कैसे स्वस्थ व सुरक्षित दीपावली मनाएँ How to Celebrate Safe Diwali in Hindi

Why we Celebrate Diwali in Hindi

How to Celebrate Deewali

Why we Celebrate Diwali in Hindi | Why we Celebrate Diwali |Importance of Diwali in Hindi |Healthy Diet Plan for Deepawali |Deepawali Diet in Hindi | How to Enjoy Deepawali | Safe and Healthy Diwali

कैसे स्वस्थ व सुरक्षित दीपावली मनाएँ (How to Celebrate Safe Diwali in Hindi)

Why we Celebrate Diwali in Hindi
Deepwali Festival

दीपावली त्योहार का महत्व (Importance of Diwali Festival ):                                                                                                              

Why we Celebrate Diwali in Hindi – दीपावली का पर्व कार्तिक मास (Diwali 2021)की अमावस्या को मनाया जाता है | दीपावली का पर्व 5 दिनो तक चलता है | इस पर्व की शुरुवात धन तेरस से होती है | इसके बाद छोटी दीपावली, नरक चोदस, दीपावली, पड़वा, अन्नकूट, गोवर्धन पूजा व भाई दूज से होता है | इसके बाद कई दिनो तक हम अपने रिश्तेदारों व परिचितों से मिलने जाते है | हमें उनका आर्शीवाद व शुभ कामनाए मिलती है | हमारे स्वागत में अनेक प्रकार के मिष्ठान व नमकीन खिलाये जाते है | इस कारण हम अपने आहार में नियमित आहार की तुलना में अधिक आहार सेवन कर जाते है |

हम दीपावली क्यो मनाते है? (Why we Celebrate Diwali in Hindi):

दीपावली का त्योहार बुराई पर अच्छाई की जीत का पर्व है | दीपावली का त्योहार भगवान श्रीराम की (Diwali Story) रावण पर युद्ध मे विजय के उपलक्ष में मनाया जाता है | इस युद्ध में अधर्म पर धर्म की जीत हुई थी | भगवान श्रीराम के युद्ध विजय के बाद अयोद्धा वासियो ने खुशिया दीपावली के रूप में मनाई थी | इसलिए हम दीपावली को भगवान श्रीराम के विजय दिवस के रूप में त्योहार के रूप में मनाते है |

दीपावली के अवसर पर हम माँ लक्ष्मी की आराधना करते है | ताकि हम धन्य धान्य से परिपूर्ण हो |

बचपन में हमें परीक्षा में दिवाली पर निबंध (Deepawali Essay in Hindi) पूछा जाता था | हम उसमे दीपावली के सम्बन्ध में अनेक जानकारी लिखते थे |

इस वर्ष दीपावली कब है? (Deepawali Kab Hai) :                                         

इस वर्ष 3 नवम्बर 2021 को दक्षिण भारत में दीपावली मनाई जाएगी | देश के अन्य भागों में 24 नवम्बर 2022को दीपावली मनाई जाएगी

दीपावली त्योहार के बारे में जानकारी (Diwali Information in Hindi):

दीपावली का त्योहार 4 -5 दिनों तक चलता है | दीपावली के अवसर पर हम विभिन्न्न देवी देवताओं की आराधना कर उन्हें प्रसन्न करते है | यदि इस अवसर पर हम विभिन्न प्रकार के आहारों का सेवन करते है | इन आहारों का सेवन हमें स्वास्थ्य लाभ के साथ-साथ आध्यात्मिक लाभ भी देता है |

धनतेरस पर क्या खाये (How to Celebrate Safe Diwali in Hindi):

दक्षिण भारत मे धनतेरस के दिन छोटी बालिकाओ को दही खिलाने की परंपरा है | इस दिन आप अपने मेहमानो को दही बतासे खिलाकर उनका स्वागत कर सकते है | आप भी दही- बतासों का आनंद ले सकते है | इस प्रकार आप एक स्वादिष्ट चाट का आनंद ले पाएगे |

छोटी दीपावली पर क्या खाये :

छोटी दीपावली को हनुमान मंदिर मे बूंदी के लड्डुओ का भोग लगाये जाने की परंपरा है | इसलिए इस दिन बूंदी के लड्डू का प्रसाद सेवन करना चाहिए | इस दिन आप घर के बने हुए या बाजार के शुध्द घी के लड्डुओ का भोग लगाते है तो निश्चित ही आनंद कई गुना बढ़ जाएगा |

दीपावली पर क्या खाये? (How to Celebrate Safe Diwali in Hindi):

दीपावली के दिन माता महालक्ष्मी को प्रसन्न करने के लिये मखाने की खीर का भोग लगाने की परंपरा है | माता महालक्ष्मी को मखाने बहुत प्रिय है | इस वर्ष आप दीपावली के अवसर पर माँ महालक्ष्मी को प्रसन्न करने के लिए मखाने व दूध की खीर अवश्य बनाए | ताकि माता महालक्ष्मी प्रसन्न हो | मखाने भी कमल के फूल से ही प्राप्त होते है |

सामान्य तह: हम दूध व चावल की खीर बनाते है | उसी खीरे मे कुछ मात्रा मखाने की भी डालकर मखाने की खीर बना सकते है | इस खीर मे चावल की खीर जैसे सभी खाद्य पदार्थ डाले जा सकते है |

गोवर्धन पर क्या खाये?(How to Celebrate Safe Diwali in Hindi):

दीपावली के बाद अगला दिन गोर्वधन पूजा का होता है | इस दिन गावों में गाय के गोबर से गोर्वधन की आकृति बनायी जाती है | गोवर्धन की पूजा के दिन माल पूवे खाने की परंपरा है | इस दिन विभिन्न प्रकार के व्यंजन बनाए जाते है | किन्तु माल पूवे का विशेष महत्व है | इस प्रकार आप माल पुवे बनाकर इस त्योहार को विशेषता प्रदान कर सकते है | इसके साथ ही माल पूवे स्वाद में बहुत अच्छे होते है |

भाई दूज पर क्या खाये(How to Celebrate Safe Diwali in Hindi):

दीपावली के बाद भाई दूज की परंपरा है | भाई दूज के दिन बहन अपने भाई को भोजन पर आमंत्रित करती है | भाई दूज के दिन चावल युक्त आहार जरूर बनाए | चावल के आहार के रूप में आप चावल, जीरा फ्राय चावल, वेजिटेबल बिरयानी, इडली,डोसा, मसाला डोसा व अन्य आहार बना सकते है | इसके साथ ही आप अपने भाई की पसंद का आहार बनाकर इस त्योहार को विशेष आनंद प्रदान कर सकते है |

दीपावली का त्योहार खुशियो का अवसर है | इस अवसर पर अनेक मिठाईया बनायी जाती है | अनेक प्रकार के नमकीन व्यंजनो को भी बनाया जाता है | दीपावली के अवसर पर अनेक मेहमान हमारे घर आते है | हम अपने परिचितो के यहा जाते है | इस वजह से हमारे खाने मे अनेक प्रकार के आहार की मात्रा सेवन करने मे आ जाती है|

इस वजह से या तो हम बीमार हो जाते है या मोटापे के शिकार हो जाते है | चिंता की कोई बात नहीं | दीपावली है आनंद व हर्ष का त्योहार | इस अवसर पर खाने पीने का भरपूर आनंद ले | डरने की बात नहीं है |

आज हम जानेगे की किस प्रकार से हम दीपावली के त्योहार को सेहतमंद बना सकते है | इसके साथ ही हम दीपावली ऐसे मनाएंगे की हम बीमार भी नहीं हों | हम मोटापे के शिकार भी नहीं हों | क्योकि यदि कोई चुनौती है तो उसका समाधान भी तो है |

यदि दीपावली के अवसर पर स्वस्थ रहना है? तो हमे अपने खाने पर ध्यान देना होगा | तब ही हम दीपावली के अवसर पर दीपावली के व्यंजनो का आनंद लेते हुए स्वस्थ रह सकते है | किन्तु यदि हमने अपने आहार सेवन मे निरन्तर लापरवाही करते है तो बीमार होना सुनिश्चित है |

दीपावली के समय कौनसा आहार सेवन करना चाहिए? (What Food is Eaten on Diwali?):

दीपावली का त्योहार आनंद का अवसर होता है | इस अवसर पर हमारे घरो मे अनेक पकवान बनाए जाते है | यदि हम इन आहारो का सेवन अपने शरीर की पाचन प्रणाली की क्षमता के अनुसार सेवन करते है, तब भी हम स्वस्थ रहते है |अन्यथा सर्दी-खांसी व बुखार व अन्य रोगो के शिकार हो जाते है |

दीपावली के अवसर पर कम कैलोरी का आहार सेवन करे(Healthy Diet During Deepawali) :

प्राय: दीपावली के अवसर पर अत्यधिक वरिष्ठ आहार सेवन करने मे आ जाता है | इस वजह से पाचन संबन्धित समस्याए उत्पन्न हो जाती है | यदि आपका स्वास्थ कमजोर है तो आपको आहार पर विशेष ध्यान देना चाहिए | ऐसी स्थिति में हम क्या खाये ताकि हम दीपावली की व्यंजनो का आनंद भी ले सके |

हमारी कोशिश होना चाहिए की हम एक दो बार के अतिरिक्त जो भी आहार ग्रहण करे | कम कैलोरी के आहार का सेवन करे | क्योकि अत्यधिक तेल युक्त आहार का निरंतर करने से स्वास्थ्य पर प्रतिकूल प्रभाव तो पड़ता है | क्योकि हमारी आदत अत्यधिक वसा युक्त खाने की नहीं होती है |

दीपावली पर पेट खराब होने से कैसे बचे?(Why we Celebrate Diwali in Hindi):   

दीपावली के अवसर पर हमारे आहार में अत्यधिक परिवर्तन आने की वजह से हमारी पाचन प्रणाली प्रभावित होती है | दीपावली के अवसर पर पाचन प्रणाली पर बहुत अधिक बोझ आ जाता है | ऐसी अवस्था में पेट की अच्छी तरह से सफाई होना बहुत आवश्यक है | यदि ऐसा नही किया गया तो हमारा स्वास्थ्य बुरी तरह से प्रभावित होता है | पेट खराब होने की, सर्दी खांसी की व अन्य स्वास्थ्य सम्बंधित समस्या हो सकती है |

पेट की अच्छे से सफाई करने के उदेश्य से आंवला, अमरूद, हरी सब्जियाँ बाजार मे उपलब्ध रहती है | यदि हम अपनी आहार चर्या मे आंवला, नीम्बू, अमरूद व हरी सब्जियों के सूप को शामिल करना चाहिए | इन आहारो नियमित रूप से शामिल करने से हमारी पाचन प्रणाली की अच्छे से सफाई होती है | इस प्रकार की सफाई से हमारी बड़ी आंत की सफाई से आंतो में स्थिति सकारात्मक बैक्ट्रीरिया भी ख़त्म नहीं होते है | इस प्रकार हम दीपावली के अवसर पर बनाए जाने वाले अनेक व्यंजनो का भरपूर आनंद सुरक्षित रूप से ले पाएगे |

दीपावली के दौरान शरीर की सफाई (खट्टे फलो )करने वाले आहारो का सेवन करे |

Healthy Diwali Recipes – दीपावली के अवसर पर आप लेमन ग्रास, नीम्बू, आँवला, शहद, अदरक, काली मिर्च, तुलसी व अन्य पदार्थो को मिलाकर विभिन्न गर्म पेय पदार्थो का सेवन कर सकते है | क्योकि उक्त आहार बड़ी आंत (Colon) की प्राकृतिक रूप से सफाई करते है |

किन्तु यदि आप पेय पदार्थ के रूप में अत्यधिक चाय का सेवन करते है, तो आप कब्ज के साथ-साथ एसिडिटी के शिकार हो जाते है | तो आईये हम दीपावली के अवसर पर पेट को स्वच्छ करने के आसान व स्वादिष्ट उपायों के बारे में जानेगे | ताकि हम दीपावली के अवसर पर बनाये गए व्यंजनों का भरपूर आनंद ले सके |

दीपावली त्योहार पर स्वस्थ रहने के लिए आप सुबह खाली पेट नींबू, शहद पानी, या ग्रीन टी का सेवन कर सकते है | स्वल्पाहार मे मौसमी फलों का सेवन कर सकते है | स्वल्पाहार मे आप पानी मे गले हुए किशमिश,मनुक्का व अंजीर का सेवन कर सकते है | दोपहर के भोजन के पूर्व सब्जियों का सूप का सेवन कर सकते है | भोजन के साथ ताजे दही/छाछ का सेवन कर सकते है | दोपहर मे नींबू पानी, नारियल पानी या अन्य किसी मौसमी फलों व सब्जियों के सूप का सेवन कर सकते है |

लेमन ग्रास टी (Healthy Drinks for Diwali) :                                                                                                                                              

एक ग्लास पानी में लेमन ग्रास की एक पत्ती को बारीक काट कर डाल दे | इसमें स्वादानुसार व आपकी प्रकृति के अनुसार तुलसी, दालचीनी, अदरक, काली मिर्च भी डाल सकते है | इसमें मिठास के लिए थोड़ा सा गुड़ भी डाल दे | इस पेय को अच्छी तरह से उबालने के बाद इसमें एक नीम्बू का रस निचोड़ दे | आप इस स्वादिष्ट पेय को चाय के विकल्प के रूप में सेवन कर सकते है |

लेमन ड्रिंक्स (Healthy Drinks) : 

एक ग्लास पानी में लेमन ग्रास को बारीक कर उबाल ले | पानी के अच्छी तरह से उबल जाने के पश्चात इसमें एक नीम्बू का रस डाल दे | इसको ठंडा होने दे | इसका तापमान सामान्य होने पर इसमें 1 चम्मच शहद डालकर अच्छी तरह से मिला ले | यह बहुत ही स्वादिष्ट पेय है |

आंवला पेय (Deepawali Diet in Hindi) :                                                                                                                                                          

2 आंवलो को पका ले | आंवले के पेस्ट को 1.5 ग्लास पानी में मिला ले | इस पेय में स्वादानुसार थोड़ा सा गुड़, जीरा, काली मिर्च, सौंठ पावडर मिला कर अच्छी तरह से उबाल ले | इस पेय को गुनगुना होने पर पी ले |

नीम्बू शहद पेय (Deepawali Diet in Hindi) :                                                                                                                                                

जिन लोगो की प्रकृति गर्म है | जिन्हे एसिडिटी होती है | ऐसे लोगो के लिए यह चमत्कारिक पेय है | एक ग्लास पानी में 1 नीम्बू का रस व 1 चम्मच शहद मिला ले | इस प्रकार यह एक स्वादिष्ट पेय तैयार हो जाएगा |

उपरोक्त पेय पेट को चमत्कारिक रूप से साफ करते है | किन्तु आप बोलेगे हम तो पेट साफ करने के लिए कोई दवा ले लेंगे | नहीं क्योकि दवाईयों के सेवन से पाचन प्रणाली पर बहुत प्रतिकूल प्रभाव पड़ता है | बड़ी आंत के सकारात्मक बेक्टीरिया ख़त्म हो जाते है | इस प्रकार हम कठिन कब्ज के शिकार हो जाते है |

दीपावली के समय स्वस्थ रहने के लिए ताजे फलो का रस व सब्जियों के सूप का सेवन कर सकते है |

किंतु इस पेय को पीने से आप की आंतो पर कोई दुष्प्रभाव नहीं पडेगा | आप आसानी से अपना पेट साफ कर पाएंगे | दीपावली पर आप विभिन्न व्यंजनों का आसानी से आनंद भी ले पाएंगे |

तो आईये इस पेय को अपने परिवार का पेय बनाए |

दीपावली के अवसर पर आप 5 दिनो तक थोड़ी सी आजादी ले सकते है | यदि आप उपरोक्त आहारों का सेवन करते है तो निश्चित ही वजन नही बढ़ेगा |

इसके साथ ही दीपावली के बाद के दिनो मे आपको अपनी जीवनचर्या को उचित दिशा प्रदान करना होगा | दीपावली के बाद मौसम ठंडा रहता है | इसलिए आप आसानी से व्यायाम कर सकते है | क्योकि ठंड का मौसम सेहत के लिए व्यायाम लिए बहुत अच्छा होता है |

इसके साथ ही ठंड के मौसम मे प्रकृति हमे अनेक प्रकार के फल व सब्जियां देती है | ये बहुत ही कम कीमत मे उपलब्ध हो जाती है | यदि आप दीपावली के बाद भरपूर मात्रा मे मौसमी फलों व सब्जियों का सेवन पर्याप्त मात्रा मे करते है | तो निश्चित ही आप वजन आसानी से कम कर पाएगे |

दीपावली के त्योहार पर वजन बढ़ने का टेंशन ना ले (Why we Celebrate Diwali in Hindi):

दीपावली की अवसर पर व्यक्ति वजन बढ़ने की वजह से आहार का आनंद नहीं ले पाते है | यदि आप सही तरीके से दीपावली के अवसर पर व्यंजनो का उचित रूप से सेवन करते है तो निश्चित ही वजन नही बढ़ेगा |

दीपावली के लिए सुरक्षित डाइट प्लान (Healthy Diet Plan for Deepawali):

यदि आपको मधुमेह (Diabetics) है ? उच्च रक्तचाप, ह्रदय रोग, जोड़ो का दर्द या अन्य कोई रोग है? तो आपको अपने आहार मे विशेष ध्यान रखना होगा | मधुमेह रोगियो को शक्कर से बने हुए आहार के स्थान पर (Healthy Diwali Recipe for Diabetics) प्राकृतिक मिठास गुड, खजूर, किशमिश का उचित मात्रा मे सेवन करना है |दीपावली के अवसर पर हमारा प्रयास होना चाहिए की हम घर के बने हुए आहार का ही सेवन करे |

शक्कर के व्यंजनो के स्थान पर गुड, किशमिश, खजूर, अंजीर से बने हुए मेवो का सेवन करे | इस प्रकार के व्यंजन कम कैलोरी के होते है | इनके सेवन से वजन भी नही बढ़ता है | ये आसानी से पच जाते है | इस प्रकार आप चीनी के सेवन से बच जाते है |

Deepawali Diet in Hindi : – मावे की मिठाई के स्थान पर बादाम, काजू, अखरोट, खजूर, अंजीर, किशमिश,काली किशमिश, सीके हुए चने व अन्य खाद्य पदार्थो से बने हुए मिष्ठान का सेवन आप आराम से कर सकते है |

मूंग, मोठ, चने व अन्य खड़े अनाज को अंकुरित कर सब्जी के रूप में प्रयोग मे लाया जा सकता है |

दीपावली के दिनों मे पर्याप्त पानी का प्रयोग करे | दीपावली के दौरान ठंड का मौसम होता है | वातावरण मे ठंडक होने की वजह से प्यास नही लगती है | यदि आप इस मौसम मे नियमित रूप से गुन गुने पानी का नियमित सेवन करना है | यदि आप इस अवसर पर नियमित रूप से सेवन करते है तो मेटाबोलिज़म तेज हो जाता है | इस प्रकार आप वजन बढ़ने के खतरे से बच सकते है |

Deepawali Diet in Hindi : – दीपावली त्योहार के बाद खाने पर विशेष ध्यान दे | यदि आप दीपावली के बाद पर्याप्त मात्रा मे मौसमी फलों, सब्जियों, सूखे मेवो व अंकुरित अनाज का उचित मात्रा मे सेवन करना है | इस प्रकार आप दीपावली के दौरान सेवन किए गए अधिक कैलोरी वाले आहार से होने वाले नुकसान की भरपाई कर पाते है |

घी, मख्यन का सेवन कम मात्रा मे करे | रिफाईंड तेल का न्यूनतम मात्रा मे ही सेवन करे | आहार को डीप फ्राय करने के स्थान पर स्टीमिंग या कम डीप फ्राय करे |

यदि आप हाई कोलेस्ट्रॉल, उच्च रक्तचाप, हाईपर एसिडिटी, मधुमेह या अन्य किसी रोग के शिकार है? तो आप आहार में परिवर्तन कर त्योहार का भरपूर आनंद ले सकते है | इस उदेश्य से लो कैलोरी व लो फेट डाइट के बारे में जानेगे |

Healthy Diwali  Sweets :खीर बनाने के लिए अधिक फेट वाले दूध के स्थान पर टोंड या स्टीम्ड मिल्क का प्रयोग करे |

मावे मे अत्यधिक फेट होता है | नारियल की गीरी या टोंड या स्टीम्ड मिल्क से बने हुए मावे का प्रयोग किया जा सकता है |

दीपावली पर तले हुए चिप्स, कुकीज़ व खाद्य पदार्थो को सेवन करने के स्थान पर रोस्टेड चने, रोस्टेड मूंग, रोस्टेड सोयाबीन, रोस्टेड मटर व अन्य आहारो का सेवन किया जा सकता है | रोस्टेड अनाज मे लो कैलोरी होती है |इसके साथ ही इनके सेवन से हम तले हुए खाद्य पदार्थो के सेवन से बच जाते है | जिससे हम मोटापे से सुरक्षित हो जाते है |

हम कितना भी प्रयास कर ले दीपावली के दौरान अत्यधिक कैलोरी सेवन करने मे आ ही जाती है | दीपावली के अवसर पर मौसम ठंडा होता है | यदि इस मौसम मे हम नियमित रूप से व्यायाम कर सकते है | यदि हम सुबह शाम 1-1 घंटा व्यायाम करते है तो निश्चित ही हम स्वस्थ रह पाएगे |किन्तु यदि आप इस भ्रम मे है की आप कितना भी खा ले और उसे दवा से पचा ले तो आप भ्रम मे जी रहे है |

ओमेगा 3 फेटी ऐसिड और अन्य महत्वपूर्ण तत्वो को पाने के लिए अखरोट, अलसी, सूरज मुखी की बीज, कद्दू के बीज, तिल के बीज, कद्दू के बीज, तिल्ली के बीज को अपने आहार मे शामिल किया जा सकता है | अन्य ड्राय फुर्ट्स से बचे | क्योकि अन्य ड्राय फुर्ट्स फेट से भरपूर होते है | इनके सेवन से शरीर मे बुरी कोलेस्ट्राल की मात्रा बढ़ती है |

इस प्रकार हम देखते है की दीपावली पर संतुलित रूप से आहार का सेवन करे | यदि दीपावली के अवसर पर अत्यधिक आहार सेवन करने में जाता है | तो अपने आहार में भरपूर खट्टे फल, हरी सब्जियों का सेवन करना है | इसके साथ आपको पर्याप्त समय व्यायाम को देना है | उक्त नियमो का पालन कर निश्चित ही दीपावली को सानंद बिना रोगी हुए मना सकते है |

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