मखाना खाने के चमत्कारिक फायदे (Makhane Khane ke Fayde in Hindi)

#makhanakhanekefayde
#MakhaneKhanekeFayde

मखाना खाने के चमत्कारिक फायदे (Makhane Khane ke Fayde in Hindi)

मखाना खाने के चमत्कारिक फायदे (Makhane Khane ke Fayde in Hindi)- Dr.Jagdish Joshi, Lifestyle Expert125

प्रकृति ने हमें अनेक अनमोल उपहार दिए है | इनमे से कुछ आहार ऐसे है, जो हमें स्वाद के साथ-साथ स्वास्थ्य के लिए भी लाभदायी है | इन उपहारों में मखाना भी एक दिव्य आहार है | कमल के बीज को प्रोसेस करने के बाद मखाना बनता है |

मखाने का सेवन कर आप अपने शरीर के लिए आवश्यक पोषक तत्वों को प्राप्त कर सकते है | यदि हम अपने रसोईघर में मखाने को स्थान देते है तो हमारा सम्पूर्ण परिवार स्वस्थ व निरोगी होता है |

मखाने में अनेक पोषक तत्व पाए जाते है (Makahana Nutrition value in hindi) :

प्रोटीन (Protein):
मखाना प्रोटीन का एक श्रेष्ठ स्रोत है | इसके सेवन से शरीर की क्षतिग्रस्त कोशिकाए रिपेयर होती है | एक कप मखाने में 5-6 ग्राम प्रोटीन पाया जाता है |

कार्बोहाईड्रेट(Carbohydrates):
मखाने में उच्च श्रेणी का कार्बोहाईड्रेट पाया जाता है | कार्बोहाईड्रेट ऊर्जा का मुख्य स्त्रोत है | एक कप मखाने में 25-30 ग्राम काब्रोहाईड्रेट पाया जाता है |

रेशा(Fiber):
मखाने में भरपूर मात्रा में रेशा पाया जाता है | रेशा हमारे पाचन व रक्त में कोलेस्ट्राल की मात्रा को नियंत्रित रखता है | एक कप मखाने में करीब 3-4 ग्राम रेशा पाया जाता है |

मैग्नेशियम(Magnesium):
मखाना मैग्नेशियम का भंडार है | मैग्नेशियम हमारे शरीर की मांसपेशियों व हड्डियों को शक्ति प्रदान करता है |एक कप मखाने में करीब 120-130 मिली ग्राम मेग्नेशियम पाया जाता है |

पोटेशियम(Potassium):
मखाने में भरपूर मात्रा में पोटेशियम पाया जाता है | मखाने का सेवन करने से रक्तचाप अपने उचित स्तर पर रहता है | एक कप मखाने में 350-400 मिली ग्राम पोटेशियम पाया जाता है |

केल्शियम (Calcium):
मखाना केल्शियम का भण्डार है | मखाने के सेवन से शरीर की हड्डियों व दांतों को शक्ति मिलती है |

लोह तत्व(Iron):
मखाने में भरपूर मात्रा में लोहा भी पाया जाता है | इसके सेवन से शरीर स्वस्थ होता है व शरीर की लाल रक्त कोशिकाओं में वृध्दि होती है | एक कप मखानो में 1-2 मिली ग्राम लोह तत्व पाए जाते है |

झिंक(Zinc):
मखाने में झिंक पर्याप्त मात्रा में पाया जाता है | मखाने के सेवन से शरीर की जीवनी शक्ति में वृध्दि होती है |एक कप मखाने में 0.5-1 मिली ग्राम झिंक पाया जाता है |

मखाने में अनेक चिकित्सकीय गुण पाए जाते है (Benefits of makhana in Hindi) :

हमेशा युवा बनाए रखे (Anti Aging Property):
मखाने में भरपूर एंटी आक्सीडेंट गुण पाए जाते है | एंटी आक्सीडेंट गुणों की वजह से हमारे शरीर की कोशिकाओं को क्षति नहीं पहुचती है |इस वजह से मखाने का सेवन करने वाले हमेशा युवा बने रहते है |

मखाने का अनियमित सेवन करने से त्वचा हमेशा ओज व चमक से परिपूर्ण होती है | इससे व्यक्ति हमेशा जवान बना रहता है |

सूजन से मुक्ति (Anti-inflammatory):
मखाने में शरीर को सूजन से सुरक्षित रखने का गुण पाया जाता है | इस वजह से सूजन की कारण होने वाली बीमारिया जैसे जोड़ो का दर्द व शरीर के किसी अंग में सूजन से व्यक्ति का शरीर सुरक्षित रहता है |

पाचन सम्बंधित समस्या से मुक्ति (Digestive health):
मखाने में भरपूर मात्रा में रेशा पाया जाता है | मखाने के सेवन की वजह से पाचन प्रणाली को भरपूर रेशा मिलता है | इस वजह से व्यक्ति कब्ज से मुक्त होता है | यदि व्यक्ति कब्ज से मुक्त है तो उसे किसी भी प्रकार की बीमारी होने की संभावना पूर्ण तह ख़त्म हो जाती है | मखाने में पाया जाने वाला एन्जाईम प्रोटीन व कार्बोहाईड्रेट के पाचन में सहायक होता है |

मखाने का सेवन करने से मोटापे से मुक्ति (Low in Calories):
मखाने में भरपुर मात्रा में पोषक तत्व पाए जाते है | किन्तु मखानो में कैलोरी बहुत कम पायी जाती है | एक कप मखाने में 100-120 कैलोरी पायी जाती है | इस वजह से यह एक लो कैलोरी स्वल्पाहार के रूप में सेवन की जा सकती है | इसमें कम केलोरी होने की वजह से वजन कम करने वालो के लिए यह एक श्रेष्ठ स्वल्पाहार है |

मखाने का सेवन ह्रदय रोग से सुरक्षा (Cardiovascular Health):
मखाने में पाया जाने वाला पदार्थ रक्त से कोलेस्ट्राल व ट्रायग्लिसराईड की मात्रा को उचित स्तर पर बनाये रखता है | इस वजह से मखाने का सेवन करने वाले हृदय रोग से सुरक्षित रहते है |

मखाने का सेवन करने से सदैव युवा बनाये रखे(Anti-aging properties):
मखाने में एंटी आक्सीडेंट गुण पाए जाने की वजह से इसका सेवन करने वाले हमेशा युवा रहते है | क्योकि इसमें फ्री रेडिकल्स से शरीर को सुरक्षा प्रदान करने का गुण पाया जाता है | मखाने का सेवन करने से एजिंग प्रोसेस धीमी हो जाती है |

मखाने का सेवन करने सेस्वस्थ किडनी (Kidney health):
मखाने का सेवन किडनी को स्वस्थ व निरोगी बनाता है | मखाने के सेवन से किडनी स्टोन व यूरिनरी ट्रेक के संक्रमण से सुरक्षा होती है | मखाने के सेवन से मूत्र की मात्रा में वृध्दि होती है | मखाने के सेवन से किडनी सुचारू रूप से कार्य करती है |

मखाने का सेवन करने से गहरी नींद (Sleep aid):
मखाने का सेवन मन को शांत करता है | इस वजह से नींद गहरी आती है | इसके सेवन से नींद गहरी आती है | मखाने का सेवन पुरातन काल से ही अनिद्रा रोग को दूर करने में हो रहा है |

मखाने का सेवन करने से जीवनी शक्ति में वृध्दि (Immune system support):
मखाने में विशेष प्रकार का तत्व पाया जाता है | मखाने का सेवन शरीर की जीवनी शक्ति में वृध्दि होती है |

मखाने का सेवन करने से स्वस्थ व सुंदर त्वचा (Promote healthy skin):
मखाने के नियमित प्रयोग से त्वचा में ओज व सुन्दरता आती है | क्योकि त्वचा की सुन्दरता के लिए आवश्यक तत्व जैसे प्रोटीन, जिंक, विटामिन बी पाया जाता है | इन पोषक तत्वों के सेवन से कोलेजन का उत्पादन होता है | इस वजह से त्वचा पर बढ़ती उम्र की वजह से झुरियाँ नही पड़ती है | त्वचा स्वस्थ व ओजमय हो जाती है |

मखानो में अनेक औषद्यीय गुण पाए जाते है | इसके सेवन से शरीर की सूजन, पाचन संबधित रोग, ह्रदय रोग, किडनी के रोग, अनिद्रा, जीवनी शक्ति जैसे अनेक रोगों में प्रभावी लाभ मिलता है | इस प्रकार हम देखते है की मखाने का सेवन शरीर को सर्वागींण रूप से लाभ देता है |

मखाने का सेवन हम विभिन्न प्रकार से कर सकते है (Health Benefits of Lotus Seeds):

मखाने का सेवन सेक कर (Roasted):
मखाने को शुध्द घी के साथ हल्की आंच पर सिकाई कर प्रयोग में लाया जा सकता है | मखाने की सिकाई करने से मखाने कुरकुरे हो जाते है | मखाने को सकने के बाद इसमें नमक, जीरा व अन्य मसाले अपने स्वादानुसार प्रयोग कर सकते है | इस प्रकार मखानो का स्वाद बढ़ जाता है |

मखाने का सेवन पानी में पकाकर (Boiled):
मखाने को पानी में पका ले | पानी में मखाने को पकाने के बाद इसमे काला नमक, काली मिर्च, जीरा पावडर मिलाकर सेवन किया जा सकता है | इस प्रकार एक श्रेष्ठ पोषक आहार बन जाता है |

मखाने की कडी व सूप (Curries and Soups):
मखाने का प्रयोग कड़ी व सूप में किया जा सकता है | मखाने को कडी व सूप में उबालकर प्रयोग में लाया जा सकता है |इस प्रकार एक स्वादिष्ट सूप व कढी तैयार हो जाती है |

मखाने का स्वल्पाहार(Snacks):
सीके हुए मखाने को आप स्वल्पाहार के रूप में प्रयोग कर सकते है | क्योकि मखाने सुपाच्य व स्वाद से भरे हुए होते है | यदि आप मखानो को और स्वादिष्ट बनाना चाहते है तो आप इसके साथ सीके हुए काजू, बादाम, कद्दू के बीजो के साथ अन्य सूखे मेवो का प्रयोग भी कर सकते है | इसके सेवन से आप स्वादिष्ट व पोष्टिक स्वल्पाहार का लाभ ले पायेगे |

मखाने का डेसर्ट (Desserts):
मखाने का प्रयोग खीर, पुडिंग,आईसक्रीम व अन्य खाद्य पदार्थो में किया जाता है | इसे इन खाध पदार्थो में प्रयोग में लाने के पुर्व दूध व शक्कर में उबाल ले | इसके बाद इन खाद्य पदार्थो में मिला ले | इस प्रकार इन खाद्य पदार्थो का स्वाद व पोष्टिकता बढ़ जाती है |

मखाना एक दिन में कितना खाना चाहिए?(Makhane Khane ke Fayde in Hindi):
मखाने के सेवन से हमें अनेक लाभ मिलते है | किन्तु किसी भी आहार की अति मात्रा का सेवन करना शरीर को नुकसान पहुचाता है | इसलिए एक व्यवस्क व्यक्ति को 25 -30 ग्राम मखाना से अधिक नही खाना चाहिए | एक सामान्य व्यक्ति की भाषा में एक मुट्ठी में जितना मखाना आता है उतना ही मखाना खाना चाहिए |

दूध में मखाना डालकर खाने से क्या फायदा होता है ? गर्म दूध में मखाना खाने से शरीर को निम्न लिखित लाभ होते है (Makhane Khane ke Fayde):

शरीर उर्जावान होता है |

अनिद्रा की समस्या में लाभ होता है |

जोड़ो के दर्द से मुक्ति मिलती है |

शरीर की हड्डिया मजबूत होती है |

पाचन सम्बंधित रोगों से मुक्ति मिलती है |

ह्रदय रोग में लाभप्रद है |

उच्च रक्तचाप को नियंत्रित रखता है |

मखाने की तासीर क्या होती है?:
मखाने की तासीर ठंडी होती है | मखाना लो कैलोरी फूड है |मखाने की कैलोरी वेल्यू कम होती है | इसलिए इसके सेवन से वजन नही बढता है |

क्या स्कीन एलर्जी में मखाना खाना चाहिए?:
जिन व्यक्तियों को एलर्जी की समस्या होती है उन्हें मखानो का सेवन नही करना चाहिए |

मखाने खाने का सबसे अच्छा समय कौनसा है?(Makhane Khane ke Fayde): मखाने खाने का सही समय दो भोजन के बीच है | दोपहर में नाश्ते के रूप में इसका सेवन किया जा सकता है | रात्री को भूख लगने पर मखाने का सेवन किया जा सकता है | वैसे इसे सुबह नाश्ते के रूप में भी सेवन किया जा सकता है | यह एक हल्का व सुपाच्य स्वल्पाहार है |

क्या मखाना खाने से वजन बढ़ता है क्या?(Makhane Khane ke Fayde) :
नियमित रूप से मखाना खाने से वजन कम होता है | क्योकि मखाने में भरपूर मात्रा में रहा होता है | मखाने के माध्यम से रेशे का सेवन करने से व्यक्ति आहार की सिमित मात्रा का सेवन करता है | मखाने खाने से प्रोटीन फूड की क्रेविंग भी कम होती है | मखाने को आहार में शामिल करने से ब्लड शुगर का लेवल भी कम होता है | इस प्रकार हम मधुमेह में सुरक्षित जीवन जी सकते है |

रात में मखाने खाने से क्या होता है :
रात को सोने के पूर्व 8-10 मखाने व एक ग्लास दूध का सेवन करने से गहरी नींद आती है | क्योकि मखाने में मन को शांत करने का गुण पाया जाता है |

इसलिए जिन्हें अनिद्रा की समस्या हो, वे मखाने व दूध का सेवन सोने के पूर्व कर आसानी से गहरी नींद का लाभ ले सकते है |

मखाना किसे नहीं खाना चाहिए?:
एसिडिटी के रोगी को मखाने का सेवन नही करना चाहिए | मखाने में प्रोटीन व फाईबर पाया जाता है | इस वजह से गैस की समस्या हो जाती है | जिन्हें स्टोन की समस्या है उन्हें भी मखाने का सेवन नही करना चाहिए |

मखाने खाने का सही तरीका क्या है?(Makhane Khane ke Fayde in Hindi):
यदि आप अपने स्वास्थ्य के प्रति सजग है, तो आपको सुबह खाली पेट मखाने का सेवन अवश्य करना चाहिए | क्योकि मखाना एंटी आक्सीडेंट तत्व व केल्शियम से परिपूर्ण होता है |

मखाने में कौनसा विटामिन पाया जाता है?(Makhane Khane ke Fayde in Hindi):
मखाने में केल्शियम, मेग्नेशियम, प्रोटीन, आयरन व रेशा भरपूर मात्रा में पाया जाता है | इसके अतिरिक्त मखाने में एंटी आक्सीडेंट व एंटी बैक्टीरियल गुण पाए जाते है | इसके साथ ही मखाने में स्वस्थ वसा, फास्फोरस पाया जाता है | इसे सुबह खाली पेट सेवन किया जा सकता है |

मखाने में सबसे ज्यादा क्या पाया जाता है? (Lotus Seeds Nutrition):
प्रति 100 ग्राम मखाने में 9.7% प्रोटीन, 76%कार्बोहाईड्रेट, 12.8% नमी, 0.01 वसा, 0.05 %खनिज लवण, 0.9% फास्फोरस व 1.4 मिली ग्राम लोह तत्व पाया जाता है |

मखाने खाने से नुकसान क्या है?:
मखाने अधिक मात्रा में खाने से गैस की समस्या हो सकती है | क्योकि मखाने में फाईबर अत्यधिक मात्रा में पाया जाता है | इसलिए यदि आपको गैस या कब्ज की समस्या रहती है, तो आपको मखाने का सेवन नही करना चाहिए |

मखाना किस चीज से बनता है?:
मखाना एक प्रकार का बीज है | मखाना यूरियाल फफेराक्स पोधे से प्राप्त होता है | इस पोधे को फास नट्स या कमल के बीज भी कहा जाता है | मखाने की खेती सम्पूर्ण एशिया में खेती होती है | मखाने का सेवन पारम्परित रूप से दवा के रूप में किया जाता है |

मखाना दूध के साथ कैसे लेते है?(Makhana ke Fayde) :
कढाई में एक चाय का चम्मच घी डाले | मखाने को कुरकुरे होने तक हल्का सेक ले | अब दूध को अच्छी तरह से गर्म कर ले | इस दूध में मखाने को डालकर अच्छी तरह से उबाले | इस दूध में केसर व ड्राय फ्रूट्स डालकर सर्व करे |

क्या मखाना विटामिन डी के लिए अच्छा है?:
मखाना केल्शियम का भण्डार है | किन्तु मखाने में विटामिन डी नहीं होता है |

एक किलो मखाना कितने का होता है:
मखाने का मूल्य उसके आकार व श्रेणी के अनुसार होता है | सामान्य रूप से फुटकर बाजार में मखाना 400 से 800 रूपये में मिल जाता है |

क्या गर्मी में मखाना खा सकते है?:
मखाना सेहत का खजाना है | आप मखाने को गर्मी में खा सकते है | क्योकि मखाने की प्रकृति ठंडी होती है | आप गर्मी में मखाने का रायता या दूध के साथ इसका सेवन कर सकते है |

मखाना महंगा क्यों है?:
सामान्य रूप से मखाना बाजार में रूपये 400 से 800 किलो मिलता है | मखाना महँगा इसलिए है, क्योकि इसे प्रोसेस करने में बहुत मेहनत लगती है | इस वजह से मखाना मंहगा बिकता है |

क्या वजन घटाने के लिए मखाना अच्छा है?(Makhana ke Fayde for Weight Loss):
मखाना प्रोटीन व कार्बोहाईड्रेट का भण्डार है | मखाने में कोलेस्ट्राल, संतृप्त वसा व सोडियम बहुत कम होता है | मखाना खाने के बाद भरे पेट का अहसास होता है | इसलिए मोटापे के शिकार व्यक्ति को मखाने का उचित मात्रा में सेवन करना चाहिए |

मखाना कहा पैदा होता है?:
देश का 80% मखाना बिहार में पैदा होता है | इसके अतिरिक्त देश के पुर्वी व उत्तर इलाके में इसकी खेती होती है |तालाब व पोखर वाले क्षेत्र में इसकी खेती होती है | असम, मेधालय के साथ-साथ ओड़िसा में इसे उत्पादित किया जाता है |

मखाने के लिए कौनसा शहर प्रसिध्द है?:
मखाने के लिए बिहार राज्य का कटिहार व पूर्णिया प्रसिध्द है | कटिहार में कटिहार शहर व कडा गोला दो महत्वपूर्ण शहर है | पूर्णिया में हरदा, सपने, खुश्की बाग़, बिलोरी व गुलाब बाग़ महत्वपूर्ण बाजार है |

कौनसा देश भारत से मखाना आयात करता है?:
हमारे देश का अधिकाँश मखाना संयुक्त राज्य अमेरिका,कनाडा व आस्ट्रेलिया निर्यात किया जाता है | हमारा देश विश्व का सबसे बड़ा मखाना निर्यातक देश है |

मखाने की खोज किसने की थी?:
मखाना की खेती का प्रारंभ बिहार के मिथिलाचल क्षेत्र मधुबनी में हुई थी | यही पर किसानो के समूह के द्वारा मखाने की खेती की जाती थी |

क्या थायराईड में मखाना खा सकते है क्या?:
मखाने में सेलिंनियम भरपूर मात्रा में पाया जाता है | इंडो क्रिनोलाजी के इंटरनॅशनल जर्नल में प्रकाशित रिपोर्टे के अनुसार सेलिनियम थायराईड ठीक करता है | इसलिए थायराईड सम्बंधित रोग में मखाना खा सकते है |

आवश्यक सूचना :
उक्त जानकारी सामान्य स्वास्थ के अनुसार दी गयी है | यदि आप किसी रोग विशेष के शिकार है तो आपको मखाने को सेवन चिकित्सक के परामर्श से ही करे |

Share to...