत्यधिक अम्लीय आहार का सेवन करना |यदि आप अपनी आहारचर्या में निरंतर पका हुआ, तला हुआ व अत्यधिक मसालेदार खाद्य पदार्थो का सेवन करते है? तो आप निश्चत ही ऐसिडिटी (Acidity) के शिकार होगे | क्योकि बार बार पका हुआ भोजन करना भी ऐसिडिटी (Acidity) का कारण बनता है | क्योकि बार बार पके हुए आहार का सेवन करने से एक बार किया हुआ भोजन पूर्ण रूप से नहीं पचता है और हम दूसरा भोजन कर लेते है और नियमित रूप बार बार पका हुआ भोजन करते है  | इस प्रकार की जीवनचर्या अपनाने की वजह से व्यक्ति ऐसिडिटी (Acidity) का शिकार हो जाता है|  क्योकि एक बार सेवन किये गए पके हुए भोजन को पचाने में 6-7 घंटे लगते है | इसके साथ ही समस्त पके हुए, तले हुए व प्रोसेस्ड आहार अम्लीय आहार की श्रेणी में आते है |

अत्यधिक तेल हुए आहार का सेवन करना (Excessive Consumption of Fried Food): 

अत्यधिक तले हुए खाध पदार्थो का सेवन करना, प्राय: कई व्यक्तियों का  भोजन पका हुआ तला हुआ आहार होता है, कई व्यक्ति तो ऐसा भोजन  100% करते है |   यह भी देखा गया है की कुछ लोग अपने आहार में कच्चे आहार  अर्थात फल, सब्जी, अंकुरित अनाज, पानी में गले हुए ड्राय फ्रूट्स का सेवन ही नहीं करते है, प्राय व्यक्ति पके हुए, तले हुए व प्रोसेस्ड आहार का सेवन करते है, जैसे आलू की चिप्स, सेव,  कचोरी, समोसे, फास्ट फूड (Fast Food), कोल्ड ड्रिंक्स (Cold Drinks)  व अन्य  आहार |  यदि हम क्षारीय आहार का सेवन बिलकुल ही नहीं करेगे तो कैसे ऐसिडिटी (Acidity) से मुक्त होगे | संसार में केवल मनुष्य ही ऐसा प्राणी है जो पका हुआ भोजन करता है, संसार के समस्त प्राणी भोजन को उसके प्राकृतिक स्वरूप में ही सेवन करते है |

तनाव की वजह से ऐसिडिटी(Stress Leads to Acidity): 

मानसिक तनाव व व्यक्ति की मानसिक स्थिति भी ऐसिडिटी (Acidity) को नियंत्रित करती है | यदि आप क्रोधी है, जलन रखते है, दुखी रहते है, (Negative thoughts) अशुभ चिंतन, तनाव पालते है, अत्यधिक डरते है तो आपकी एड्रिनल ग्लैंड व पाचन संस्थान की कार्य प्रणाली भी प्रभावित होती है  क्योकि ऐसी  परिस्थितियों  में पाचक रसो का स्त्राव अनियमित होता है और आप ऐसिडिटी (Acidity) के शिकार हो जाते है | प्राय: हम देखते है की जब हम दुखी, डरे हुए रहते है तो हमे भूख लगना बंद हो जाती है |

अत्यधिक दवाईयों का सेवन (Excessive Intake of Medicines):

दवाईयों का अत्यधिक सेवन करना, प्राय: व्यक्ति विभिन्न रोगों का शिकार होने के बाद अनेक पध्दतियों की दवाईयों का सेवन करते है ये दवाईया विभिन्न रोगों में कुछ राहत तो देती है किन्तु उनके दुष्प्रभाव से वे व्यक्ति को ऐसिडिटी (Acidity) का रोगी बना देती है | इसीलिये एलोपैथी चिकित्सक दवाईयों का परामर्श देते समय ऐसिडिटी (Acidity) की दवाई अवश्य लिखते है |   

अब हम ऐसिडिटी (Acidity) के निवारण हेतु क्रम से चर्चा करेगे ताकि आप सभी प्रकार के भोजन का आनंद भी ले सके और आपको ऐसिडिटी (Acidity) भी न हो |

मादक द्रव्यों के सेवन से बचे (Avoid Substance Abuse) : 

मादक पदार्थो चाय, काफी, गुटखा, शराब, सिगरेट का सेवन ही ऐसिडिटी (Acidity) का शिकार बनाता है, यदि आप ऐसिडिटी (Acidity) के शिकार है तो इन मादक द्रव्यों का सेवन करना बंद कर दे | चाय, काफी को दिन में 1-2 बार सेवन कर सकते है, यदि आप चाय काफी का अत्यधिक सेवन करते है तो आप किसी भी तरह से ऐसिडिटी (Acidity) से मुक्त नहीं हो सकते है | आपको चाय, काफी की मात्रा को सिमित करना ही होगा ताकि आप ऐसिडिटी (Acidity) से मुक्त हो |

देर रात को तुवर की दाल व गरिष्ठ आहार का सेवन करना (Lentils and High Protein Foods Should not be Eaten in Dinner):

जो व्यक्ति  दिन में दाल व गरिष्ठ आहार का सेवन कर सो जाते है तो उन्हें अपनी जीवनचर्या में परिवर्तन करना होगा | यदि वे अपने खाना खा कर सोने की आदत को नहीं बदल सकते है तो उन्हें दिन में दाल व गरिष्ठ आहार का सेवन नहीं करना है | वे झोल वाली सब्जियों या सब्जियों के कचुम्बर  का सेवन कर सकते है ताकि  आप ऐसिडिटी (Acidity) के शिकार ही न हो |

समय पर भोजन नहीं करना (Not Eating on Correct Time ): 

प्राय: मैंने देखा है की जो व्यक्ति कार्य की व्यस्तता या किसी अन्य कारणों से भोजन के समय को टालते है या भोजन भूख नहीं लगाने पर भोजन का समय टालना व देर से भोजन करना इस आदत की वजह भी व्यक्ति ऐसिडिटी (Acidity) का शिकार हो जाता है| आप एक नियम बना ले की जब भी सच्ची भूख लगे भोजन कर ले, कभी भी भोजन का समय न टाले, मैंने देखा है की जिन लोगो ने यह नियम अपनाया है वे ऐसिडिटी (Acidity) से मुक्त हो गए |

अत्यधिक मसाले दार भोजन का सेवन करना (Excessive consumption of spicy food):

अत्यधिक मसालेदार भोजन ऐसिडिटी (Acidity) को जन्म देता है, क्योकि अत्यधिक तेज मसाले व मिर्च का प्रयोग पाचन अंगो की उत्तेजना को बढाता है इस वजह से वे अनियमित रूप से अम्ल का उत्पादन करते है और इस वजह से व्यक्ति के शरीर में रक्त की अम्लता बढ़ती जाती है | इसलिये अत्यधिक मिर्च मसाले के सेवन से बचे, साथ ही भोजन को स्वादिष्ट बनाने के लिये ओषधियुक्त मसाले जैसे जीरा, अजवाईन, सौफ, दालचीनी, हल्दी, काली मिर्च व अन्य मसालों का उचित मात्रा में सेवन कर स्वादिष्ट भोजन का आनंद लेते हुए  ऐसिडिटी (Acidity) से मुक्त हो सकते है | 

ऐसिडिटी की प्राकृतिक ओषधि   (Acidity Solution):

आम तौर पर व्यक्ति के आहार में पका हुआ, तला हुआ, डिप फ्रा किया हुआ, लंबे समय पूर्व बना हुआ आहार ही शामिल होता है | व्यक्ति  के आहार मे ताजे फल, कच्ची  सब्जिया, अंकुरित अनाज  व पानी में गले हुए सूखे मेवे शामिल नहीं होते है | इस वजह से व्यक्ति का रक्त बचपन से लेकर जीवन पर्यंत निरंतर एसिडिक होता जाता है और व्यक्ति जींवनभर ऐसिडिटी (Acidity) का शिकार बना रहता है | अपने आहार में 40-50% तक क्षारीय आहार अर्थात मौसमी फल, सब्जी, अंकुरित अनाज व पानी में गले हुए सूखे मेवे  शामिल करे ताकि आप ऐसिडिटी (Acidity) से मुक्त हो |

मन को प्रसन्न रखे व ऐसिडीटी से मुक्त हो (Keep the find happy and free from acidification):

मानसिक तनाव व मन के विभिन्न रोगों को दूर करने के लिए योग, टहलना, प्राणायाम, ध्यान को अपनी जीवनचर्या का अंग बनाना चाहिए | इसके साथ ही जब भी अवसर मिले मधुर संगीत सुने ताकि मन में प्रसन्नता का संचार हो | इस प्रकार जब आप मानसिक तनाव से मुक्त होगे तो निश्चित ही शरीर भी स्वस्थ होगा व पाचन संस्थान मे अम्ल का निर्माण उचित स्तर पर होगा और  आप ऐसिडिटी (Acidity) से मुक्त होगे |

आहार चर्या सुधार कर ही ऐसिडिटी से  मुक्त हो सकते है (Only by improving dietary habits can you get rid of Acidity):

यदि आप ऐसिडिटी (Acidity) से मुक्त होने के लिए दवाईयों का अत्यधिक सेवन करते है तो आप भ्रम में जी रहे है, क्योकि संसार में कोई ऐसी दवा नहीं है जो ऐसिडिटी (Acidity) से मुक्त कर दे केवल प्राकृतिक आहार का नियमित रूप से सेवन ही आपको ऐसिडिटी (Acidity) से मुक्त कर सकता है | इसलिए यदि आप ऐसिडिटी (Acidity) से मुक्त होने के लिए दवाईयों का सेवन न करते हुए अपने आहार व जीवनचर्या को सुधारेगे ताकि आप ऐसिडिटी (Acidity) से मुक्त हो जायेगे |

अब हम ऐसिडिटी (Acidity) से मुक्त करने वाले कुछ चमत्कारिक व प्राकृतिक उपायों के बारे में चर्चा करेगे | जैसा की हमने चर्चा की है की किन कारणों से ऐसिडिटी (Acidity) होती है, उन्हें दूर करे व यहाँ कुछ प्राकृतिक उपायों के बारे में चर्चा करेगे ताकि आप ऐसिडिटी (Acidity) से मुक्त हो सके |

नीम्बू का सेवन कर ऐसिडिटी से मुक्ति पाये (Get rid of Acidity by Consuming Lemon-Acidity Treatment) :

ऐसिडिटी (Acidity) से मुक्त होने के लिए नीम्बू एक चमत्कारिक प्रयोग है | प्राय: लोग नींबू को ऐसिडिटी बढ़ाने वाला आहार समझते है, किन्तु यह सत्य नही है | नीम्बू स्वाद में ऐसिडिक है किन्तु इसका प्राकृतिक स्वभाव क्षारीय है | प्रकृति व्दारा उपलद्ध समस्त आहार क्षारीय प्रकृति के अंतर्गत आते है, बशर्त हम उसे उसके प्राकृतिक स्वरूप मे ही ग्रहण करे, प्रकृति हमे कोई भी  ऐसिडीक आहार देती ही नही है,  मनुष्य ही केवल प्राकृतिक आहार को अम्लीय आहार मे बदलने का कारी करता है,  नींबू  ऐसिडिटी (Acidity) दूर करने में चमत्कारिक भूमिका अदा करता है |

यदि आप एक ग्लास पानी में एक नीम्बू का रस व 2 चम्मच शहद का सुबह खाली पेट सेवन करते है तो ऐसिडिटी (Acidity) में चमत्कारिक राहत मिलती है | केवल हायपर ऐसिडिटी (Acidity) की अवस्था में नीम्बू का प्रयोग नहीं करना है |

जीरा पानी से ऐसिडिटी से मुक्ति पाये (Home Remedy for Acidity(): 

जीरा व जीरा पानी का प्रयोग ऐसिडिटी (Acidity) में चमत्कारिक लाभ देता है | इसके लिए आप हमारे You Tube Channel Lifestyle expert125 मे जाकर इसकी विधि को लाईव देख सकते है |

जीरा पानी बनाने की विधि (Cumin Water Preparation Method) : 

एक ग्लास पानी मे रात्री को 1 चम्मच (10 ग्राम) जीरा गला दे, सुबह जीरा छानकार इस पानी को पी ले | इस जीरा मे पुन: पानी मिला दे व दोपहर मे इस पानी का सेवन करे | इसमे पुन: पानी मिला दे व इस जीरा पानी व जीरा को रात्री को सोने के पूर्व चबा चबा कर खा ले |

ऐसिडिटी से मुक्ति (Home Remedy for Acidity): 

आपको 1/2 चम्मच जीरा पावडर सुबह व शाम पानी के साथ भोजन के 1-2 घंटे पहले सेवन करना है | (Acidity Medicine)इस प्रकार आप एसिडिटी रोग से मुक्त हो जाते है |

ऐसिडिटी से मुक्त करने वाला सरल उपाय (Home Remedy for Acidity):

पानी जब भी पीये बहुत धीरे धीरे घुट घुट कर के पीये यह भी ऐसिडिटी (Acidity) से मुक्ति देने वाला चमत्कारिक उपाय है | क्योकि पानी धीरे-धीरे पीने से उसमे पर्याप्त लार मिलती है | उक्त आदत को अपनाकर आप आसानी से ऐसिडीटी से सुरक्षित रहते है |

चमत्कारिक पेय ऐसिडिटी से मुक्त करे? (Home Remedy for Acidity) :

ऐसिडिटी (Acidity) होने पर दूध पानी की लस्सी जिसमे मिश्री का पावडर मिला हो  का सेवन भी ऐसिडिटी दूर करने में सहायता मिलती  है |

विधि (Process): 

1 कप दूध मे 250 मिली पानी मिलाकर अच्छी तरह से मिलकर फेट ले,  उक्त पेय पदार्थ को अच्छी तरह से फेट ले ताकि उसमे पर्याप्त झाग आ जाये व दूध पानी का हल्का पेय तैयार हो जाये | इसमे आधा चम्मच मिश्री पावडर मिला ले |

चमत्कारिक रस ऐसिडिटी को दूर करे (Home Remedy for Acidity): 

सफेद कद्दू का रस, पोदीना, जीरा पावडर, नीम्बू  व ब्राउन  शुगर  प्रातकाल नियमित रूप से सेवन करने से भी ऐसिडीटी दूर होती है |

विधि (Process): 

200 ग्राम सफेद कद्दू,  20 पोदीने के पत्ते इन दोनों सामग्री मे थोड़ासा पानी मिलकर पी ले व छ्लनी से छान ले | इसमे ½ चम्मच जीरा पावडर, आधा नींबू व एक चम्मच ब्राउन शुगर मिलकर सुबह खाली पेट इसका सेवन कर ले |

चमत्कारिक सूप जो ऐसिडिटी से मुक्त करे (Miracle Soup that free from Acidity):

भोजन करने के पूर्व 80% लोकी व 20% टमाटर का सूप जिसमे जीरा शामिल हो ऐसे सूप का सेवन करने से ऐसिडिटी (Acidity) नियंत्रित होती है |

भोजन के पूर्व सेवन करे (Home Remedy for Acidity):

अदरक की चिप्स पर काला नमक लगाकर उसे भोजन के 15 मिनिट पूर्व मुंह  मे रखकर चूसे, इस प्रयोग को करने से आपकी पाचन अग्नि तेज होगी और आप ऐसिडिटी के साथ-साथ कफ ( Cough ) से भी मुक्त होगे |

पर्याप्त मात्रा मे हरी सब्जियों व ताजे फलो का सेवन करे (Home Remedy for Acidity) :

अधिक से अधिक हरी सब्जियों का खासकर जिन सब्जियों में विटामिन ‘बी’ और ’ई’ हो  का  सेवन करना चाहिए। जैसे की सहजन, बीन्स, कद्दू, पत्ता गोभी, प्याज और गाजर। खाने में केला,खीरा, ककड़ी, तरबूज, नारियल पानी धनिये पुदीने की चटनी का सेवन करना चाहिए | पर्याप्त मौसमी फलो व सब्जियों का सेवन करना चाहिए |

भोजन के बाद सेवन करे Home Remedy for Acidity:

भोजन के बाद गीले नारियल का एक पीस चबा-चबाकर खा ले | दोनों समय के भोजन के बाद नारियल का पीस नियमित रूप से सेवन करने से आप का ऐसिड का स्तर सामान्य होगा और आप ऐसिडिटी से प्राकृतिक रूप से मुक्त होगे |

चाय का श्रेष्ठ विकल्प (Home Remedy for Acidity): 

आप नियमित रूप से पी जाने वाली चाय के स्थान पर ग्रीन टी का सेवन कर सकते है जिससे ऐसिडिटी मे लाभ मिलेगा |

खाना खाने के बाद अत्यधिक पानी का सेवन न करे (Do not Consume Water after eating food):

  1. खाना खाने के बाद तरल पेय का सेवन न करें। एक  घंटे के बाद ही पानी का सेवन करे ।

  2. सौंफ और चन्दन का शर्बत  बना कर पीने से पेट की जलन को शांत किया जा सकता है।

  3. नींबू और शहद में अदरक का रस मिलाकर पीने से, पेट की जलन शांत होती है।

  4. सिडिटी में पाईनापल   के जूस का सेवन करने से विशेष फायदा होता है क्योकि यह एंजाइम्स से भरा होता है. खाने के बाद अगर पेट अधिक भरा व भारी महसूस हो रहा है, तो आधा गिलास ताजे पाईनापल का जूस पीएं. सारी बेचैनी और एसिडिटी खत्म हो जाएगी।

  5. भोजन के बाद नियमित रूप से  कच्ची सौंफ, इलायची, लोंग को चूस कर खाना चाहिए।

  6. दही के छाछ में भुना हुआ पिसा जीरा डाल कर सेवन करने से भी लाभ मिलता है।

  7. ठंड के मौसम मे मूली का नियमित सेवन करने से एसिडिटी में लाभ होता है।

  8. पानी में पुदीने की कुछ पत्तियां डालकर उबाल लीजिए, इस पानी को ठंडा कर ले । हर रोज खाने के बाद   इस पानी का सेवन कीजिए।

  9. अदरक और परवल को मिलाकर काढा बना लीजिए। इस काढे को सुबह-शाम पीने से एसिडिटी की समस्या समाप्त होती है।

  10. रात को सोने के पूर्व दूध में मुनक्का डालकर उबालना चाहिए। उसके बाद दूध को ठंडा करके पीने से फायदा होता है और एसिडिटी ठीक होती है।

  11. एसिडिटी होने पर मुलेठी का चूर्ण या काढ़ा बनाकर उसका सेवन करना चाहिए। इससे एसिडिटी में फायदा होता है।

  12. रात्री को सोने के पूर्व त्रिफला चूर्ण को दूध के साथ पीने से एसिडिटी समाप्त होती है। पेट की जलन शांत होती ह

  13. शाही जीरा का सेवन ऐसिडिटी से मुक्ति देता है । डेढ लिटर पानी में 2 चम्मच शाह जीरा डालें । 10-15 मिनिट उबालें। यह काढा मामूली गरम हालत में दिन में 3 बार पीयें। एक हफ़्ते के प्रयोग से ऐसिडिटी नियंत्रित हो जाती है।

  14. ऐसिडिटी मुक्ति हेतु आंवला पानी का प्रातकाल: नियमित सेवन ऐसिडिटी से मुक्त रखता है | 

  15. तुलसी के दो चार पत्ते दिन में कई बार चबाकर खाने से अम्लता में लाभ होता है ।इसका रस निकाल कर भी थोड़ी थोड़ी मात्रा में सेवन किया जा सकता है।

  16. प्रत्येक भोजन के बाद गुड जरुर खाएं। इसको मुंह में रखें और चबा चबा कर खा जाएं।

  17. एक कप पानी उबालिये और उसमें एक चम्मच सौंफ मिलाइये। इसको रातभर के लिए ढंक कर रख दीजिये और सुबह उठ कर पानी छान लीजिये। अब इसमें 1 चम्मच शहद मिलाइये और प्रत्येक भोजन के बाद इसका  सेवन करे  ।

 

ऐसिडिटी (Acidity) का आयुर्वेदिक उपाय (Ayurvedic remedy of Acidity) : 

यदि आप ऐसिडिटी के शिकार है तो आप भोजन के बाद २ गोली सूत शेखर रस की ले सकते है | यदि आपका खाली पेट भी ऐसिडिटी (Acidity) के शिकार है तो भी आप इस दवाई का सेवन कर लाभ ले सकते है | यदि आप उपरोक्त बताये उपायों को अपने शरीर की प्रकृति व उपलब्ध साधनो के आधार पर अपनी जीवन चर्या का अंग बनाते है तो भी आप ऐसिडिटी (Acidity) व इससे जुड़े हुए  रोगो से आसानी से  बिना दवाई के मुक्त हो सकते है |  तो आईये स्वस्थ समाज के निर्माण मे अपना योगदान दे | स्वास्थ्य के इस संदेश को जन जन तक पहुचाने मे योगदान दे ताकि हम स्वस्थ मानव समाज  के निर्माण मे अपना योगदान दे सके | Sheetali Pranayama karne ke fayde

https://en.wikipedia.org/wiki/Acid

https://www.conservation-wiki.com/wiki/Acidity

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