सावधान – क्या आप अत्यघिक ठंडा पानी पीते है?Cold Water Side Effect
सावधान – क्या आप अत्यघिक ठंडा पानी पीते है?Cold Water Side Effect – Dr.Jagdish Joshi, Lifestyle Expert125
Cold Water Side Effect -प्राय: गर्मी के मौसम में ठंडा पानी पीना बहुत अच्छा लगता है | ख़ास तोर पर जब हम गर्मी के मौसम में बाहर से घर आते है या जब हमारे बच्चे खेल कर आते है | या जब बच्चे खाना खाने के बाद फ्रिज खोलकर पानी की बॉटल निकालकर तेजी से पानी पीने लगते है | ऐसी अवस्था में फ्रिज का पानी आनंद दे देता है | किन्तु यह आनंद हमारे स्वास्थ्य की कीमत पर होता है |आपको जानकर आश्चर्य होगा की मेरे घर में फ्रिज में पानी की बॉटल नहीं रहती है |
क्या आप जानते है फ्रिज का अत्यधिक ठंडा पानी आपके स्वास्थ्य पर कितना गलत प्रभाव डालता है | फ्रिज का पानी स्वास्थ को गंभीर नुकसान पहुंचाता है |
शरीर की ऊर्जा कम हो जाती है(Dis advantage of Drinking Cold Water):
यदि आप अत्यधिक मात्रा में चिल्ड ठंडा पानी पीते है तो शरीर की ऊर्जा कम हो जाती है | क्योकि जब हम अत्यधिक मात्रा में चिल्ड ठंडा पानी पीते है तो शरीर की चयापचय क्षमता (Metabolism)कम हो जाती है | जैसे ही शरीर की चयापचय क्षमता कम होती है तो शरीर की ऊर्जा भी घटने लगती है |
शरीर में पानी की कमी हो जाती है ?(Cold Water Side Effect) :
जब हम अत्यधिक चिल्ड ठंडा पानी पीते है तो कम पानी से ही प्यास बुझ जाती है | इस वजह से हम पर्याप्त पानी नहीं पीते है | इस कारण शरीर में पानी की कमी (Dehydration) हो जाती है | जबकि सामान्य तापमान का पानी पीने से हम पर्याप्त मात्रा में पानी पी सकते है |
अत्यधिक ठन्डे पानी का सेवन हृदय के स्वास्थ्य को प्रभावित करता है :(Dis advantage of Drinking Cold Water):
जब हम अत्यधिक चिल्ड ठंडा पानी पीते है तो हमारी वेगस नर्व प्रभावित होती है | वेगस नर्व शरीर की सबसे बड़ी नर्व है | यह नर्व गर्दन से होते हुए हृदय, फैफड़ो व पाचन क्रिया को प्रभावित करती है |
जब भी आप अत्यधिक ठंडा पानी पीते है तो वेगस नर्व ठंडी हो जाती है | इस वजह से हृदय की गति धीमी हो जाती है | इस प्रकार नियमित रूप से अत्यधिक ठंडा पानी पीने से हृदय का स्वास्थ्य बुरी तरह से प्रभावित होता है |
रक्त संचार धीमा होता है(Thande Pani Ke Nuksan) :
अत्यधिक ठंडा पानी पीने से शरीर के अंगों में शिथिलता आती है | इस वजह से रक्त संचार धीमा होता है | रक्त संचार के धीमा होने से शरीर आलस्यमय हो जाता है | क्योकि रक्त के धीमा होने के कारण शरीर के विभिन्न अंगो को पर्याप्त मात्रा में रक्त प्राप्त नहीं होता है |
शरीर कुपोषण शिकार हो जाता है(Thande Pani Ke Nuksan) :
जब आप अत्यधिक ठंडा पानी पीकर आहार का सेवन करते है तो शरीर कुपोषण का शिकार हो जाता है | क्योकि अत्यधिक ठंडा पानी जिसका तापमान 37 डिग्री सेल्शियस होता है ओर शरीर का तापमान 98.6 डिग्री फेरनहाइट होता है | शरीर कम तापमान वाले पानी को शरीर के तापमान में लाता है| इस वजह से शरीर की अत्यधिक ऊर्जा खर्च हो जाती है | इस वजह से शरीर द्वारा सेवन किये गए भोजन का अच्छी तरह से अवशोषण नहीं हो पाटा है | इस वजह से शरीर को पर्याप्त पोषक तत्व नहीं मिल पाते है | इस कारण शरीर कुपोषण का शिकार हो जाता है |
आयुर्वेद के मतानुसार अत्यधिक ठंडा पानी(Side Effect of Drinking Cold Water) :
आयुर्वेद के अनुसार अत्यधिक ठंडा पानी का सेवन हमारी पाचन अग्नि को धीमा करता है | इस वजह से हम कफ व वायु रोग के शिकार हो जाते है | इसलिए आयुर्वेद भी अत्यधिक ठन्डे पानी के सेवन को नकारता है |
तो क्या हम फ्रिज में पानी की बॉटल रखना बंद कर दे? बिलकुल जब आप फ्रिज के अत्यधिक ठन्डे पाने के दुष्प्रभाव के बारे में जानेगे तो निश्चित ही फ्रिज में पानी की बोतल नहीं रखेंगे |
अब आपके मन में प्रश्न उठना चाहिए की फ्रिज का ठंडा पानी न पीये तो क्या गर्म पानी पीये ? नही हमें फ्रिज के पानी या अत्यधिक ठन्डे पानी के शरीर पर पड़ने वाले प्रभाव के बारे में जानना होगा | क्या हम अत्यधिक ठंडा पानी पीकर अपने स्वास्थ्य को खतरे में तो नहीं डाल रहे है?आप मटके का ठंडा पानी पी सकते है |
ठंडा पानी पीने के दुष्प्रभाव(Cold Water Drinking Side Effect) :
गर्मी के मौसम में पानी का पर्याप्त सेवन करना बहुत आवश्यक है | यदि आप गर्मी के मौसम में पर्याप्त मात्रा में पानी का सेवन नहीं करते है तो शरीर में पानी की कमी हो जाती है | शरीर को अनेक समस्याओ का सामना करना पड़ता है |
अत्यधिक ठंडा पानी पीने से पाचन की समस्या होती है :
प्राय : देखा गया है की उनके युवा बच्चे भोजन के तुरंत बाद ठंडा चिल्ड पानी पीते है | आप अत्यधिक ठंडा पानी पीते है तो आंतो में सिकुड़न आती है | क्योकि जब भी किसी पदार्थ को अत्यधिक ठन्डे पानी में डाला है तो वह सिकुड़ता है | वैसे भी शरीर का तापमान। 37 डिग्री सेल्शियस होता है | ठन्डे पानी का तापमान 6-12 डिग्री सेल्शियस होता है | तो आप सोचिये दोनो तापमान में इतना अधिक अंतर होने पर आंते क्यों नहीं सिकुडेगी ?
जब आप अत्यधिक ठंडा पानी पीते है तो पाचन प्रणाली पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ता है | अत्यधिक ठंडा पानी पीने से कब्ज, पेट का फूलना जैसी समस्या हो जाती है | क्योकि जैसे ही अत्यधिक ठंडा पानी पाचन प्रणाली में जाता है | वह पाचन को अत्यधिक धीमा कर देता है | पेट फूलना व अन्य इसी तरह की अनेक पाचन सम्बंधित समस्याए पैदा हो जाती है |
क्योकि पाचन के लिए सामान्य तापमान के पानी की आवश्यकता होती है | इसीलिये हम ठण्ड के मौसम में गर्म पानी पीकर भोजन का पाचन आसान कर लेते है | किन्तु गर्मी में गर्म पानी पीना संभव नहीं है | किंतु अत्यधिक ठंडा पानी पीना भी गलत है ना |
इसलिए जब भी प्यास लगे सामान्य मटके के पानी पीने की सलाह दी जाती है | मटके का अधिक ठंडा पानी भी शरीर पर कोई प्रतिकूल प्रभाव नही डालता है |
अत्यधिक ठंडा पानी सिरदर्द का कारण (Cold Water Side Effect ):
जब आप अत्यधिक ठंडा पानी पीते है तो सिरदर्द की समस्या हो जाती है | क्योकि अत्यधिक ठंडा पानी पीने से रीढ़ की कई संवेदन शील नसे ठंडी हो जाती है | ये मस्तिष्क को सन्देश देती है और सिरदर्द हो जाता है | इसके साथ ही जिन्हे सर्दी की समस्या है वे सायनस के शिकार हो जाते है |
अत्याधिक ठंडा पानी मोटापा बढ़ाता है(Cold Water Side Effect) :
जब आप अत्यधिक ठंडा पानी पीते है तो आप मोटापे के शिकार हो जाते है | जो लोग मोटापे से मुक्ति पाना चाहते है उन्हें ठंडा पानी कदापि नहीं पीना चाहिए | ठंडा पानी पीने से शरीर में कफ व वायु की शिकायत हो जाती है | क्योकि आयुर्वेद के अनुसार कफ व वायु का बढ़ना मोटापे का बहुत बड़ा कारण है |
जैसा की हम पूर्व में चर्चा कर चुके है की अत्यधिक ठन्डे पानी का सेवन हमारी पाचन प्रणाली को बुरी तरह से प्रभावित करता है | इस वजह से शरीर की चयापचय प्रणाली प्रभावित होती है | जब आपकी चयापचय प्रणाली कमजोर होगी तो आप मोटापे से कैसे मुक्ति पाएंगे |
इसलिए जो मोटापे से मुक्त होना चाहते है उन्होंने कभी भी अत्यधिक ठन्डे पानी का सेवन बिलकुल नहीं करना चाहिए |
ठंडा पानी पीने से क्या नुकसान होता है ?:
ठंडा पानी पीने से आपका वजन बढ़ जाएगा | कब्ज की शिकायत हो जाएगी | भोजन का पूर्ण पाचन नहीं होगा | सिरदर्द की समस्या हो सकती है | सायनस की समस्या हो सकती है | गले में संक्रमण हो सकता है |
ठंडा पानी पीने से कौनसी बीमारी होती है?(Cold Water Side Effect) :
ठंडा पानी पीने से आप अनेक रोगो को निमंत्रण देना है | अत्यधिक ठंडा पानी पीने से श्वसन तंत्र की म्यूकोसा नाम की सुरक्षा सतह सिकुड़ जाती है | इस वजह से गला संक्रमण का शिकार हो जाता है |
ठंडा पानी पीने से जुकाम क्यों होता है?(Cold Water Side Effect) :
यदि आपकी इम्युनिटी कमजोर है| आप को बार बार सर्दी की शिकायत रहती है | तो ऐसे लोगो के लिये फ्रिज का ठंडा पानी गले को गंभीर नुकसान पहुंचाता है | इसलिए इस प्रकार के व्यक्तियों को ठंडा पानी तो कदापि नहीं पीना चाहिए |
ठंडा पानी कब पीना चाहिए?: (Cold Water Side Effect) :
अत्यधिक ठन्डे पानी का सेवन शरीर में कफ के उत्पादन को बढ़ाता है | अत्यधिक ठंडा पानी पाचन प्रणाली को बुरी तरह से प्रभावित करता है | इसलिये कभी भी अत्यधिक ठन्डे पानी का प्रयोग नहीं करना चाहिए |
फ्रिज का ठंडा पानी पीने से प्यास भी नहीं बुझती है |
आप मटके का ठंडा पानी पी सकते है | मटके का ठंडा पानी कभी भी नुकसान नहीं पहुंचाता है |
फ्रिज का ठंडा पानी पीने से क्या होता है ? (Cold Water Side Effect) :
फ्रिज का ठंडा पानी स्वास्थ्य पर प्रतिकूल प्रभाव डालता है | इसलिये फ्रिज का ठंडा पानी कभी न पीये | मटके का या प्राकृतिक रूप से ठंडा किया पानी कभी भी नुकसान नहीं पहुचाता है |
सुबह खाली पेट ठंडा पानी पीने के फायदे(Cold Water Side Effect) :
सुबह मटके का ठंडा पानी पीने से पेट की अच्छे से सफाई होती है | शरीर में ऐसिड की मात्रा नहीं बढ़ती है | शरीर की अनावश्यक गैस से मुक्ति होती है | सुबह ठंडा पानी पीने से शौचालय में अत्यधिक समय नहीं बिताना पडता है | शौच सहजता से हो जाती है |
आवश्यक निर्देश :
उक्त जानकारी सामान्य स्वास्थ्य के अनुसार दी गयी है | यदि आप रोग विशेष के शिकार है तो आपको अपने चिकित्सक के परामर्श के अनुसार ही पानी का सेवन करना चाहिए | यदि आप अत्यधिक सर्दी या कफ से परेशान है तो आपके लिए मटके का पानी भी उचित नहीं है | अत: अपने शरीर की प्रकृति के अनुसार व चिकित्सक के परामर्श से ही ठन्डे पानी का सेवन करे |
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