घुटने के दर्द से मुक्ति पाये Ghutane ka dard in hindi
घुटने के दर्द से मुक्ति पाये Ghutane ka dard in hindi – Dr.Jagdish Joshi, Lifestyle Expert125
क्या आप घुटने के दर्द से परेशान है?
Ghutane ka dard in hindi – आज के समय में घुटने के दर्द की समस्या एक आम समस्या है | बुजुर्ग तो बुजर्ग युवा भी घुटने के दर्द से परेशान हो रहे है | आखिर घुटने का दर्द एक परेशानी वाला रोग बन गया है |
यदि समय रहते सावधानी रख ली जाय तो भविष्य मे घुटने की समस्या गंभीर नही होती है | इसके साथ ही घुटने बदलवाने की नोबत भी नही आती है |
तो आईये घुटने की समस्या के बारे मे जाने ताकि हम समय रहते अपने घुटने को खराब होने से बचा ले |
आखिर घुटने का दर्द क्यों होता है? (Ghutane ka dard in hindi):
घुटने का दर्द होने के मुख्य कारणों में निम्न लिखित कारण है :
हड्डियों में कैल्शियम की कमी |
विटामिन डी की कमी |
विटामिन बी-12 की कमी
मांसपेशियो का कमजोर होना
पुरानी चोट या फ्रेक्चर
अत्यधिक वजन का होना
आस्ट्रियो अर्थराईटिस
गठिया
ऐठन
मौच आ जाना
यदि आपके शरीर में इन तत्वों की कमी होती है तो आप को घुटने की समस्या हो सकती है |
घुटने की कुछ सामान्य समस्याएं क्या हैं?:
आखिर घुटने की समस्या क्यों होती है ? घुटने की समस्या का उम्र बढ़ने के साथ गहरा सम्बन्ध है | यदि व्यक्ति गठिया का शिकार है तो भी उसे घुटने की समस्या का सामना करना पड़ता है | कई बार चोट लग जाने की वजह से भी घुटने की समस्या हो जाती है | इस कारण घुटने की समस्या हो जाती है |
घुटने का दर्द क्यो होता है?(Ghutane ka dard):
पैरो में मोच आ जाना | घुटने में मोच या खिचाव होने से घुटने की मांसपेशियां व लिगामेंट क्षतिग्रस्त हो जाते है | कई बार घुटने का अचानक मुड जाने के कारण होता है | इस वजह से प्राय: दर्द, सूजन आ जाती है | इस वजह से उन्हें चलने में कठिनाई होती है |
घुटने के जोड़ के मध्य एक गद्दी होती है | जब हमारे द्वारा किसी किये गये अभ्यास की वजह से गद्दी क्षतिग्रस्त हो जाती है |
गठिया आस्ट्रियो आर्थराइटिस गठिया का एक आम प्रकार है | इस वजह से घुटने प्रभावित होते है | आस्ट्रियो आर्थराइटिस घुटने को बुरी तरह से प्रभावित करता है | इसकी वजह से माध्यम आयु व वृध्द प्रभावित होते है | आस्ट्रियो आर्थराइटिस की समस्या बार-बार चोट लगने या अत्यधिक मोटापे के शिकार होने के कारण होता है | इस वजह से घुटने के कार्टिलेज नष्ट होकर घुटने के स्वास्थ्य को प्रभावित करता है | रुमटीएड गठिया पुराने आस्ट्रियो आर्थराइटिस की तुलना में कम उम्र के व्यक्ति को प्रभावित करता है |
घुटने मे बार-बार चोट लगने से कार्टिलेज को नुकसान पहुचता है | मोटापे की वजह से घुटनो के बीच के कार्टिलेज पर दबाब अधिक पड़ता है | मोटापे की वजह से गठिया की संभावना भी बढ़ जाती है |
घुटने की समस्या की जांच कैसे-कैसे की जा सकती है?(Ghutane ka dard in hindi)
घुटने की समस्या की वास्तविक स्थिति की जानकारी निम्न लिखित प्रकार की जा सकती है |
एक्सरे (X-Ray)(Ghutane ke dard ka ilaj):
एक्स रे के माध्यम से आप घुटने के उत्तको, हड्डियों की वास्तविक स्थिति का पता लगा सकते है |
चुम्बकीय अनुनाद इमेजिंग (EMI)(Ghutane ke dard ka upay):
इस परीक्षण के माध्यम से घुटने के अंगों की विस्तृत छवि बनती है | इस साधन के माध्यम से मेग्नेट, रेडियो फ्रीक्वेन्सी ओर कम्युटर के माध्यम से होती है |
कंप्यूटेड टोमोग्राफी स्केन (CT or Cat Scan):
इस प्रक्रिया में एक्सरे ओर कम्प्युटर तकनीक का प्रयोग किया जाता है | इस प्रयोग से घुटने के विभिन्न भाग की विस्तृत छवि मिलती है |
ऐसिडिटी के कारण घुटने की समस्या(Ghutano ka Dard ka ilaj):
यदि आप एसिडिटी के शिकार है तो भी आपको घुटने के दर्द की समस्या हो सकती है |
यदि आप ऐसिडिटी के शिकार है तो आपको अपनी जीवनचर्या मे उचित सुधार करना चाहिए | इसके साथ ही आहार मे पर्याप्त मात्रा मे फल, सब्जियों का सेवन करना चाहिए |
गैस की समस्या के कारण घुटने की समस्या(Ghutano ka Dard ka ilaj):
यदि आप गैस के शिकार है तो आप घुटने के दर्द के शिकार हो सकते है | क्योकि गैस की वजह से घुटने के बीच का लिक्विड सुख जाता है | इस वजह से घुटने की हड्डियों मे घिसावट प्रारम्भ हो जाती है | यही घिसावट आगे चलकर व्यक्ति को घुटने के दर्द का शिकार बना देती है |
इसलिये आपको गैस को हल्के मे नही लेना चाहिए | गैस की समस्या से मुक्त होने के लिए प्राकृतिक उपाय अपनाने चाहिए |
पानी की कम मात्रा का सेवन करना (Ghutano ka Dard ka ilaj) :
पानी की कम मात्रा का सेवन करना | जब आप पानी का कम सेवन करते है तो घुटने के दर्द के शिकार हो जाते है | क्योकि घुटने के बीच की कार्टिलेज मे पानी की कमी हो जाती है |
इसलिए 24 घंटों मे 10-12 ग्लास पानी सही विधि से सेवन करे |
सही सोल के जूते नही पहनना :
सख्त सतह पर बिना मजबूत सोल के जूतों को पहनना | जब आप सीमेंट की सड़क पर अच्छे मजबूत सोल के शूज पहनकर नही चलते है तो घुटने घिसने की समस्या हो सकती है |
इसलिए जब भी सख्त सतह पर चले तो लचीले सोल वाले जूते पहनकर ही चले |
वजन का अत्यधिक बढ़ना (Over Weight):
यदि आपका वजन (Obesity) अत्यधिक है तो भी आप घुटने के दर्द के शिकार हो जाते है | क्योकि जब आपका वजन अत्यधिक बढ़ा हुआ होता है तो घुटने पर अत्यधिक दबाब आ जाता है | क्योकि जब आपका वजन अत्यधिक बढ़ जाता है | जब भी आप बैठकर उठते है तो घुटनो पर आपके वजन का आठ गुना अत्यधिक दबाब पड़ता है |
यदि आप को घुटने के दर्द से मुक्त होना है तो आपको अपना वजन उचित स्तर पर रखना होगा | यदि आप अपना वजन अपने उचित स्तर पर रखते है तो निश्चित रूप से घुटने के दर्द में आराम मिलता है |
अत्यधिक मीठे पदार्थो का सेवन :
यदि आप अपने आहार में अत्यधिक शक्कर का सेवन करते है तो निश्चित ही आपके घुटने घीस सकते है | क्योकि अत्यधिक शक्कर का सेवन शरीर से हड्डियों में अवस्थित कैल्शियम खींच लेता है | इस प्रकार हड्डियों में निरंतर कमजोरी आती जाती है | इस प्रकार व्यक्ति घुटने के दर्द की शिकायत निश्चित रूप से होती है |
घुटनों के दर्द से मुक्ति देने के लिए तेल(Ghutano ke Dard ka ilaj):
100 ग्राम तेल मे 2-3 लहसुन की काली डाले | उसे भूरा होने तक पकाये | अब तेल को ठंडा कर बाटल मे भर ले | इस तेल से दर्द वाले घुटने पर लगाए | इसके ऊपर प्लास्टिक बांध ले | अब घुटने पर गरम पानी से बहुत हल्की सिकाई करने के लिए इस तोलिए को घुटने पर लपेट ले | इस प्रक्रिया को 2-3 सप्ताह अपनाये |
घुटने के दर्द का रामबाण इलाज क्या है?(Ghutane ke dard ka Doctor):
100 ग्राम मेथी पावडर मे 10 ग्राम कलोजी पावडर मिला ले | इसकी एक चम्मच (10 ग्राम) मात्रा को रात के भोजन के एक घंटे बाद पानी के साथ सेवन कर ले |
इसके सेवन से जोड़ों मे मजबूती आती है | इसके साथ ही उपरोक्त तेल से मालिश का प्रयोग करे |
घुटने के दर्द का चमत्कारिक प्रयोग – घुटने पर लेप व सेक :
4 चम्मच एलोवेरा का जेल, 1 चम्मच हल्दी, 1 चम्मच सरसो का तेल | अब इसे अच्छी तरह से मिला ले | इसे घुटने पर व घुटने के ऊपर 6 इंच व नीचे 6 इंच तक लगा ले | इस लेप के बाद आकड़े के पत्ते को सरसो का तेल लगाकर तवे पर हल्का सेक कर घुटने पर लगाकर धागे से बांध ले | इस प्रकार जहां जहां पर लेप लगा है वहां आकड़े के पत्ते को तवे पर सेककर लगाए | ध्यान रखें पत्ते को अत्यधिक गर्म नहीं लगाना है | जितना सहन हो उतना ही गर्म पत्ता लगाना है |
घुटने के ग्रीस को बढ़ाने के लिए क्या करे?(Ghutano ke Dard ka ilaj):
यदि घुटने मे आवाज आ रही है | घुटने की चिकनाई कम हो गई है तो ऐसी स्थिति मे अखरोट का सेवन बहुत लाभ देता है |
अखरोट मे प्रोटीन, वसा, कार्बोहाईड्रेट, विटामिन ई, बी-6, केल्शियम व भरपूर मात्रा मे मिनरल्स होते है |
इस उदेश्य के लिए रोज रात को 2 अखरोट को पानी मे गला दे | सुबह इसे अच्छी तरह से चबा-चबा कर खा ले | इसका नियमित सेवन घुटने मे चिकनाई ला देता है |
बबूल की फली के पावडर का सेवन(Ghutane ke dard ka ilaj in Hindi) :
सुबह खाली पेट एक चम्मच बबूल की फली (10 ग्राम ) के पावडर को पानी के साथ सेवन करना है। इसके सेवन के 1 घंटे तक कोई आहार ग्रहण नहीं करना है।
घुटने मे सूजन किस भोजन से होती है? (Ghutano ke Dard ka Ilaj in Hindi):
यदि आपके आहार मे मोनो सोडियम ग्लूटामेट या एम एस जी या अन्य नकारात्मक खाद्य पदार्थ शामिल है तो आप घुटनो के दर्द के शिकार हो जाएगे | क्योकि इनका सेवन घुटने मे दर्द व सूजन बढ़ाता है |
इसलिए आपको डिब्बा बंद खाद्य पदार्थ, बाजार का बना बनाया सूप, पिज्जा, बर्गर, पनीर, फास्ट फूड व पूर्व मे बने व पेक किए गए आहार का सेवन करने से बचना चाहिए | क्योकि इनका सेवन शरीर में अम्ल (Acidity) की मात्रा बढ़ाता है | यही दर्द का मुख्य कारण बनता है
घुटने में सूजन किस भोजन से होती है?:
अम्लीय आहार के सेवन से घुटने में सूजन होती है | इसलिए हमें अपने आहार में क्षारीय आहार का पर्याप्त मात्रा में सेवन करना चाहिए
क्या विटामिन बी12 घुटने के दर्द मे मदद करता है?(Ghutano ke Dard ka Ilaj in Hindi):
विटामिन बी 12 विशेष रूप से नसो व जोड़ो को पोषण प्रदान करने वाला विटामिन है | इसका सेवन शरीर की नसो को सुरक्षा प्रदान करता है | तंत्रिका को शक्ति प्रदान करता है | पुरानी चोट का दर्द दूर करने मे मदद करता है |
हड्डियों को कैसे शक्तिशाली बना सकते है?:
हड्डियों को मजबूत बनाने के लिए आपके शरीर मे केल्शियम, विटामिन डी की आवश्यकता होती है | यदि आपके शरीर मे इनकी पर्याप्त मात्रा है तो आप के शरीर की हड्डी कमजोर नही होगी |
घुटने के दर्द के लिए सबसे अच्छी दवा कौनसी है?(Best Medicine for Knee Problem):
घुटने के दर्द के लिए आयुर्वेद के मतानुसार शतावरी, अश्वगंधा, अशोक, ब्राम्ही, हल्दी, शुध्द गुग्गल व अनेक ओषधिया है | किन्तु इनका सेवन किसी अनुभवी आयुर्वेदिक चिकित्सक के परामर्श से ही करना चाहिए |
घुटने की चोट की सर्जरी (Knee Replacement) :
घुटने का दर्द एक आम समस्या है | यदि घुटने के दर्द का निदान संभव नहीं है तो ऐसी स्थिति में चिकित्सक के परामर्श से घुटने के बदलने की प्रक्रिया की जा सकती है | आजकल सर्जरी एक सामान्य प्रक्रिया हो गयी है | किन्तु अत्यावश्यक होने पर ही करवाना चाहिए |
आवश्यक जानकारी:
उपरोक्त जानकारी सामान्य स्वास्थ के अनुसार दी गई है | यदि आपको घुटने की तकलीफ है तो आपको अपने चिकित्सक से परामर्श प्राप्त करना है |
लेख मे बताये गये प्रयोग निरापद है | इनसे शरीर को कोई हानि नही होती है | किन्तु इन प्रयोगों को अपने शरीर की प्रकृति के अनुसार अपनाना है |
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