जल की पट्टी :क्या आप गर्मी व कब्ज से परेशान है? Thande Pani Ki Patti

जल की पट्टी :क्या आप गर्मी व कब्ज से परेशान है? Thande Pani Ki Patti

Thande Pani Ki Patti

जल की पट्टी :क्या आप गर्मी व कब्ज से परेशान है? Thande Pani Ki Patti – Dr.Jagdish Joshi, Lifestyle Expert 125

Thande Pani Ki Patti – गर्मी की वजह से सम्पूर्ण प्रकृति परेशान है | गर्मी की वजह से व्यक्ति गैस व कब्ज का शिकार जाता है | पेट में गर्मी के बढ़ने की वजह से आंतो में मल सुख जाता है | इसके साथ ही गर्मी की वजह से शरीर का तापमान भी बढ जाता है | ऐसी अवस्था में क्या करे की हमारा शरीर भरपूर ठंडक का अहसास करे | इसके साथ हम पाचन सम्बंधित रोगो से मुक्त हो |

जैसा की हम जानते है प्रकृति हमें अनेक उपहार देती है | वैसे ही प्राकृतिक चिकित्सा हमें अनेक उपहार देती है | आश्चर्य का विषय यह है की हम प्राकृतिक चिकित्सा के प्रयोगो को बिना खर्च के कर सकते है | इसके साथ ही हमें इसके लिये अलग से कोई समय नहीं देना पड़ता है |

आज हम प्राकृतिक चिकित्सा के एक ऐसे ही प्रयोग के बारे में जानकारी प्राप्त करेंगे | यह प्राकृतिक चिकित्सा का प्रयोग है जल की गीली पट्टी |

सबसे बड़ी व आसान बात यह है की इस प्रयोग को करते हुए आप घर की समस्त कार्यो को कर सकते है | पुरुषो अखबार पढ़ते हुए, शेविंग करते हुए , लेटे हुए, बैठे हुए या किसी अन्य कार्यो को करते हुए |

इसी प्रकार महिलाए घर की कार्यो को करते इस प्रयोग को कर सकते है | तो आईये ऐसे चमत्कारिक, प्रभावी व आसान प्रयोग के बारे में जानकारी प्राप्त करते है | इसके साथ इस प्रयोग को जन-जन तक प्रसारित कर स्वस्थ समाज के निर्माण में अपना योगदान दे सकते है | क्योकि सामान्य तह: इस प्रयोग से कोई भी नुकसान नहीं है |

तो आईये गर्मी के इस प्रभावी व पाचन प्रणाली को स्वस्थ बनाने वाले प्रयोग के बारे में विस्तार जीवनचर्या का अंग बनाये

जल की गीली पट्टी (Thande Pani Ki Patti) :   

जल की पट्टी को बार-बार बदलकर गीला कर लगा के रखते है  तो उस पट्टी को ठंडी गीली पट्टी कहते है |

जल की पट्टी कैसे रखे?(Thande Pani Ki Patti ):

जल की पट्टी को खाली पेट या भोजन के 2 घंटो बाद रखा जा सकता है | इस पट्टी के प्रयोग से आंतों की अनावश्यक गर्मी दूर होती है और आंतों में चिपका पुराना मल ढीला होता है | इस प्रकार इस पट्टी के प्रयोग से व भोजन के उचित सेवन से व्यक्ति जीवन भर कब्ज, ऐसिडिटी, पेट की गर्मी व अन्य रोगों से मुक्त रहता है |

जल की पट्टी के लिए आवश्यक सामग्री: जल की पट्टी के प्रयोग के लिए छोटा नैपकीन या कोई सूती कपड़ा रहता है |

https://youtu.be/-AHyBnWISuI

जल की पट्टी की समयावधि:

Thande Pani Ki Patti
Thande Pani Ki Patti

जल की पट्टी को 15-45 मिनिट या उसके भी अधिक समय के लिए रख सकते है| इसे रोग भी रखे को शरीर को कोई नुकसान नही होता है | इसकी समयावधि व्यक्ति के शरीर की प्रकृति व रोग की तीव्रता के अनुसार घटाई व बढाई जा सकती है | यदि आप चाहे तो इसे २-३ घंटो के लिए भी रख सकते है | किन्तु यदि पट्टी गर्म हो जाती है तो उसे ठन्डे पानी से पुन ठंडा कर ले | यदि आप ज्यादा समय के लिये भी इस पट्टी को रखते है तो आप को कोई नुकसान नहीं होगा |

जल की ठंडी पट्टी का वैज्ञानिक प्रभाव:

Thande Pani Ki Patti
Constipation

जब आप पेट पर ठन्डे पानी की पट्टी का प्रयोग करते है तो जल की ठंडी पट्टी पेट की गर्मी को कम करती है | क्योकि हमारे पेट में पुराना मल पड़ा रहता है | यही पुराना मल आंतो में गर्मी पैदा करता है | आंतो की गर्मी की वजह से ही हम कब्ज के शिकार होते है | जब हम जल की ठंडी पट्टी का प्रयोग करते है तो आंतो की कार्यक्षमता में वृध्दि होती है |

आंतो की कार्यक्षमता में वृध्दि होने से आंतो की ताकत बढती है | इस प्रकार व्यक्ति आसानी से कब्ज से मुक्ति पा जाता है

सावधानिया:

जल की पट्टी को कब-कब प्रयोग में नहीं लाना चाहिए:

जब मौसम बहुत अधिक ठंडा हो |
रोगी की जीवनी शक्ति बहुत कमजोर हो |
रोगी को बहुत अधिक ठंडक लग रही हो |
रोगी कफ और कोल्ड का शिकार हो |
या रोगी किसी रोग विशेष का शिकार हो |

आहार में भी सुधार करना होगा :

यदि आप अपने आहार में सकारात्मक आहार का सेवन करते है तो निश्चित ही आप कब्ज से मुक्त रहते है |

 
 
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