पाइल्स से कैसे आसानी से मुक्ति पाये ?How to Treat Piles at Home in Hindi

How to Treat Piles at Home in Hindi

Piles Treatment at Home In Hindi

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How to Treat Piles at Home in Hindiबवासीर का इलाज

How to Treat Piles at Home in Hindi

How to Treat Piles at Home in Hindi -Dr.Jagdish Joshi, Lifestyle Expert 125

How to Treat Piles at Home in Hindi – बवासीर का इलाज कैसे करे? आज के समय में बवासीर एक परेशानी के रूप में मनुष्य को परेशान कर रहा है | गुदा (Anus) के अन्दर-बाहर मलाशय (Rectum) के निचले हिस्से में सूजन आ जाती है | गुदा व्दार के मस्से कभी अन्दर तो कभी बाहर रहते है | बवासीर का निदान सही समय पर कर लिया जाय तो ठीक रहता है | अन्यथा भविष्य में तकलीफ ज्यादा बढ़ सकती है |

यदि लम्बे समय वबासीर की समस्या रहती है तो व्यक्ति  भगंदर(Fistula) का रोगी हो जाता है | इसके बाद भी  यदि बवासीर होने व्यक्ति इसके निदान के लिए लापरवाही करता है तो व्यक्ति कोलेकट्रल केंसर (Colorectrol Cancer) का शिकार हो जाता है | इसलिए कभी भी बवासीर को हल्के में नहीं लेना चाहिए |

 

बवासीर के लक्षण(Symptoms of Piles) :

आखिर बवासीर का इलाज कैसे करे?

मल विसर्जन के समय पेट पूर्ण रूप से साफ न होने का अहसास |

मल त्याग के समय जलन के साथ रक्त स्त्राव होना | रक्त स्त्राव रोग के अनुसार कम या ज्यादा हो सकता है |

शोच करते समय मल विसर्जन के समय अत्यधिक तकलीफ को महसूस करना |

गुदा (Anus)द्वारा में अत्यधिक जलन व दर्द का अहसास होना |

गुदा व्दार के आसपास सूजन व लाली हो जाना |

शोच के समय मयूक्स का निकलना |

 

बवासीर होने के मुख्य कारण(Main Cause of Hemorrhoid’s) :

अत्यधिक लम्बे समय बैठे रहना |

लम्बे समय तक कठिन कब्ज का होना |

अत्यधिक कम मात्रा में पानी पीना |

अत्यधिक मिर्च, मसाले व वसायुक्त आहार का सेवन करना |

नियमित रूप से मल विसर्जन नहीं होना |

रेशेयुक्त आहार का सेवन नहीं करना |

गर्भावस्था के दौरान गुदा द्वार पर अत्यधिक दबाब |

अत्यधिक आराम दायक असक्रिय जीवन जीना |

तम्बाखू, गुटखा, सिगरेट, शराब व अन्य मादक द्रव्यों का सेवन करना |

 

घर बैठे पाईल्स का निदान करे (Piles Treatment at Home In Hindi) :                                                                                      व्यक्ति के मन में प्रश्न पैदा होगा है की क्या बबासीर का इलाज हम घर पर रहकर कर सकते है | हां हम वबासीर का इलाज घर पर आसानी से कर सकते है |  क्योकि यह गलत जीवन शैली की वजह से पैदा हुई बीमारी है |

यदि हम अपने आहार में सुधार करते है | नियमित रूप से व्यायाम करते है | तो बहुत ही जल्दी बवासीर रोग पर नियंत्रण पा जाते है | किन्तु यह तब ही संभव है जब यह रोग प्रारम्भिक अवस्था में हो | रोग के जटिल हो जाने पर चिकित्सक से परामर्श प्राप्त करे |

 

पाईल्स के लक्षण (How to Treat Piles at Home in Hindi):                                                                                                        कठिन कब्ज होने की वजह से मल आसानी से नहीं निकल पाता है | इस वजह से व्यक्ति को जोर लगाना पड़ता है | इस वजह से गुदा व्दार के पास के मस्से बाहर आ जाते है |( Bawaseer ke lakshan)कभी बार मल इतना कठोर हो जाता है की वह गुदा व्दार के वहा घाव कर देता है |    बवासीर  दो प्रकार के होते हैं।

  1. खूनी बवासीर
  2. बादी बवासीर
  3. खूनी बवासीर(Bloody Hemorrhoid’s) :खूनी बवासीर में मल विसर्जन के समय खून निकलता है | कई बार तो पिचकारी जैसा खून तेज गति  से निकलता है। किन्तु मल त्याग करने के बाद मस्से  अपने आप ही अंदर चले जाते हैं।

 

बादी बवासीर (Badi Wale Hemorrhoid’s):                                                                                                                                    यह बवासीर तब होता है जब शरीर में पाचन सम्बंधित समस्या बनी रहती है | इस रोग में मस्से बने रहते है | इन मस्सो की वजह से खुजली व जलन होती है |

 

आखिर बवासीर की बीमारी कैसे होती है?(How to cure piles naturally at home in hindi ) :                                                   हमारे व्दारा अपनाई गयी गलत जीवनशैली ही बवासीर(Piles) होने की मुख्य वजह है | यदि हम अपनी जीवन चर्या (Lifestyle) को उचित दिशा देते है तो निश्चित ही आप बवासीर से मुक्त होगे |

यदि हमारे शरीर में बवासीर के लक्षण प्रगट होते है तो हमें अपने  खानपान को सही दिशा देना होगी ताकि आप आसानी से इस मुसीबत से मुक्ति पा जाते है |

प्राय: शरीर में कोई समस्या कभी भी तुरंत  पैदा नहीं होती है | जब हम निरंतर भोजन के व्दारा शरीर पर अत्याचार करते है | अपनी पाचन क्षमता से अधिक भोजन कर लेते है | भोजन स्वास्थ के स्थान पर स्वाद के चक्कर में अत्यधिक मात्रा में सेवन  कर जाते है |

 

व्यायाम नहीं करते है(How to Treat Piles at Home in Hindi) :                                                                                                  यदि आपकी जीवनचर्या में व्यायाम या सक्रियता शामिल  नहीं है तो आप का पाचन प्रभावित होगा और आप कब्ज के साथ-साथ  बवासीर के भी शिकार हो जाते है |

 

पाचन सम्बंधित किसी समस्या से ग्रसित रहते है (How to Treat Piles at Home in Hindi):                                                         यदि आप पाचन सम्बधित किसी रोग के शिकार है तो आप कठिन कब्ज के शिकार हो जाते है | जब आप लम्बे समय तक कठिन कब्ज के शिकार हो जाते है, तो आगे चलकर यह समस्या बवासीर के रूप में परिवर्तित हो जाता है तब बवासीर की समस्या पैदा होती है |

https://youtu.be/Wxi4pkAQ3Dw

आखिर कार पाईल्स की समस्या की जड़ क्या है (How to Treat Piles at Home in Hindi) :                                                          हम इसे सीधे तोर पर समझे यह पाचन सम्बंधित समस्याओ की वजह से होती  है | यदि हमारा पाचन व्यवस्थित रूप से चलता है | हम आसानी से मल विर्सजन कर पाते है तो हमें जिन्दगी में कभी बवासीर की समस्या होगी ही नहीं |

 

आखिर हम क्या करे की हमें वबासीर की समस्या न हो (How to Treat Piles at Home in Hindi)  :                                              हमें अपने आहार में निम्नानुसार सुधार करने होगे | जब हम अपनी जीवनचर्या (Lifestyle) को सही करते है तो कोई कारण नहीं की हम कभी भी बवासीर क्या कब्ज के शिकार हो |

 

बिना भूख के भोजन का सेवन नही करना (How to cure piles naturally at home in hindi ):                                                   हमें कभी भी बिना भूख के भोजन को ग्रहण नहीं करना चाहिए | क्योकि यह कठिन फैसला होता है | हमारे सामने आहार परोसा गया है और हम न खाए? यदि आप इस संकल्प को पक्का करते है तो निश्चित ही आप पाईल्स से शिकार नहीं होगे (Bawaseer ka Ilaj ) | यदि आप पाईल्स(बवासीर) के शिकार हो भी गए तो जल्दी स्वस्थ हो जायेगे |

पतले आटे की चपाती का सेवन करना(Piles Treatment at Home In Hindi):                                                                      पतला आटा हमारी आंतों में चिपक जाता है | जैसे लेई(चिपकाने वाला पदार्थ ) हम पतले आटे से बनाते है | वैसे ही पतला आटा गोंद की तरह हमारी आंतो में चिपक जाता है | इसलिए जब ही चपाती का सेवन करे मोटे आटे की चपाती का ही सेवन करे | इस प्रकार आप बवासीर (Piles Ka Ilaj)तो क्या आप कब्ज के शिकार ही नहीं होगे |

आहार को बहुत आराम से चबा-चबाकर कर करना है (Piles Treatment at Home In Hindi) :                                                    यदि हम भोजन के प्रत्येक कोर को 32 बार चबाते है तो कोई कारण नहीं आप पाचन सम्बधित समस्यो से तो बचे रहेगे साथ ही आप बवासीर के शिकार ही नहीं होगे |

आहार में भरपूर रेशे युक्त आहार का सेवन करना(Piles Treatment at Home In Hindi):                                                        हमें अपने आहार में भरपूर रेशे युक्त आहार का सेवन करना चाहिए | अपने आहार में रेशे युक्त सब्जियाँ, पत्ते दार सब्जियाँ,  चोकर युक्त आहार,  रेशेयुक्त फलो का सेवन करना चाहिए ताकि आप कभी बवासीर(Piles) के शिकार ही नहीं होगे | क्योकि रेशे का नियमित सेवन मल विसर्जन को आसान करता है |

पानी का पर्याप्त व सही विधि से सेवन करना(Piles Treatment at Home In Hindi) :                                                             प्राय: देखा गया है की व्यक्ति पानी का पर्याप्त मात्रा में व सही विधि से सेवन नहीं करता है | इस वजह से व्यक्ति कठिन कब्ज व आगे चलकर बवासीर (Piles) का शिकार नहीं होगा |

सप्ताह में एक दिन फलाहार का सेवन करना है (How to cure hemorrhoids at home fast in hindi) :                                     यदि आप सप्ताह में एक दिन अपनी पाचन प्रणाली को विश्राम देते है तो निश्चित ही आपकी पाचन प्रणाली को विश्राम मिलेगा | इस प्रकार आपकी पाचन प्रणाली पुन: ऊर्जा पाकर शक्तिशाली हो जाती है |

इसलिये सप्ताह में एक केवल पानी या ताजी छाछ या ताजे फलो पर उपवास करते है तो पाचन प्रणाली थकान से मुक्त होकर पुन : ऊर्जावान हो जाती है |

नियमित रूप से व्यायाम को जीवनचर्या का अंग बनाना है (How to Treat Piles at Home in Hindi):                                      यदि आप नियमित रूप से अपनी जीवनचर्या में व्यायाम/शारीरिक सक्रियता को अपने जीवन का अंग बनाते है तो निश्चित ही वे कब्ज के साथ-साथ बवासीर(Piles) से मुक्त जीवन जीते है |

बवासीर का घरेलू उपाय (How to Cure Piles in Hindi ) :                                                                                                        एलोवेरा के प्रयोग से बवासीर में आशातीत लाभ होता है | जिस स्थान पर बवासीर है उस स्थान पर एलोवेरा जेल लगाने से जलन व दर्द में आराम पड़ता है |

बवासीर का घरेलू उपाय (How to get rid of piles home remedies in hindi ) :                                                                        एलोवेरा की 20-30 मिली मात्रा का रात को सोने के पूर्व  पानी के साथ सेवन करना है |एलोवेरा के जेल का सेवन करने से पाचन प्रणाली अपनी पूर्ण क्षमता से कार्य करती है |

बवासीर का घरेलू उपाय (How to get rid of piles home remedies in hindi ) :                                                                        20 मिली  सेव के सिरके को एक ग्लास पानी में मिलाकर सेवन करने से  खूनी बवासीर में बहुत लाभ होता  है। सेव के सिरके के सेवन से  रक्त वाहिनी को सिकुड़ने में मदद मिलती है।

बादी वाले बवासीर में सेव के सिरके गुदा द्वार पर लगाने से बवासीर की  जलन शांत होती है।

बवासीर का घरेलू उपाय (How to Cure Piles in Hindi ) :                                                                                                             खूनी व बादी वाले बवासीर में  जैतून का तेल बबासीर पर लगाने से लाभ होता है |

बवासीर का घरेलू उपाय (How to Treat Piles at Home in Hindi ) :                                                                                            खूनी व बादी वाले बवासीर में  बादाम  का तेल बबासीर पर लगाने से लाभ होता है | इसके नियमित प्रयोग से सूजन और जलन को कम करता है।

बवासीर का घरेलू उपाय (How to Cure Piles in Hindi ) :                                                                                                              नारियल की जटा को जला ले | इसकी राख की 1 चम्मच  मात्रा दिन में 2 बार एक ग्लास ताजी छाछ के साथ सेवन कर ले |

बवासीर का घरेलू उपाय (How to Cure Piles in Hindi ) :                                                                                                             बादी वाली बवासीर में जलन होने पर जीरे के पानी को पानी के साथ पीसकर लेप बना लें और बवासीर पर लगाए |

बवासीर का प्राकृतिक निदान(How to Cure Piles in Hindi ) :                                                                                                   यदि हम नियमित रूप से गुनगुने पानी के टब में बैठते है तो बवासीर रोग में लाभ मिलता है।

बवासीर के अनेक घरेलू उपाय (How to Treat Piles at Home in Hindi ) :                                                                                  रात को 2-4 अंजीर पानी में गला दे सुबह इसका चबा-चबा कर सेवन करा ले |बचे हुए पानी को पी जाए }|

शाम के खाने के स्थान पर नियमित आहार का सेवन न करते हुए नारियल की गिरी व  किशमिश का सेवन करे |

नियमित नीम्बू/आंवला पानी का सेवन करे |

भोजन के साथ एक ग्लास ताजी छाछ में 1/ चम्मच अजवाइन पावडर मिला दे |

https://youtu.be/-AHyBnWISuI

परहेज(How to Cure Piles in Hindi ):                                                                                                                                    अपने आहार में आसानी से सुपाच्य आहार का सेवन करना है | जो आहार मुश्किल से पचते है तो उनके सेवन से बचना चाहिए | अपने आहार में  जंक फूड तला हुआ, मांसाहार व गरिष्ठ आहार को अपने  भोजन में बिल्कुल शामिल ना करें।

बवासीर के आपरेशन के कितने दिन बाद हम स्वस्थ होते है (Piles Operation Recovery Time):यदि बवासीर रोग की स्थिति ज्यादा खराब हो जाए तो चिकित्सक के परामर्श से उसका आपरेशन करना पड़ता है | बवासीर के आपरेशन के बाद 7-10 दिनों में रोग में आराम मिल जाता है |

किन्तु आपरेशन के बाद व्यक्ति के गुदा व्दारा वाला  रिंग वाला भाग निकाल दिया जाता है | इस कारण व्यक्ति का मल विसर्जन पर नियंत्रण नहीं रहता है | यह इस आपरेशन का दुष्प्रभाव है |

उक्त जानकारी का प्रयोग अपने शरीर की प्रकृति के अनुसार करना है | किन्तु कुछ ही दिनों में लाभ न हो तो विलम्ब न करते हुए चिकित्सकीय परामर्श अवश्य ले लेना चाहिए | बवासीर को कभी भी हल्के में नहीं लेना चाहिए |

 

https://en.wikipedia.org/wiki/Saliva#Digestion

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