आसनों का राजा शवासन Shavasan Benefits by Dr.Jagdish Joshi, Lifestyle Expert 125
आसनों का राजा शवासन Shavasan Benefits :
शवासन का अर्थ Shavasan meaning: शव संस्कृत शब्द है जिसका का अर्थ होता है मृत शरीर होता है |
अपने शरीर के एक-एक अंग को पैरो के पंजो से लेकर सिर तक शिथिल करते जाये | इस प्रकार शरीर के एक एक अंग को निरंतर शिथिल जाय |
अब आप अपनी श्वास को धीरे-धीरे ले और धीरे छोड़े इस प्रकार अपनी श्वास को धीमी गति से ले व छोड़े, इस प्रकार आपकी श्वास को निरंतर धीमी गति से श्वास ले | जितनी आपकी श्वास की गति धीमी गति होगी उतना ही शरीर शवासन को उतना ही अच्छे से कर पायेगा |
अब आप अपने शरीर के विभिन्न अंगो को एक बार मन की आँखों से देख ले ताकि शरीर का कोई अंग तनाव में न हो, यदि शरीर का कोई अंग तनाव में होता है तो उसे ढीला छोड़कर शिथिलता का सुझाव दे |
जब सम्पूर्ण शरीर शिथिल हो जाता है तो आप अपने शरीर पर ध्यान लगाए रखे |
जब आपको शिथिलता का अनुभव होने लगे, शरीरिक थकान से मुक्ति लगने लगे तब धीरे से बायी करवट लेटकर धीरे से आँखों को बंद रखते हुए उठ जाय व धीरे-धीरे आँखों को खोले |
शवासन ध्यान का आसन है Shavasan Benefits:
शवासन को हम ध्यान का अभ्यास भी कह सकते है | क्योकि इस आसन की अवस्था में मन बिलकुल शांत व विचार शून्य हो जाता है | इस प्रकार इसे हम ध्यान का अभ्यास भी कह सकते है |
योग व व्यायाम करने बाद शवासन Shavasana After Work Out:
जब ही आप शारीरिक रूप व मानसिक रूप से थक जाते है तो शवासन के माध्यम से शरीर मानसिक व शारीरिक रूप से विश्राम पाता है |
शवासन की अवधि Time Period for Shavasana:
शवासन को आप 2 से 30 मिनिट तक कर सकते है |
शवासन के लाभ (Shavasan Benefits) :
शवासन के माध्यम से शरीर सम्पूर्ण रूप से शिथिल होता है |शरीर के एक-एक अंग आतंरिक रूप से शिथिल होते है |
योगाभ्यास के बाद इस अभ्यास को करने से शरीर भरपूर ऊर्जा से भर जाता है
शवासन के अभ्यास से रक्तचाप सामान्य होता है, व मनोकायिक रोग दूर होते है
शवासन के अभ्यास से वात रोग दूर होते है |
सावधानी Precaution :
शवासन को कोई भी कर सकता है | शवासन को करने से किसी भी प्रकार की हानि नहीं होती है | इसे कोई भी कर सकता है |
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Shavasan Benefits
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