सुबह उठकर पानी पीने का सही तरीका : उषापान How to Drink Water Correctly

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सुबह उठकर पानी पीने का सही तरीका : उषापान How to Drink Water Correctly

How to Drink Water Correctly
How to Drink Water Correctly

How to Drink Water Correctly by Dr.Jagdish Joshi,Life Style Expert 125

How to Drink Water Correctly – प्राय: सुबह उठते ही पानी पीने को उषापान कहते है | उषापान के बारे मे बहुत सी धारणाए फैली हुई है | यदि हम सुबह पानी पीकर स्वस्थ (Health) होना चाहते है तो हमे पानी पीने का सही तरीका मालूम होना चाहिए | कई लोग पानी प्रकृति जाने बिना पानी की अत्यधिक मात्रा पीने लगते है और अपने स्वास्थ्य को नुकसान पाहुचाते है | आज हम सुबह पानी पीने के सही तरीके के बारे मे जानेगे, ताकि हमे पानी पीने का सही लाभ मिल सके |

आखिर सुबह पानी पीने का क्या उदेश्य है ?(How to Drink Water Correctly?):

जब हम सुबह उठकर सबसे पहले पानी पीते है तो हमारे मुंह मे रात भर की लार रहती है | आपको जानकार आश्चर्य होगा की हमारे मुंह मे 24 घंटे मे 1.5 लीटर लार बन जाती है | इस प्रकार रात के 8-9 घंटो मे करीब 500 मिली लार तो बन जाती होगी, यही लार मुंह मे सुबह सुबह रहती है और जब हम सुबह उठकर बिना कुल्ला किए पानी (Water)पीते है तो यह लार हमारे पानी को अल्कलाईन कर देती है | जब हमारी आंतों (Intestine)मे अल्कलाईन पानी जाता है तो शरीर के आंतरिक अंग भी अल्कलाईन (Alkline) हो जाते है | इस प्रकार से हमे बिना दवाई के भरपूर लार मिल जाती है (Water Therapy) जो हमारे शरीर की प्रणाली के अंगो को स्वस्थ बनाने मे योगदान देती है | यही पानी हमारी आंतों (Constipation) मे पड़े हुए मल को बाहर निकालने मे मदद करता है और हम कब्ज के शिकार नही होते है |

सुबह पानी पीने की सही विधि (How to Drink Water Correctly):

प्रातकाल 1-4 ग्लास पानी जितनी आपकी क्षमता हो पानी पी सकते है | जरूरी नही की आप अत्यधिक मात्रा मे पानी का सेवन करे | आप यदि चाहे तो एक ग्लास पानी भी पी सकते है | किसी को 4 ग्लास पानी पीने से तो किसी को 1 ग्लास पानी पीने से लाभ मिल जाएगा |

पानी का तापमान कैसा हो? (What is the Temperature of Water):

जब आप सुबह पानी पीते है वह पानी आपके शरीर की प्रकृति के अनुसार होना चाहिए | यदि आपकी प्रकृति ठंडी है, अर्थात आपको ठंड लगती है, आप को सर्दी ख़ासी रहती है, पेट मे गैस होती है तो आप गुनगुना पानी पी सकते है | किन्तु यदि आपको गर्मी (Heat)अधिक लगती है, पित्त प्रकृति है, ऐसिडिटी (Acidity) रहती है तो आप मटके का ठंडा पानी पी सकते है | इस प्रकार अपनी प्रकृति के अनुसार पानी का सेवन कर सकते है |

पानी कैसे पीना है? (How to Drink Water):

पानी बैठकर धीरे-धीरे सीप कर आराम से पीना है |

जापानी पध्दति क्या कहती है? (Japanese Water Therapy before and after):

जापानी वाटर थेरेपी भी करीब-करीब भारतीय पध्दति उषापान से मिलती जुलती है | वे भी सुबह उठकर पानी पीने के अनेक चिकित्सकीय लाभ बताते है | आवश्यकता है की सुबह सही विधि से पानी पीने का तरीका हम सीखकर जीवन मे अपनाए |

सावधान:

पानी खड़े होकर कभी नही पीना है | पानी को जल्दी-जल्दी भी नही पीना है |
इस प्रकार हम देखते है की जीवन शैली की सही जानकारी होने पर हम केवल पानी के व्दारा भी अपने शरीर को स्वस्थ व निरोगी बना सकते है | आवश्यकता है की हमे स्वास्थ्य संबधित विषयो की सही जानकारी हो |
यदि आप किसी विशेष विषय पर जानकारी प्राप्त करना चाहते है तो कमेंट्स बाक्स मे संदेश दे ताकि उस विषय पर ब्लाग या यू टूयूब वीडियो बनाए जा सके |

उक्त स्वास्थ्य सम्बाधित जानकारी का प्रयोग अपने शरीर की प्रकृति के अनुसार ही करे |

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