ह्रदय बायपास की संभावना को ख़त्म करे Heart By Pass

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ह्रदय बायपास की संभावना को ख़त्म करे (Heart By Pass) -Dr.Jagdish Joshi, Lifestyle Expert 125

Heart By Pass
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Heart By Pass -आज के समय में हृदय रोग तेजी से फैल रहा है | व्यक्ति को मालुम ही नहीं होता है ओर व्यक्ति हृदय रोग का शिकार हो जाता है | आज के समय में युवा लोग बड़ी संख्या में हृदय रोग के शिकार हो रहे है |

हमारे द्वारा अपनाई जा रही गलत जीवन शैली ही ह्रदय रोग का कारण है | गलत जीवन शैली की वजह से रक्त में नकारात्मक कोलेस्ट्रॉल की मात्रा (High Cholesterol Level), एंजाइना पेन (Angina), हृदय रक्त का प्रदाय नहीं करता है (Congestive Heart Failure) ऐसे अनेक ह्रदय रोग हो जाती है | इसके साथ ही रक्त का ऐसिडिक होना हृदय रोग का कारण है |

हृदय रोग की वजह से विश्व में लाखो लोग मौत के मुंह में असमय चले जाते है | इसमें युवाओ की बहुत बड़ी संख्या होती है | क्योकि युवा लोग गलत जीवन शैली तो जीते ही है साथ ही अत्यधिक तनाव के शिकार रहते है | इस वजह से वे ह्रदयाघात के शिकार हो जाते है |

इसके साथ ही बुजुर्ग तो बुजर्ग व युवाओ के बड़ी संख्या में ह्रदय के बायपास (Heart By Pass) के आपरेशन हो रहे है | जो की एक गंभीर चिंता का विषय है |

केवल सही जीवन शैली व सकारात्मक आहार से ही हृदय रोग से सुरक्षित जीवन जीया जा सकता है |

आखिर हृदय रोग क्यों होता है? (Heart By Pass) :

हृदय रोग का मुख्य कारण हमारे द्वारा गलत जीवन शैली जीना है | जब हम निरतंर गलत जीवन शैली जीते है तो नकारात्मक कोलेस्ट्रॉल हमारे हृदय को संचालित करने वाली रक्त वाहिनियों में जमता जाता है | जब यह कोलेस्ट्रॉल अत्यधिक मात्रा में जम जाता है तो यह हृदय को कार्य करने से रोकता है | अर्थात हृदय बहुत मुश्किल से कार्य कर पाता है | जब हृदय को रक्त की आपूर्ति नहीं हो पाती है तो हृदय रोगी हो जाता है |

आखिर ह्रदय को कैसे स्वस्थ रखे ?:

Heart By Pass
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ह्रदय को संचालित करने वाली आर्टरीज में रक्त का प्रवाह बाधित न हो | इसलिए लिए इनमे कोलेस्ट्रॉल ज़मने से रोकना होगा | यदि हम रक्त में कोलेस्ट्रॉल की मात्रा को उचित स्तर पर रख पाए तो निश्चित ही हृदय को सुरक्षित रख पाएगे |

इसके साथ ही रक्त का अम्लीय होना अर्थात एसिडिक होना भी हृदय रोग का कारण बनता है | रक्त को क्षारीय बनाना हृदय रोग से सुरक्षित रखता है |

इस समस्त उदेश्यो को लोकी पूरा करती है | यदि हम लोकी के जूस का नियमित रूप से सेवन करते है तो निश्चित कोलेस्ट्रॉल के स्तर को नियंत्रित कर पाएंगे | इसके साथ ही बायपास की संभावना को भी ख़त्म कर पाएंगे |

तो आइए रक्त से कोलेस्ट्रॉल के स्तर को नियंत्रित करने के लिए लोकी के रस के प्रयोग के बारे में जानते है |

आवश्यक सामग्री(Required Material ) :

250 ग्राम लोकी, 20 पोदीने के पत्ते, 10 तुलसी के पत्त्ते व 5 काली मिर्च का पावडर |

विधि(Process) :

लोकी का छिलका निकाल ले | लोकी को बारीक-बारीक काट ले | अब इसमें पोदीने के पत्ते, तुलसी के पत्ते व 5 काली मिर्च का पावडर मिला ले | इन सब सामग्री में 50 मिली पानी मिला ले | अब मिक्सर में इसे पीस ले | थोड़ा पीस जाने के बाद इसमें 100 मिली पानी मिलाकर पुन मिक्सर चला ले | अब इस पीसी हुई सामग्री को छान ले |

सेवन करने की विधि (Heart By Pass) :

लोकी के जूस रस को सुबह खाली पेट पी ले | इसके सेवन के 1-2 घंटे तक कोई आहार ग्रहण न करे |

आवश्यक सावधानी (Special Precaution):

लोकी के जूस का सेवन करते समय कुछ आवश्यक सावधानियो का पालन करना है | तब ही आप इस प्रयोग से लाभ ले सकते है | क्योकि हम जब इसके समस्त तथ्यों की जानकारी होनी चाहिए |

सबसे प्रमुख सावधानी (Heart By Pass) :

लोकी का रस बनाने के पूर्व लोकी को चख लेना चाहिए | क्योकि कई बार लोकी में केमिकल बहुत अधिक होता है | लोकी में अधिक केमिकल होना जानलेवा हो जाता है | खून की उल्टी भी हो सकती है | इसलिए लोकी का प्रयोग करने के पुर्व लोकी को चखना बहुत आवश्यक है |

यदि लोकी जैविक हो तो कोई चिंता की बात नहीं रहती है | किन्तु लोकी की जाँच कर के ही लोकी का उपयोग करना है |

यदि आपकी खून पतला करने की दवाई चल रही है तो आपको इस प्रयोग को चिकित्सक के मार्गदर्शन में ही करना है |

इस प्रयोग से दस्त लग सकती है | तो डरने की आवश्यकता नहीं है | कई बार पेट साफ होता है | किन्तु दस्त अधिक हो तो चिकित्सकीय परामर्श अवश्य ले |

यदि आपकी उच्च रक्तचाप की दवा चल रही है तो समय समय पर चिकित्सक से इस बाबद परामर्श अवश्य ले ताकि गोली की मात्रा को कम किया जा सके |

आवश्यक जानकारी :

यदि आप किसी रोग विशेष के शिकार है तो अपने चिकित्सक से परामर्श लेकर ही उक्त प्रयोग करे | उक्त जानकारी जन सामान्य को स्वस्थ रखने के उदेश्य से दी जा रही है |

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