हड्डियों को कैसे मजबूत बनाये (Healthy Bones and Joints)

Healthy Bone

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हड्डियों को कैसे मजबूत बनाये (Healthy Bones and Joints)- Dr Jagdish Joshi, Lifestyle Expert 125

आज के समय में हड्डियों की समस्या एक आम समस्या है | व्यक्ति अपने जीवन में कभी न कभी कमर दर्द(Back Pain), घुटने का दर्द, गर्दन का दर्द(Spondylitis), कोहनी का दर्द (Tenuis Elbow), कलाई का दर्द ओर न कितने अंगों में दर्द की शिकायत होती है |

आखिरकार व्यक्ति को हड्डियों से सम्बंधित समस्या क्यों होती है | आज के समय में बुजुर्ग ही नहीं युवा यहां तक की बच्चे भी हड्डियों से सम्बंधित रोगों के शिकार हो रहे है |

जबकि हमारी हड्डियों (Bones) को परमात्मा ने 100 से भी अधिक वर्षो के लिए बनाया है | इसीलिये जब व्यक्ति की मृत्यु हो जाती है तो उसके दाह संस्कार के बाद भी हड्डियां (Healthy Bones) शेष बची रहती है | पुरातन काल में भी मनुष्य की हड्डियों(Strong Bones) से अस्त्र बनाये जाते थे |

व्यक्ति को हड्डियां व उससे सम्बंधित रोग क्यों होते है | आखिर व्यक्ति की हड्डियां असमय कमजोर क्यों हो जाती है?:

निम्नलिखित कारणों की वजह से हड्डीया कमजोर हो जाती है | हमे हड्डियों के कमजोर होने के मूल कारणों को जानना होगा |

वंशानुगत कारणों की वजह : कई व्यक्तियों में वंशानुगत कारणों की वजह से बचपन से ही हड्डियां कमजोर हो जाती है |  
https://youtu.be/C_7oSD7WTeg

उम्र : जैसे-जैसे व्यक्ति की उम्र बढ़ती जाती है वैसे-वैसे हड्डियां कमजोर होती जाती है | किन्तु जिन व्यक्तियों की जीवन चर्या संतुलित होती है वे जीवन पर्यन्त मजबूत हड्डियों के मालिक बने रहते है

हार्मोन्स में परिवर्तन (Hormonal Changes):मेनोपॉज के समय महिलाओं के शरीर में एस्ट्रोजन हार्मोन्स के घटने की वजह से उनकी हड्डियां कमजोर हो जाती है |

विटामिन D, विटामिन C  व कैल्शियम की कमी (Vitamins for Strong Bones and Joints) : प्राय: एक आम आदमी के आहार में विटामिन D  व C  कैल्शियम की बहुत कमी होती है | यह कमी निरंतर जारी रहती है | परिणाम स्वरूप व्यक्ति हड्डियों से सम्बंधित रोगों का शिकार हो जाता है |

आराम पसंद जीवन जीना (Bone Care) : आज के समय में आधुनिक खोज ने व्यक्ति को श्रम से दूर कर दिया है | शारीरिक श्रम नहीं करने की वजह से हड्डियों के वजन सहने की शक्ति को निरंतर कम करते है | इसके साथ ही व्यक्ति की माँसपेशियाँ कमजोर होती जाती है | इस वजह से हड्डियों पर अधिक दबाब आता है | इस कारण व्यक्ति की हड्डियां निरंतर कमजोर (Osteoporosis)  होती जाती है |

विभिन्न प्रकार की दवाइयों का सेवन : थायराइड(Thyroid),अर्थराइटिस (Arthritis) व अन्य रोगों की वजह से व्यक्ति की हड्डियां कमजोर हो जाती है |
शराब,  सिगरेट व मादक द्रव्यों का सेवन : व्यक्ति के द्वारा शराब, सिगरेट, गुटखा व अन्य मादक द्रव्यों का सेवन किया जाता है | इन मादक द्रव्यों का सेवन व्यक्ति की हड्डियों को असमय कमजोर बना देता है |

कम वजन का होना : व्यक्ति का कम वजन का होना भी उनकी हड्डियों को कमजोर बनाता है |
https://youtu.be/UIGzVN1t0vU

महिला व पुरुष : पुरुष की तुलना में महिलाओं की हड्डियां ज्यादा कमजोर हो जाती है | क्योकि महिलाओं में हार्मोन्स का परिवर्तन होता है |
 
पानी का कम सेवन करना : कई व्यक्ति अत्यधिक कम मात्रा में पानी का सेवन करते है | पानी का कम सेवन करना भी हड्डियों को कमजोर करता है |

यदि व्यक्ति अपनी जीवन चर्या को व्यवस्थित रखता है ओर संतुलित पोषक तत्वों से परिपूर्ण भोजन करता है तो व्यक्ति जीवन भर मजबूत हड्डियों का मालिक बना रहता है |

कैल्शियम युक्त आहार का सेवन करना (Vitamins for Bone Health) : कैल्शियम हड्डियों को मजबूत बनाये रखने का महत्वपूर्ण कार्य करता है | इसलिए अपने आहार में कैल्शियम युक्त आहार का सेवन करना चाहिए |

कैल्शियम युक्त आहार (Strong Bones Food): दूध व दूध के उत्पाद, हरी सब्जियां, सुरजने की फली,  टोफू, बादाम व अन्य खाद्य पदार्थों से पर्याप्त मात्रा कैल्शियम प्राप्त होता है | शरीर के लिए  1000 से 1300 मिली ग्राम कैल्शियम की आवश्यकता होती है |

विटामिन सी : हड्डियों को शक्तिशाली बनाने के लिए  विटामिन सी बहुत आवश्यक है | विटामिन सी की आपूर्ति सभी प्रकार के खट्टे फल के द्वारा होती है | विटामिन सी आंवला, नीम्बू, संतरा, मौसम्बी व अन्य खाद्य पदार्थो से होती है |

विटामिन डी (Vitamin D) : हमारी हड्डियों के लिए विटामिन डी बहुत आवश्यक है | सूर्य की किरणों से प्रकृति हमें मुक्त में विटामिन D देती है |  दूध व दूध के उत्पादों से विटामिन डी प्राप्त होता है | रोज सुबह खुले बदन 15 मिनिट सूर्य की किरणें शरीर पर लेना चाहिए |

मेग्नेशियम (Magnesium) : मेग्नेशियम हड्डियों के विकास के लिए बहुत आवश्यक है | मेग्नेशियम की प्राप्ति हमें बादाम, अलसी, चीया सीड्स, खड़े अनाज, फलियां व अन्य खाद्य पदार्थों से प्राप्त होता है |

फास्फोरस (Phosphors): फास्फोरस का सेवन हड्डियों को शक्तिशाली बनाता है | डेयरी उत्पाद, सूखे मेवे व सीड्स से शरीर के लिये आवश्यक फास्फोरस की प्राप्ति हो जाती है |

विटामिन ‘के’ (Vitamin K) : विटामिन के शरीर की हड्डियों को शक्तिशाली बनाता है  | शरीर के लिए आवश्यक विटामिन हरी सब्जियां, पालक, ब्रोकोली, अंकुरित अनाज व अन्य खाद्य पदार्थों से विटामिन के की आपूर्ति हो जाती है |

प्रोटीन (Protein) :शरीर की हड्डियों के विकास व सुधार के लिए प्रोटीन की बहुत आवश्यकता होती है | इसके साथ ही प्रोटीन का सेवन मांसपेशियों  को शक्तिशाली बनाता है | इस वजह से हड्डियों पर भार कम आता है |

हमारे शरीर के लिए आवश्यक प्रोटीन की आपूर्ति  डेयरी उत्पादों, दालों व अन्य खाद्य पदार्थो से होती है |  

ओमेगा 3 फैटी एसिड(Omega-3 Fatty Acid) : ओमेगा 3 फैटी एसिड का सेवन सूजन को दूर करता है | इसके सेवन से हड्डियो को शक्ति मिलती है | ओमेगा 3 फैटी एसिड अलसी, सीया सीड्स,अखरोट व अन्य खाद्य पदार्थों से होती है |

चाय व मादक द्रव्य : चाय व मादक द्रव्यों शराब, गुटखा व अन्य नशीले पदार्थों के सेवन करने से बचना चाहिए |

अत्यधिक नमक का सेवन (Excessive Consumption of Salt): अत्यधिक नमक का सेवन करने से पेशाब के माध्यम से कैल्शियम निकल जाता है | इसलिए अपने आहार से नमक की मात्रा को सिमित करे |

पर्याप्त पानी का सेवन करना(Consumption of Water) : कई व्यक्ति अत्यधिक कम मात्रा में पानी का सेवन करते है | हड्डियों में भी न्यूनतम मात्रा में पानी होता है | इसलिए  24 घंटों में 10-12 ग्लास पानी का सेवन करना चाहिए | पानी का सेवन भी सही विधि से करना चाहिए |


नियमित रूप से व्यायाम करना(Regular Exercise): व्यक्ति को नियमित रूप से व्यायाम करने से शरीर की माँसपेशियाँ शक्तिशाली होती है | इसके साथ ही आपके शरीर के विभिन्न जोड़ों को व्यायाम के द्वारा शक्ति प्रदान करना चाहिए | शरीर की हड्डियों व जोड़ों को स्वस्थ व शक्तिशाली बनाने के लिए  व्यक्ति को नियमित योग, टहलना, जीम व अन्य शारीरिक अभ्यासों को करना चाहिए |

तनाव प्रबंधन(Stress Management) : तनाव की वजह से मोटापा बढ़ता है व अन्य शारीरिक विकार होते है | मोटापे की वजह से शरीर की हड्डियों पर अनावश्यक भार आ जाता है |
इसलिए तनाव को कम करने के लिए नियमित ध्यान करना चाहिए | इसके साथ ही ईश्वर आराधना करनी चाहिए | ताकि आप अपनी हड्डियों को शक्तिशाली बनाया जा सके |  

ध्यान रखें सही व उचित मात्रा में भोजन करना है | इसके साथ ही नियमित रूप से व्यायाम को अपनी जीवनचर्या का अंग बनाकर हम जीवन भर मजबूत हड्डियो के मालिक बन सकते है | इसके साथ ही आवश्यक होने पर अनुभवी चिकित्सक से परामर्श प्राप्त करे |

गिरने से बचे(Avoid Fracture) : गिरने की वजह से हड्डियों का क्षय होता है | इसलिए जीवनचर्या की विभिन्न गतिविधियों को सजगता से करे | ताकि आप किसी भी प्रकार की गिरने की घटना से बचे रहते है |

शरीर के संदेशों को पहचाने: हमारा शरीर बहुत ही महत्वपूर्ण है | हमारे शरीर में यदि कोई समस्या पैदा होती है तो हमारा शरीर हमें प्रारम्भ से ही लक्षण प्रगट कर देता है | किन्तु प्राय: हम अपने शरीर द्वारा दिए गए संदेशो की अनदेखी कर देते है | इसलिए जब भी शरीर में कोई भी नकारात्मक लक्षण प्रगट हो तो तुरंत उसे ध्यान देकर आवश्यक चिकित्सकीय उपाय करने चाहिए |
 
अपने वजन को संतुलित रखे(Keep Healthy Weight) : शरीर का वजन अत्यधिक बढ़ा होना हड्डियों पर अनावश्यक दबाव डालता है | इसलिए शरीर का वजन उचित होना चाहिए |

शरीर की क्षमता के अनुसार ही कार्य करे: शरीर की क्षमता के अनुसार ही शारीरिक श्रम करना चाहिए | क्योकि शरीर की क्षमता से अधिक परिश्रम करने से शरीर के जोड़ों व हड्डियों पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ता है | इसलिए  अपने शरीर की क्षमता के अनुसार ही परिश्रम करे |

हड्डियों की नियमित जांच(Regular Health Check Up):नियमित रूप से हड्डियों की नियमित जांच करवाते रहना चाहिए | ताकि शरीर में किसी तत्व की कमी होने से उस तत्व का सेवन किया जा सकता है |

कमजोर हड्डी को मजबूत कैसे बनाएं?(Healthy diet for strong bones):पालक का सेवन हड्डियों को मजबूत बनाता है | पालक के सेवन से हमारे शरीर के लिये आवश्यक 25% कैल्शियम की आपूर्ति हो जाती है | पालक में फाइबर, आयरन व विटामिन ए होता है | इसके साथ ही बादाम के सेवन से भी आप हड्डियों को मजबूत बना सकते है |
 
आयुर्वेद के द्वारा हड्डियों को मजबूत बनाना : अनेक आयुर्वदिक दवाइयाँ हमारी हड्डियों को शक्तिशाली बनाती है | हमें आयुवैदिक दवाईयों के चुनाव के लिए अनुभवी चिकित्सक के परामर्श से आवश्यक दवाइयों का सेवन करना है |

अश्वगंधा : अश्वगंधा का सेवन हमारी हड्डियों को शक्तिशाली बनाता है | इसके साथ ही अश्वगंधा का सेवन शरीर को सम्पूर्ण रूप से स्वस्थ बनाता है |
शतावरी : शतावरी का सेवन शरीर की हड्डियों शक्तिशाली व मजबूत बनाता है | शतावरी महिलाओ के लिए दिव्य ओषधि है | मेनापॉज की वजह से होने वाली हड्डियों की कमजोरी को शतावरी का सेवन दूर करता है |
गुग्गल :गुग्गल में सूजन दूर करने का गुण होता है | इसके सेवन से हड्डियां मजबूत होती है | इसके साथ ही जोड़ों को मजबूत बनाया जा सकता है |
अर्जुन : अर्जुन का सेवन प्राय: ह्रदय को स्वस्थ रखने के लिए किया जाता है | अर्जुन का सेवन कैल्शियम के जुड़ाव में मदद करता है |  इसलिए हड्डियों को मजबूत बनाने के लिए अर्जुन का सेवन करना चाहिए |
 शलाकी: शलाकी का सेवन हड्डियों ओर उसके जोड़ो को मजबूत बनाना है | इसके साथ ही जोड़ों की सूजन दूर होती है |हठजोड़ :हथजोड़ का सेवन टूटी को जोड़ने व उसे मजबूत बनाने में मदद करता है |आमलकी : आमलकी विटामिन सी का भंडार है | इसका सेवन हड्डियों को मजबूत बनाता है |
हरिद्रा: हल्दी को हरिद्रा कहा जाता है | हल्दी मे एंटी इनफ्लेमटरी गुण व अनेक चिकित्सकीय गुण पाये जाते है |

हड्डियों को स्वस्थ रखने के लिए होमेयोपैथी ओषधि :

होमेयोपैथी मे रोग के साथ-साथ लक्षणों के आधार पर दवाईयों का चुनाव कर दवाई दी जाती है | दवाई के चुनाव के लिए होमेयोपैथी चिकित्सक विस्तार से सम्पूर्ण जीवनचर्या की जानकारी प्राप्त करता है | यहाँ हम सामान्य हड्डियों के विकार के अनुसार दवाएयों के बारे मे जानकारी दे रहे है |


सिंफाईटम: जब भी कोई चोट की वजह से हड्डी टूट जाती है तो होमेयोपैथी की दवा सिमफाईटम 30 का सेवन हड्डियों को जोड़ने मे मदद करता है |
कल्ककेरिया फास : कल्ककेरिया फास का प्रयोग हड्डियों को जोड़ने मे मदद करता है | इसके सेवन से केल्शियम की कमी दूर होती है |
रूटा: हड्डियों की चोट के लिए रुटा एक श्रेष्ठ ओषधि है | हड्डी पर चोट, दर्द, सूजन, कड़कपन मे इसका उपयोग आराम देता है |
साईलिशिया : साईलिशिया का प्रयोग तीशुओ को जोड़ने व हड्डी को जोड़ने की प्रक्रिया मे लाभ देता है |
कलकेरिया कार्ब: इस ओषधि का प्रयोग हड्डियों के जुड़ाव व जोड़ो की समस्या मे लाभ देता है | खासतोर पर जिनकी हड्डीया कमजोर होती है उनके लिए यह दवा वरदान है | आर्निका: आर्निका चोट की वजह से होने वाले दर्द के लिए अमोध ओषधि है | पुरानी चोट मे इसके सेवन से चमत्कारिक लाभ होते है |


हड्डी की मजबूती के लिए सबसे अच्छा क्या है?
हड्डियों को मजबूत बनाने के लिये कैल्शियम के साथ-साथ अन्य तत्वों की आवश्यकता होती है |  

हड्डी कमजोर होने पर क्या खाएं?:
हड्डियों को मजबूत करने के लिए पालक, ब्रोकली, तोरई,   कच्चा केला व अन्य सब्जियों का सेवन करने से हमें आयरन मिलता है | इस प्रकार हमारी हड्डियां मजबूत होती है |  

शरीर की हड्डियों को मजबूत रखने के लिए क्या खाना चाहिए?:
शरीर की हड्डियों को मजबूत बनाने के लिए हमें कैल्शियम युक्त आहार  मात्रा में सेवन करे |

चिकित्सा विशेषज्ञों के अनुसार हमारे शरीर के लिए 500 से 1000 mg कैल्शियम की आवश्यकता होती है | कैल्शियम की प्राप्ति के लिये दूध, दही, सोयाबीन(प्रोसेस्ड किया हुआ) पनीर व रागी का सेवन किया जाना चाहिए |

हड्डियां कमजोर होने के क्या लक्षण है?:
हड्डियाँ कभी भी एक दम कमजोर नहीं होती है | हड्डियों के कमजोर होने पर आपके शरीर में विभिन्न प्रकार के लक्षण प्रकट होते है | थकान, हड्डियों के आसपास कमजोरी, चलने, फिरने व उठने व बैठने में परेशानी का अनुभव करते है | हल्की से चोट से फ्रेक्चर हो जाना | इस प्रकार की अवस्था हड्डियों को कमजोर होने के प्रमुख लक्षण है |
 
हड्डी को उसकी ताकत क्या देता है?:
हमारी हड्डियों का निर्माण कोलेजन व कैल्शियम से बनती है | कोलेजन एक प्रकार का प्रोटीन है जो हड्डियों को लचीलापन प्रदान करता है | कैल्शियम एक खनिज के रूप में हड्डियों को ताकत व कठोरता प्रदान करता है | इस प्रकार हड्डियो को मजबूत व लचीला बनाया जा सकता है |
 
सबसे ज्यादा कैल्शियम कौन सी चीज में पाया जाता है?:
दूध और पनीर ऐसे खाद्य पदार्थ है जिनमे पर्याप्त मात्रा में सर्वाधिक कैल्शियम पाया जाता है | जिन व्यक्तियों के शरीर में कैल्शियम की अत्यधिक कमी  वे इनका सेवन कर  सकते है |

हड्डी क्यों कमजोर होती है?:
हड्डियों का कमज़ोर होने का मुख्य कारण शरीर में कैल्शियम व विटामिन डी की कमी का होना है |  

कौन से फ्रूट में कैल्शियम ज्यादा होता है?:

सबसे ज्यादा कैल्शियम विभिन्न पहलाओ में होता है | संतरा, कीवी, खुबानी, पपीते में पाया जाता है | हमें इनका पर्याप्त मात्रा में सेवन करना चाहिए |
  
कौन सा विटामिन हमारी हड्डियों को मजबूत बनाता है?:
विटामिन सी हमारी हड्डियों को मजबूत बनाने में मदद करता है | विटामिन सी  हड्डियों को टूट फूट से  बचाता है | इसके साथ ही हड्डियों व मांसपेशियों को मजबूत बनाता है |  

हड्डियों में दर्द किसकी कमी के कारण होता है?:
विटामिन डी की कमी से हड्डियों में दर्द, मांसपेशियों में दर्द होना, हड्डियों का दुखना, थकान, कमजोरी, नींद कम होना व  अन्य लक्षण प्रगट होते है | ऐसी अवस्था में आवश्यक जांच के बाद चिकित्सक के परामर्श से विटामिन डी का सेवन करना चाहिए |
 
सबसे मजबूत हड्डी किसकी है?:
संसार में सबसे मजबूत हड्डी बाघ की होती है |  

केले में कैल्शियम होता है क्या?:
केले में उनके विटामिन और पोषक तत्व होते  हैं। केले में   कार्बोहाइड्रेट, विटामिन ए, सी और बी-6, लोहा, फास्फोरस, कैल्शियम, मैग्नीशियम, जिंक, सोडियम, पोटेशियम होता है जो शरीर की हड्डियों  बनाने के साथ-साथ पोषण भी प्रदान करता है |

शरीर का 99% कैल्शियम कहाँ स्थित होता है?:
शरीर का लगभग 99% कैल्शियम हड्डियों में जमा रहता  है |  1% कैल्शियम रक्त, मांसपेशियों और अन्य ऊतकों में पाया जाता है।  

कौन सा ड्राई फ्रूट कैल्शियम से भरपूर होता है?:
शरीर में कैल्शियम की कमी के कारण दांत कमजोर होना, मानसिक भ्रम, चिंता, अवसाद, ऑस्टियोपोरोसिस जैसी अनेक समस्या होती है | शरीर में कैल्शियम की आपूर्ति के लिए खुबानी, अंजीर, खजूर, आलूबुखारा व अन्य सूखे मेवों में कैल्शियम की प्राप्ति होती है |
 

मैं अपना विटामिन डी (Vitamin D) तेजी से कैसे बढ़ा सकता हूं?:
प्रातकाल: गुनगुनी धुप में 15  मिनिट खुले बदन बैठना है | इसके साथ ही आवश्यक चिकित्सा जांच करवाने के बाद चिकित्सक से परामर्श लेकर विटामिन डी  का सेवन करना है |

आवश्यक जानकारी :उपरोक्त जानकारी सामान्य स्वास्थ्य के अनुसार दी गई है | यदि रोग की अवस्था गंभीर है या दर्द बहुत अधिक है तो ऐसी अवस्था मे अपने पारिवारिक चिकित्सक से सलाह लेकर उचित चिकित्सा ली जानी चाहिए |

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